हिंदुस्तान

कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पार्टी मुख्यालय के बाहर मनाया जश्‍न

नई दिल्ली। 'मोदी सरनेम' टिप्पणी मानहानि मामले में सुप्रीम कोर्ट द्वारा सजा पर रोक लगाने के तीन दिन बाद लोकसभा सचिवालय ने सोमवार को राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता बहाल कर दी। इसके बाद कांग्रेस कार्यकर्ता जश्‍न के मूड में आ गए।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सरकार पर तंज करते हुए कहा कि "उनके कार्यकाल का जो भी समय बचा है, भाजपा और मोदी सरकार को विपक्षी नेताओं को निशाना बनाकर लोकतंत्र को बदनाम करने के बजाय शासन पर ध्यान केंद्रित करके इसका उपयोग करना चाहिए।"
राहुल गांधी की सदस्यता बहाल होने पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पार्टी मुख्यालय के बाहर पटाखे फोड़े और कुछ कार्यकर्ताओं ने राजस्थानी और हरियाणवी लोकगीतों की धुन पर नृत्य भी किया। केरल के वायनाड से पार्टी के लोकसभा सांसद की सदस्यता बहाल होने के बाद खड़गे ने पार्टी नेताओं के साथ मिठाइयां भी बांटीं। खड़गे ने एक ट्वीट में कहा, ''राहुल गांधी को दोबारा सांसद बनाने का फैसला स्वागत योग्य कदम है। यह भारत के लोगों और विशेषकर वायनाड के लोगों के लिए राहत लाता है। उनके कार्यकाल का जो भी समय बचा है, भाजपा और मोदी सरकार को विपक्षी नेताओं को निशाना बनाकर लोकतंत्र को अपमानित करने के बजाय शासन पर ध्यान केंद्रित करके इसका उपयोग करना चाहिए।
इससे पहले दिन में, लोकसभा सचिवालय द्वारा जारी एक आदेश में बताया गया कि चार अगस्त के सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मद्देनजर, गांधी की अयोग्यता, जो इस साल 24 मार्च को आदेश दिया गया था, वापस ले ली गई है। सूरत की एक अदालत ने पहले उन्हें दोषी पाया था और उन्हें अधिकतम दो साल की कैद की सजा सुनाई थी, जिसके परिणामस्वरूप उन्हें लोकसभा से अयोग्य घोषित कर दिया गया था।
गुजरात हाई कोर्ट ने सजा पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था, जिसके बाद गांधी ने सुप्रीम कोर्ट में अपील की थी। सुप्रीम कोर्ट ने मानहानि मामले में शुक्रवार को राहुल गांधी की सजा पर रोक लगा दी और कहा कि मामले में दो साल की अधिकतम सजा देने के लिए ट्रायल जज द्वारा कोई कारण नहीं बताया गया।
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राज्यसभा में विपक्ष ने उठाया मणिपुर का मुद्दा

  • सत्ता पक्ष ने की राजस्थान पर चर्चा की मांग
  • कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक स्थगित
नई दिल्ली। राज्यसभा में एक बार फिर मणिपुर हिंसा को लेकर जोरदार हंगामा हुआ जिसके बाद राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक स्थगित कर दी गई। कांग्रेस समेत इंडिया गठबंधन से जुड़े विपक्षी दल मणिपुर हिंसा पर चर्चा की मांग कर रहे थे। वहीं भाजपा ने राज्यसभा में राजस्थान को लेकर चर्चा की मांग रखी।
विपक्ष ने सदन में 'मणिपुर मणिपुर' के नारे लगाए और हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही को स्थगित करना पड़ा। कांग्रेस समेत विपक्ष के कई सांसदों ने मणिपुर पर चर्चा के लिए सभापति को नोटिस दिया था। उधर, भाजपा के राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवारी ने सदन में कहा कि वे राजस्थान के मुद्दे पर चर्चा की मांग करते हैं। उन्होंने कहा कि राजस्थान को लेकर उनका पहला मुद्दा लाल डायरी और दूसरा मुद्दा वहां हो रही बलात्कार की वारदाते हैं।
कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने कहा कि सदन में मणिपुर हिंसा पर तुरंत चर्चा कराई जानी चाहिए। मणिपुर में लगातार कई दिनों से हिंसा हो रही है और मणिपुर जल रहा है। इसके बाद नेता सदन पियूष गोयल बोलने के लिए खड़े हुए और उन्होंने घनश्याम तिवारी की मांग का समर्थन किया। पीयूष गोयल ने कहा कि राजस्थान की स्थिति पर राज्यसभा में चर्चा कराए जाने की मांग का वह समर्थन करते हैं। राज्यसभा में सोमवार को ही दिल्ली संशोधन विधेयक भी पेश किया जाना है। विपक्षी नेताओं का कहना है कि इंडिया गठजोड़ इस दिल्ली सेवा बिल को हराने के सिलसिले में अपना विरोध दर्ज कराने के लिए हर संभव प्रयास करेगा। आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा का कहना है कि हम लेजिसलेटिव प्रोसेस से भी दिल्ली के बिल को रोकेंगे और ज्यूडिशल प्रोसेस सुप्रीम कोर्ट के माध्यम से भी इस बिल को रोकने का प्रयास करेंगे।
उन्होंने कहा कि यह बिल बेसिकली दिल्ली के दो करोड़ लोगों को गुलाम बनाने का बिल है। यह दिल दिल्ली के दो करोड़ लोगों के वोट के अधिकार को जीरो कर देता है क्योंकि जो सरकार को वोट डालकर काम करने के लिए चुनते हैं उसके पास कोई शक्ति नहीं है और सारी शक्तियां उपराज्यपाल को सौंप दी जाती हैं। राघव का कहना है कि अगर दिल्ली में किसी के घर पर बिजली या पानी नहीं आ रहा, किसी के बच्चे का स्कूल में दाखिला नहीं हो रहा, अस्पताल में इलाज नहीं हो रहा, क्या वह शख्स उपराज्यपाल के घर जाएगा या अपने विधायक, मुख्यमंत्री के पास जाएगा।
उन्होंने कहा कि यह बिल पार्लियामेंट्री सिस्टम ऑफ डेमोक्रेसी को रिजर्व करने का कार्य करता है।
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चंद्रयान-3 की कक्षा में कमी लाने की सफल हुई प्रक्रिया

चेन्नई। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने तीसरे चंद्र मिशन चंद्रयान-3 के चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश करने के एक दिन बाद रविवार रात को अंतरिक्ष यान की कक्षा को चंद्र क्षेत्र के अंदर कम कर दिया।
इसरो ने एक अद्यतन ट्वीट में कहा, ”चंद्रयान -3 अंतरिक्ष यान सफलतापूर्वक एक योजनाबद्ध कक्षा कटौती प्रक्रिया से गुजरा।”
इंजनों की रेट्रोफायरिंग ने इसे चंद्रमा की सतह के करीब 170 गुना 4313 किलोमीटर तक ला दिया।
आज का युद्धाभ्यास चंद्रयान-3 की कक्षा को धीरे-धीरे बढ़ाकर चंद्र ध्रुवों पर स्थापित करने के लिए योजनाबद्ध युद्धाभ्यासों की श्रृंखला में पहला था। चंद्र बाउंड ऑर्बिट कार्रवाई 2230 बजे से 2330 बजे के बीच की गई।
इसरो ने कहा, ”जैसे-जैसे मिशन आगे बढ़ रहा है, चंद्रयान-3 की कक्षा को धीरे-धीरे कम करने और इसे चंद्र ध्रुवों पर स्थापित करने के लिए कई युक्तियों की योजना बनाई गई है।”
कुछ युक्तियों के बाद, प्रणोदन मॉड्यूल कक्षा में रहते हुए लैंडर से अलग हो जाएगा। इसके बाद, 23 अगस्त को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र में सॉफ्ट लैंडिंग की सुविधा के लिए जटिल ब्रेकिंग युद्धाभ्यास की एक श्रृंखला को अंजाम दिया जाएगा।
अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा कि चंद्रयान-3 की सेहत सामान्य है।
यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ईएसए) और जेपीएल डीप स्पेस एंटीना के सहयोग से ”पूरे मिशन के दौरान, अंतरिक्ष यान के स्वास्थ्य की लगातार इसरो टेलीमेट्री, ट्रैकिंग और कमांड नेटवर्क (आईएसटीआरएसी) में मिशन ऑपरेशंस कॉम्प्लेक्स (एमओएक्स), बेंगलुरु के पास बयालू में इंडियन डीप स्पेस नेटवर्क (आईडीएसएन) एंटीना से निगरानी की जा रही है।
इसरो ने शनिवार शाम को कहा था कि चंद्रयान-3 ने चन्द्र कक्षा में प्रवेश (एलओआई) के सफल समापन के साथ एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर हासिल किया है।
चन्द्रयान के चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश करने के बाद इसरो ने ट्वीट किया, ”एमओएक्स, आईएसटीआरएसी , यह चंद्रयान-3 है, मैं चंद्र गुरुत्वाकर्षण महसूस कर रहा हूं।”
टि्व्ट में कहा गया है, ”मिशन ऑपरेशंस कॉम्प्लेक्स (एमओएक्स), आईएसटीआरएसी, बेंगलुरु से पेरिल्यून में रेट्रो-बर्निंग का आदेश दिया गया था। यह लगातार तीसरी बार है जब इसरो ने मंगल ग्रह की कक्षा में प्रवेश करने के अलावा अपने अंतरिक्ष यान को चंद्रमा की कक्षा में सफलतापूर्वक प्रविष्ट किया है।
चन्द्रयान के सॉफ्ट लैंडिंग की योजना 23 अगस्त को बनाई गई है, जिसके दौरान लैंडर प्रोपल्शन मॉड्यूल से अलग हो जाएगा और चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र के पास उतरने का प्रयास करेगा।
सॉफ्ट लैंडिंग की सफलता भारत को इस ऐतिहासिक मील के पत्थर को हासिल करने के लिए अंतरिक्ष यात्रा करने वाले देशों के एक चुनिंदा समूह में शामिल होने के लिए प्रेरित करेगी। अब तक केवल अमेरिका, तत्कालीन सोवियत संघ और चीन ने ही यह उपलब्धि हासिल की है।
भारत ने भी अपने पहले प्रयास में इसे लगभग हासिल कर लिया था जब जुलाई 2019 में चंद्रयान -2 लॉन्च किया था, इससे पहले कि लैंडर दुर्घटनाग्रस्त होकर लैंडिंग स्थल के बहुत करीब पहुंच गया, मिशन लगभग 99.99 फीसदी सफलता के साथ पूरा हो गया।
उल्लेखनीय है कि चंद्रयान-3 अंतरिक्ष यान को 14 जुलाई को श्रीहरिकोटा से इसरो के सबसे भारी प्रक्षेपण यान एमवीएम 3-एम 4 द्वारा सफलतापूर्वक प्रक्षेपित किया गया था। चंद्रयान-3 में एक स्वदेशी लैंडर मॉड्यूल (एलएम), प्रोपल्शन मॉड्यूल (पीएम) और एक रोवर शामिल है, जिसका उद्देश्य भविष्य के अंतर-ग्रहीय मिशनों के लिए आवश्यक नई तकनीकों का विकास और प्रदर्शन करना है।
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37वें दिन 2,500 से अधिक लोगों ने की अमरनाथ यात्रा

श्रीनगर। अमरनाथ यात्रा के 37वें दिन 2,500 से अधिक श्रद्धालुओं ने यात्रा की, जबकि 534 तीर्थयात्रियों का एक और जत्था सोमवार को जम्मू से कश्मीर के लिए रवाना हुआ। अधिकारियों ने कहा कि 2,585 यात्रियों ने रविवार को पवित्र गुफा के अंदर दर्शन किए, जबकि 534 यात्रियों का एक और जत्था सोमवार को सुरक्षा काफिले में भगवती नगर यात्री निवास से घाटी के लिए रवाना हुआ।
“इन 534 तीर्थयात्रियों में से 451 पुरुष, 67 महिलाएं, एक बच्चा, 14 साधु और एक साध्वी हैं। अधिकारियों ने कहा, "इनमें से 354 यात्री पहलगाम आधार शिविर जा रहे हैं जबकि 180 बालटाल आधार शिविर जा रहे हैं।"
दोनों मार्गों पर यात्रियों के लिए हेलीकॉप्टर सेवाएं भी उपलब्ध हैं। इस वर्ष की 62 दिवसीय अमरनाथ यात्रा 1 जुलाई को शुरू हुई और 31 अगस्त को रक्षा बंधन त्योहार के साथ श्रावण पूर्णिमा पर समाप्त होगी।
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अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा : लोकसभा में आमने-सामने होंगे PM मोदी और राहुल गांधी

नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट द्वारा सजा पर रोक लगाए जाने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी की सांसदी सोमवार को फिर से बहाल हो गई। इसके बाद यह माना जा रहा है कि राहुल गांधी केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव की चर्चा में शामिल हो सकते हैं। ज्यादा संभावना इस बात की है कि राहुल गांधी मंगलवार को ही विपक्ष की तरफ से अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की शुरुआत कर सकते हैं।
हालांकि इस संबंध में अंतिम फैसला राहुल गांधी को ही करना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब 10 अगस्त को दे सकते हैं। ऐसे में लोक सभा के पटल पर अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान एक बार फिर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी आमने-सामने होंगे और एक दूसरे पर राजनीतिक हमला करते नजर आएंगे।
दरअसल, कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई द्वारा 26 जुलाई को दिए गए नोटिस पर ही मोदी सरकार के खिलाफ यह अविश्वास प्रस्ताव आ रहा है, जिस पर सदन में चर्चा की शुरुआत 8 अगस्त, मंगलवार को होनी है। नियमों के अनुसार, चूंकि नोटिस कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई की तरफ से दिया गया है इसलिए विपक्ष की तरफ से चर्चा की शुरुआत उन्हें ही करना है। लेकिन गौरव गोगोई अगर चाहें तो वह सदन में अपनी जगह बोलने के लिए राहुल गांधी का नाम प्रस्तावित कर सकते हैं।
आपको बता दें कि, लोक सभा सचिवालय ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए फैसले का हवाला देते हुए सोमवार को एक अधिसूचना जारी कर केरल की वायनाड लोक सभा सीट से राहुल गांधी की संसद सदस्यता फिर से बहाल कर दी। गुजरात के सूरत की एक अदालत द्वारा राहुल गांधी को दो साल की सजा दिए जाने के बाद लोक सभा सचिवालय ने 24 मार्च 2023 को एक नोटिफिकेशन जारी कर 23 मार्च 2023 से उनकी लोक सभा की सदस्यता को रद्द कर दिया गया था। राहुल गांधी 2019 के लोक सभा चुनाव में केरल के वायनाड से सांसद चुने गए थे। संसद सदस्यता फिर से बहाल हो जाने के बाद अब राहुल गांधी बतौर सांसद सदन की कार्यवाही में शामिल हो सकते हैं।
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राहुल गांधी की संसद सदस्यता बहाल, अधिसूचना जारी

नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी की संसद सदस्यता बहाल हो गई है. लोकसभा सचिवालय की ओर से अधिसूचना जारी कर दी गई है. 
बता दें, सुप्रीम कोर्ट ने 4 अगस्त को मोदी सरनेम मानहानि केस में राहुल गांधी मिली दो साल की सजा और दोषसिद्धि को रद्द कर दिया था. जिसकी कॉपी कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला को सौंप दी थी और राहुल गांधी की सदस्यता बहाली की मांग की थी. ऐसे में आज लोकसभा सचिवालय की तरफ से एक लेटर जारी कर राहुल गांधी की संसद संदस्यता बहाल की गई. इसी के साथ उनके संसद बहाली का रास्ता साफ हो गया था. राहुल 2019 लोकसभा चुनाव में केरल के वायनाड से चुनाव जीते थे.
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विपक्ष कर रहा नकारात्मक राजनीति, विकास की सराहना नहीं करता : PM मोदी

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि वह न तो कुछ रचनात्मक करना चाहता है और न ही पिछले कुछ वर्षों में किए गए विकास कार्यों की सराहना करता है। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए 508 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की आधारशिला रखने के बाद अपने वर्चुअल संबोधन में मोदी ने कहा, "दुर्भाग्य से, विपक्ष का एक गुट आज भी पुराने तरीकों पर चल रहा है। वे न तो खुद कोई काम करेंगे और न ही दूसरों को कुछ करने देंगे।"
उन्होंने विपक्ष पर हमला करते हुए कहा, "देश ने एक आधुनिक संसद भवन बनाया, लेकिन इस गुट ने नए संसद भवन का विरोध किया। हमने कर्तव्य पथ का पुनर्विकास किया, लेकिन उन्होंने उसका भी विरोध किया। जब हमने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक बनाया, तो उन्होंने इसकी भी आलोचना की।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सरदार पटेल के सम्मान में, गुजरात में "स्टैच्यू ऑफ यूनिटी" बनाई गई थी, लेकिन किसी भी विपक्षी नेता ने कभी भी इसका दौरा नहीं किया और स्वतंत्रता सेनानी को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित नहीं की। उन्होंने कहा, "उन्हें सरदार पटेल केवल चुनाव के दौरान याद आते हैं। हमें विकास की अपनी सकारात्मक राजनीति के साथ आगे बढ़ने और नकारात्मक राजनीति को पीछे छोड़ने की जरूरत है।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताया कि 7 अगस्त को भारत स्वदेशी आंदोलन को समर्पित राष्ट्रीय हथकरघा दिवस मनाएगा। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "यह दिन हर भारतीय के लिए 'वोकल फॉर लोकल' की याद दिलाता है। कुछ दिनों बाद, गणेश चतुर्थी के अवसर पर, हमें पर्यावरण-अनुकूल उत्सव का विकल्प चुनना चाहिए।"
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दादा आप बहुत समय बाद सही जगह बैठे हैं : अमित शाह

  • अजित पवार के सामने केंद्रीय गृहमंत्री ने कही ये बात
पुणे। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने महाराष्ट्र के पुणे से सेंट्रल रजिस्ट्रार ऑफ कोऑपरेटिव सोसाइटी (CRCS) कार्यालय के डिजिटल पोर्टल की शुरुआत कर दी है. यहां अमित शाह ने हाल ही में NCP नेता अजित पवार के गठबंधन सरकार में शामिल होने पर स्वागत किया. अमित शाह ने कहा, अजित दादा उप मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार आए हैं और मैं इनके साथ पहली बार मंच पर कार्यक्रम कर रहा हूं. इसलिए मैं दादा को एक बात कहना चाहता हूं कि बहुत समय के बाद आप सही जगह पर बैठे हो. यही जगह सही थी, लेकिन बहुत देर दी है आपने.
शाह का कहना था कि यह पहली बार है कि मैं और अजित पवार एक साथ मंच पर बैठे हैं. सही मंच पर आने में आपको काफी समय लग गया. आप पहली बार सही जगह पर बैठे हैं. इससे पहले महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे, डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार ने पुणे में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की और उनका स्वागत किया.
कार्यक्रम को संबोधित हुए करते हुए शाह ने आगे कहा, आज मैं घोषणा करना चाहता हूं कि अब से सहकारी क्षेत्र पूरी तरह से डिजिटल हो गया है. चाहे ऑडिट का काम हो, एचआर का काम हो, देश में कहीं भी सहकारी कार्यालय स्थापित करना हो, यह पोर्टल वन स्टॉप है. सहकारी क्षेत्र से जुड़ी हर चीज का समाधान मिलेगा. हमारे विभाग के प्रमुख ने यह आयोजन महाराष्ट्र के पुणे में करने का सही निर्णय लिया है.
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राजौरी में सुरक्षा बलों व आतंकवादियों के बीच दूसरे दिन मुठभेड़ जारी

  • एक आतंकी ढेर
श्रीनगर। जम्मू कश्मीर के राजौरी जिले के एक गांव में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच आज सुबह दूसरे दिन भी मुठभेड़ जारी है। पुलिस ने आम जनता को घटनास्थल से दो किलोमीटर दूर रहने की सलाह दी है। जिले के बुद्धल इलाके के गुंधा-खवास गांव में शनिवार को सेना और पुलिस ने घेराबंदी कर तलाश अभियान चलाया था और इसी दौरान मुठभेड़ शुरू हो गई, जिसमें एक आतंकवादी मारा गया।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि ताजा जानकारी मिलने तक मुठभेड़ जारी थी। उन्होंने बताया कि अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती करके आतंकवादियों के बच निकलने के सारे रास्ते बंद कर दिए गए हैं और उन्हें ठिकाने लगाने के प्रयास किए जा रहे हैं। पुलिस अधिकारी ने बताया कि आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने पर यह अभियान शुरू किया गया था।  पुलिसकर्मियों की एक छोटी टीम ने तलाश अभियान शुरू किया था और बाद में सेना एवं केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवान भी इसमें शामिल हो गए। मुठभेड़ में मारे गए आतंकवादी का शव अभी बरामद नहीं हुआ है। राजौरी में पुलिस ने रविवार को एक परामर्श जारी किया जिसमें लोगों की सुरक्षा के मद्देनजर उन्हें मुठभेड़ स्थल से दूर रहने को कहा गया है। परामर्श में कहा गया, यह सभी की जानकारी के लिए है कि गुंधा-खवास गांव में मुठभेड़ जारी है। लोगों को क्षेत्र में नहीं आने और उस स्थान से कम से कम दो किलोमीटर दूर रहने की सलाह दी जाती है।
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सुषमा स्वराज को ‘सुपरमॉम ऑफ इंडिया’ के नाम से क्यों जाना जाता है...

नई दिल्ली। सुषमा स्वराज की गिनती उन राजनेताओं में होती है जिन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान अपने भाषणों से देश और दुनिया में अपनी अलग पहचान बनाई है। वह सीमा पार लोगों की मदद करने में सबसे आगे थीं। विदेश मंत्री के रूप में उन्होंने संयुक्त राष्ट्र में कई महत्वपूर्ण मुद्दे उठाए और मानवीय दृष्टिकोण के कई अनूठे उदाहरण प्रस्तुत किए। संस्कृत और राजनीति विज्ञान से स्नातक करने वाली पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को भारत की सुपरमॉम भी कहा जाता है। वाशिंगटन पोस्ट ने अपने लेख में उन्हें यह नाम दिया था. इस नाम को देने वाले लेख में कई कारण भी बताए गए हैं.
सुषमा स्वराज एक ऐसी राजनेता थीं जिनके काम करने के अनूठे तरीके के कारण हाई-प्रोफाइल विदेश मंत्रालय को भारतीयों का मंत्रालय कहा जाने लगा। जिसका उद्देश्य विदेशों में कठिनाइयों का सामना कर रहे भारतीयों को बचाना भी था। 2014 से 2019 तक अपने 5 साल के कार्यकाल में उन्होंने 186 देशों में फंसे 90 हजार से ज्यादा भारतीयों की मदद की। कुछ महीने पहले जब यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध छिड़ा तो वहां फंसे भारतीयों को सुषमा स्वराज की याद आई। उन्होंने लिखा, कैसे वह एक ट्वीट पर विदेश में फंसे किसी भारतीय को लाने के लिए प्लेन भेज देती थीं.
इस तरह सुपरमॉम नाम पड़ा-
पीएम नरेंद्र मोदी के पहले कार्यकाल में उन्होंने विदेश मंत्री पद पर रहते हुए देश और दुनिया का दिल जीता। सोशल मीडिया के जरिए उन्होंने संकट में फंसे प्रवासी भारतीयों की मदद कर इंसानियत का फर्ज भी निभाया. अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने कहा था कि अगर आप मंगल ग्रह पर भी फंस जाएं तो भी भारतीय दूतावास आपकी मदद के लिए आएगा। उसने जैसा कहा वैसा ही किया। सोशल मीडिया पर लोगों की फरियाद सुनने और उनकी मदद करने के लिए वाशिंगटन पोस्ट ने उन्हें सुपरमॉम का नाम दिया था। पाकिस्तान या यमन के युद्ध में फंसे भारतीय, सभी सकुशल वापस लौट आये.
भारतीयों के लिए युद्ध रोक दिया गया-
2015 में यमन में सऊदी गठबंधन सेना और हौथी विद्रोहियों के बीच युद्ध चल रहा था। इस दौरान कई भारतीय कामगार यमन में फंस गए थे। उन्होंने सुषमा स्वराज से मदद की गुहार लगाई. युद्ध के दौरान किसी भी देश के विमान का वहां पहुंचना संभव नहीं था. ऐसे में सुषमा स्वराज की पहल के बाद भारत सरकार ने सऊदी अरब से युद्ध रोकने को कहा. उन्होंने अपनी कूटनीति से सऊदी अरब को युद्ध रोकने के लिए मना लिया है. उनकी पहल के बाद युद्ध रुक गया. हालात सामान्य हुए और 5 हजार से ज्यादा फंसे हुए भारतीय घर लौट आए। इसे ऑपरेशन राहत नाम दिया गया.
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भोपाल में एनआईए की दबिश, कई हिरासत में

भोपाल। नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) ने दिल्ली से जुड़े एक मामले में मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में लगभग 10 स्थानों पर दबिश दी और कई लोगों को हिरासत में लिया है। इन सभी से पूछताछ हो रही है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रविवार की अलसुबह एनआईए की टीम ने भोपाल के कई इलाकों में दबिश दी और कई लोगों को हिरासत में भी लिया है। एनआईए ने यह कार्रवाई नई दिल्ली में दर्ज एक मामले से जुड़े संदिग्ध लोगों की तलाश के मद्देनजर की है।
बताया गया है कि दिल्ली में जो मामला दर्ज है उससे जुड़े लोगों के भोपाल में होने की सूचना मिली थी और उसी के आधार पर एनआईए ने यह कार्रवाई की है। जहांगीराबाद इलाके से एक महिला और उसके देवर को भी हिरासत में लिया गया है जिनकी एनआईए को काफी समय से तलाश थी।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को दी बड़ी सौगात

  • 508 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की आधारशिला रखी
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज देशवासियों को बड़ी सौगात दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत पूरे भारत में 508 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की आधारशिला रखी. 
ये 508 स्टेशन 27 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में फैले हुए हैं, जिनमें उत्तर प्रदेश और राजस्थान में 55-55, बिहार में 49, महाराष्ट्र में 44, पश्चिम बंगाल में 37, मध्य प्रदेश में 34, असम में 32, ओडिशा में 25, पंजाब में 22, गुजरात और तेलंगाना में 21-21, झारखंड में 20, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में 18-18, हरियाणा में 15 और कर्नाटक में 13 स्टेशन शामिल हैं. इनमें असम के बोंगाईगांव, कोकराझार, लुमडिंग, मेघालय के मेंदीपाथर जैसे पूर्वोत्तर के स्टेशन भी शामिल हैं. बिहार के मुजफ्फरपुर, बापूधाम मोतिहारी के साथ-साथ केरल के शोरनूर और कासरगोड भी इस सूची में हैं.
लाउंज, मॉल, प्ले एरिया समेत मिलेंगी ये सुविधाएं-
ये स्टेशन आधुनिक भारत की भव्य तस्वीर को प्रदर्शित करेंगे. इन स्टेशनों पर यात्रियों के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं विकसित की होगी. यात्रियों के सुगम आवागमन के लिए लिफ्ट और एस्केलेटर के साथ-साथ आधुनिक सुविधाओं से युक्त कॉनकोर्स, वेटिंग रूम और रिटेल एरिया विकसित किए गए हैं. पुनर्विकसित स्टेशन नई अत्याधुनिक यात्री सुविधाओं तथा मौजूदा सुविधाओं के अपग्रेडेशन से यात्रियों को बेहतर और उत्कृष्ट सुविधाएं प्रदान करेंगे. इन स्टेशनों पर स्टेशन पर आगमन / प्रस्थान प्लाजा, एग्जीक्यूटिव लाउंज, कॉनकोर्स एरिया, लिफ्ट एवं एस्केलेटर, फूड कोर्ट, शॉपिंग मॉल, कैफेटेरिया, प्ले एरिया, ग्रीन बिल्डिंग, नवीनीकरणीय ऊर्जा, कचरे के प्रसंस्करण, वर्षा जल संचयन, बैगेज स्कैनर, कोच इन्डिकेशन बोर्ड तथा दिव्यांगजन अनुकूल सुविधाओं सहित आधुनिक यात्री सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी.
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ओडिशा में NH-53 के कामाख्यानगर-दुबुरी खंड का उद्घाटन

भुवनेश्वर (आईएएनएस)। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की उपस्थिति में यहां एनएच-53 के कामाख्यानगर-दुबुरी खंड के चार लेन का उद्घाटन किया।
शाह ने कालाहांडी जिले के मोटेर से लुदुगांव रोड होते हुए बैनर तक एक अन्य राजमार्ग परियोजना को चौड़ा करने और मजबूत करने की आधारशिला भी रखी।
51 किलोमीटर लंबी कामाख्यानगर-दुबुरी परियोजना का निर्माण 761 करोड़ रुपये की लागत से किया गया था।
शाह ने कहा, यह परियोजना खनिज समृद्ध अंगुल और ढेंकनाल जिलों को ओडिशा और देश के अन्य हिस्सों से जोड़ेगी।
इसमें दो बड़े पुल, 10 छोटे पुल, सात वाहन अंडर पास, दो पशु-अंडर पास और 1.73 किमी लंबी बाईपास सड़क शामिल है।
शाह ने कहा कि देश का विकास और आर्थिक विकास सीधे राष्ट्रीय राजमार्गों से जुड़ा है और मोदी सरकार ने पिछले नौ वर्षों के दौरान एनएच के विकास के लिए कई कदम उठाए हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री ने आगे कहा कि कालाहांडी जिले में मोटेर से बैनर तक 15 किलोमीटर की परियोजना का निर्माण 34 करोड़ रुपये की लागत से किया जाएगा।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि 2014-15 में, भारत में प्रतिदिन केवल 12 किमी राष्ट्रीय राजमार्ग का निर्माण किया गया था, जिसे वर्ष 2020-22 में बढ़ाकर 29 किमी प्रति दिन कर दिया गया।
उन्होंने कहा, ''यूपीए सरकार के समय में, ओडिशा को हस्तांतरण निधि और अनुदान सहायता से 1.14 लाख करोड़ रुपये मिले थे। हालांकि, राशि को बढ़ाकर 4.57 लाख करोड़ रुपये नहीं किया गया है। ओडिशा को कुल वित्त पोषण में, यह राशि इसे 3 लाख करोड़ रुपये से बढ़ाकर 18 लाख करोड़ रुपये कर दिया गया है। मोदी सरकार ओडिशा के विकास के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगी,'' उन्होंने आश्वासन दिया।
नौ वर्षों के दौरान, ओडिशा सहित देश में वामपंथी उग्रवाद (एलडब्ल्यूई) गतिविधियों में नाटकीय रूप से कमी आई है।
गृह मंत्री ने कहा, "2015 से 2019 के बीच वामपंथी उग्रवाद की घटनाओं में 30 प्रतिशत की कमी आई है, जबकि नक्सली हमलों में हताहतों की संख्या में 32 प्रतिशत की कमी आई है और वामपंथी उग्रवाद के खतरों में सुरक्षा कर्मियों की मृत्यु में 56 प्रतिशत की कमी आई है।" कहा।
अपनी ओर से, मुख्यमंत्री ने कहा कि कनेक्टिविटी लोगों की प्रगति और सशक्तिकरण की कुंजी है और बताया कि निर्माण विभाग का वार्षिक बजट 2000 में 280 करोड़ रुपये से बढ़कर अब 15,000 करोड़ रुपये से अधिक हो गया है।
“ओडिशा हमेशा सहकारी संघवाद में विश्वास करता है और मैं राज्य के विकास एजेंडे में समर्थन के लिए भारत सरकार को धन्यवाद देता हूं। मैं एक बार फिर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का ओडिशा में हार्दिक स्वागत करता हूं।”
इस बीच, धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि मोदी सरकार ने ओडिशा को 18.83 लाख करोड़ रुपये प्रदान किए हैं, जबकि पिछली सरकार ने 2004 से 2014 के दौरान राज्य को 2.93 लाख करोड़ रुपये प्रदान किए थे।
कल रात यहां पहुंचे शाह आज दोपहर राज्य भाजपा पार्टी के नेताओं के साथ महत्वपूर्ण बैठकें करेंगे।
उनके 2024 के आम और विधानसभा चुनावों के लिए रणनीति बनाने की भी संभावना है और शाम को दिल्ली लौट आएंगे।
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सुप्रीम कोर्ट से राहत, लालू यादव ने दी राहुल गांधी को बधाई

दिल्ली। लालू यादव ने राहुल गांधी के लिए रात्रिभोज का आयोजन किया. उन्होंने फूलों का गुलदस्ता देकर राहुल गांधी का स्वागत किया. इसके बाद गले मिलें. लालू यादव ने राहुल गांधी को अपने हाथ से बना मटन खिलाया. इस दौरान बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी मौजूद रहे.
मामले से परिचित लोगों ने बताया कि राहुल गांधी और लालू यादव के बीच राजनीति पर काफी चर्चा हुई. इस दौरान दोनों के बीच छोटे-छोटे मुद्दों पर भी चर्चा हुई. राहुल ने खाने का आनंद लेते हुए काफी समय बिताया. इस मौके के लिए लालू यादव ने बिहार से देसी मटन और मसाले मंगवाए थे. उन्होंने राहुल गांधी को बिहार के खास अंदाज में मटन पकाने का तरीका बताया.
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राष्ट्रपति मुर्मू आज से तमिलनाडु और पुडुचेरी की 3 दिवसीय यात्रा पर

चेन्नई राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आज शनिवार को तमिलनाडु और पुडुचेरी की तीन दिवसीय यात्रा पर मुदुमलाई पहुंचने वाली हैं। राष्ट्रपति का मुदुमलाई टाइगर रिजर्व का दौरा करने का कार्यक्रम है और वह शनिवार शाम तक महावतों के साथ बातचीत करेंगे। वह थेप्पाकाडु हाथी शिविर में द एलिफेंट व्हिस्परर्स फेम बोम्मन और बेली से भी मिलेंगी। राष्ट्रपति की यात्रा के लिए मसिनागुड़ी हेलीपैड, थेप्पाकाडु हाथी शिविर और स्थानों की ओर जाने वाली सड़कों को पूरी तरह से राज्य पुलिस के रडार पर लाया गया है। पुलिस ने होटल मालिकों को भी आदेश दिया है कि शनिवार शाम तक सभी होटलों में पर्यटकों को न रुकने दिया जाए
इसके बाद शाम को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू IAF BBJ से चेन्नई के लिए रवाना होंगी. चेन्नई पहुंचने के बाद राष्ट्रपति गुइंडी स्थित राजभवन में रुकेंगे. फिर रविवार को राष्ट्रपति अन्ना विश्वविद्यालय का दौरा करेंगे और मद्रास विश्वविद्यालय के 165वें वार्षिक दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लेंगे।
दीक्षांत समारोह के बाद, वह राजभवन में तमिलनाडु के विशेष रूप से कमजोर आदिवासी समूहों (पीवीटीजी) के साथ बातचीत करेंगी और उसके बाद कुछ हस्तियों से मुलाकात करेंगी।
रविवार की देर शाम तक राष्ट्रपति महाकवि सुब्रमण्यम भरतियार के चित्र का अनावरण करेंगे और दरबार हॉल का नाम बदलकर भरतियार हॉल करेंगे और वहां कई सांस्कृतिक कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे.
सोमवार (8 अगस्त) को राष्ट्रपति पुडुचेरी के लिए रवाना होंगे और अरबिंदो आश्रम और ऑरोविले मातृमंदिर का दौरा करेंगे। वह सोमवार शाम तक दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगी.
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लैपटॉप, कंप्यूटर के आयात पर प्रतिबंध का आदेश 31 अक्टूबर तक टला

  • 1 नवंबर से इन उपकरणों को आयात करने के लिए सरकार से लेना होगा लाइसेंस
नई दिल्ली। सरकार ने शुक्रवार को लैपटॉप और कंप्यूटर (टैबलेट कंप्यूटर सहित) पर आयात प्रतिबंध आदेश के कार्यान्वयन को लगभग तीन महीने के लिए 31 अक्टूबर तक के लिए टाल दिया। अब इन कंपनियों को 1 नवंबर से इन उपकरणों को आयात करने के लिए सरकार से लाइसेंस लेना होगा। 3 अगस्त को सरकार ने इन उपकरणों के आयात को तत्काल प्रभाव से लाइसेंस व्यवस्था के तहत डाल दिया। इसके बाद उद्योग जगत ने अधिसूचना पर सरकार के समक्ष मुद्दे उठाए।
विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) ने शुक्रवार देर रात जारी एक आदेश में कहा कि 3 अगस्त (गुरुवार) की अधिसूचना 1 नवंबर से प्रभावी होगी। “प्रतिबंधित आयात के लाइसेंस के बिना आयात खेप को 31 अक्टूबर, 2023 तक मंजूरी दी जा सकती है। 1 नवंबर, 2023 से आयात खेप की निकासी के लिए, प्रतिबंधित आयात के लिए वैध लाइसेंस की आवश्यकता है, ”यह कहा।
इसमें कहा गया है कि “31 अक्टूबर, 2023 तक लैपटॉप, टैबलेट, ऑल-इन-वन पर्सनल कंप्यूटर, अल्ट्रा-स्मॉल फॉर्म फैक्टर कंप्यूटर और सर्वर के आयात के लिए एक उदार संक्रमणकालीन व्यवस्था प्रदान की गई है”। इस कदम से उन कंपनियों को राहत मिलेगी जो गुरुवार के आदेश के बाद तनाव में थीं।
सुरक्षा कारणों और घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देने की आवश्यकता के कारण प्रतिबंध लगाए गए थे। इस कदम से चीन और कोरिया जैसे देशों से इन सामानों के आने वाले शिपमेंट में भी कमी आएगी। अधिकारियों ने कहा कि आयात पर अंकुश से केंद्र को उन स्थानों पर कड़ी नजर रखने की अनुमति मिलेगी जहां से उत्पाद आ रहे हैं।
यह निर्णय ऐसे समय में घरेलू विनिर्माण को भी बढ़ावा देगा जब भारत ने अपनी भविष्य की विकास महत्वाकांक्षाओं के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण को एक प्रमुख प्राथमिकता वाले क्षेत्र के रूप में पहचाना है और चीन के बाहर अपने परिचालन में विविधता लाने के इच्छुक वैश्विक दिग्गजों से निवेश आकर्षित करने की उम्मीद कर रहा है।
पीएलआई 2.0 (प्रोडक्शन-लिंक्ड इंसेंटिव स्कीम) आईटी हार्डवेयर योजना के तहत, 44 कंपनियां पहले ही पंजीकृत हो चुकी हैं और दो कंपनियों ने 31 जुलाई तक योजना पोर्टल पर अपने आवेदन दाखिल किए हैं। कंपनियां 30 अगस्त तक आवेदन जमा कर सकती हैं।
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मणिपुर में हिंसा : 3 की मौत, हालात तनावपूर्ण

इंफाल। मणिपुर के बिष्णुपुर जिले में शनिवार को हिंसा की एक ताजा घटना में एक बुजुर्ग और उसके बेटे सहित तीन लोगों की मौत हो गई। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि संदिग्ध आतंकवादियों ने क्वाक्टा लमखाई गांव पर धावा बोला और अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। इससे तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई।
हमले में कुछ लोग घायल भी हुए हैं। अपुष्ट खबरों में कहा गया है कि उग्रवादियों ने दो ग्रामीणों का भी अपहरण कर लिया है। हमले के परिणामस्वरूप गांव के शेष निवासी भाग गए।
पुलिस अतिरिक्त बल के साथ इलाकों में पहुंच गई है और शवों को बरामद कर लिया है। मृतकों की पहचान युमनाम पिशाक मैतेई (67) और उनके बेटे युमनाम प्रेमकुमार मैतेई (39) और एक पड़ोसी युमनाम जितेन मैतेई (46) के रूप में की गई।
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चंद्रयान-3 ने तय कर ली चंद्रमा की दो-तिहाई दूरी

  • आज चांद की कक्षा में करेगा प्रवेश
चंद्रयान-3 ने दो-तिहाई दूरी तय कर ली है। यानी चांद का करीब 66 फीसदी सफर स्पेसक्राफ्ट ने पूरा कर लिया है। अब ये मून की कक्षा में आज 5 अगस्त को शाम 7 बजे प्रवेश करेगा। इसरो ने इसकी जानकारी दी। 23 अगस्त को यान चंद्रमा पर लैंड करेगा। वैज्ञानिकों ने 1 अगस्त को रात 12 बजे चंद्रयान-3 को पृथ्वी की ऑर्बिट से चंद्रमा की तरफ भेजा था। इससे पहले चंद्रयान कक्षा में घूम रहा था। जिसकी पृथ्वी से सबसे कम दूरी 236 किमी और सबसे ज्यादा दूरी 1,27,603 किमी थी।
ट्रांसलूनर इंजेक्शन के लिए बेंगलुरु में ISRO के हेडक्वार्टर से वैज्ञानिकों ने चंद्रयान का इंजन कुछ देर के लिए चालू किया था। इंजन फायरिंग तब की गई जब चंद्रयान पृथ्वी से 236 किलोमीटर की दूरी पर था। इसरो ने कहा कि चंद्रयान-3 पृथ्वी के चारों ओर परिक्रमा कर मून की तरफ बढ़ रहा है। एजेंसी ने यान को ट्रांसलूनर कक्षा में स्थापित कर दिया है।
अंतरिक्ष यान को 14 जुलाई 2023 को 14.35 बजे LVM-3 पर सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया था। चंद्रयान-3 को चांद की कक्षा तक पहुंचने में लॉन्च तिथि से करीब 33 दिन लगेंगे। चंद्रयान में लैंडर, रोवर और प्रोपल्शन मॉड्यूल हैं। लैंडर और रोवर मून के दक्षिण पोल पर उतरेंगे और 14 दिन तक काम करेंगे। प्रोपल्शन मॉड्यूल चांद की कक्षा में रहकर पृथ्वी से आने वाले रेडिएशन्स की स्टडी करेगा।
चंद्रयान-3 का अब तक सफर-
14 जुलाई को चंद्रयान-3 को 170 किमी x 36,500 किमी के ऑर्बिट में छोड़ा गया था।
15 जुलाई को ऑर्बिट बढ़ाकर 41,762 किमी x 173 किमी किया गया।
17 जुलाई को ऑर्बिट बढाकर 41,603 किमी x 226 किमी किया गया था।
18 जुलाई को तीसरी बार ऑर्बिट को 5,1400 x 228 किमी बढ़ाकर किया गया।
20 जुलाई को ऑर्बिट को चौथी बार बढ़ाकर 71,351 x 223 किमी किया गया।
25 जुलाई को ऑर्बिट बढ़ाकर 1.27,603 x 236 किमी किया गया।
31 जुलाई और 1 अगस्त की मध्यरात्रि पृथ्वी की कक्षा छोड़कर चांद की तरफ बढ़ गया।
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