हिंदुस्तान

लोकसभा में राहुल गांधी के भाषण के बाद हंगामा

  • भड़कीं स्मृति ईरानी ने कही ये बात
नई दिल्ली। स्मृति ईरानी ने कहा, असम में दंगे हुए थे, हिंसा हुई थी. केंद्र और राज्य में कांग्रेस की सरकार थी. तब असम में कांग्रेस के नेता तरुण गोगोई ने बयान दिया था कि कांग्रेस की केंद्र सरकार कदम नहीं उठा रही. सेना नहीं भेज रही.
स्मृति ईरानी ने कहा, अभी हाल में राजस्थान के भीलवाड़ा में 14 साल की बेटी के साथ गैंगरेप किया गया. उसके बाद उसे काटा गया. फिर भट्टी में डाला गया. दो महिला सांसद वहां गई थीं. वहां बच्ची का एक हाथ भट्टी के बाहर छूट गया. न्याय की गुहार तब नहीं लगाई, जब बंगाल में 60 साल की महिला के साथ उसके नाती के सामने उसका रेप किया गया. इस पर आप एक शब्द नहीं बोले.
स्मृति ईरानी ने कहा, मैं जोड़ों के दर्द पर कुछ नहीं कहूंगी. लेकिन जिस यात्रा की बात कर रहे हैं. उस दौरान वे कश्मीर में अपने परिजन के साथ बर्फ से खेलते नजर आए, लेकिन उन्हें ये नहीं पता कि पीएम मोदी द्वारा धारा 370 हटाने के बाद यह संभव हो पाया.
राहुल गांधी के बयान का जवाब स्मृति ईरानी ने दिया. स्मृति ईरानी ने कहा, सबसे पहले आपकी पीठ पर आपके आसन पर जिस प्रकार का आक्रामक व्यवहार देखा, उसका मैं खंडन करती हूं. पहली बार राष्ट्र के इतिहास में भारत माता की हत्या की बात कही गई. कांग्रेस पार्टी यहां पर तालियां बजाती रही. जो भारत की हत्या पर ताली पीटी, इस बात का संकेत पूरे देश को दिया कि मन में गद्दारी किसके है? मणिपुर खंडित नहीं है, विभाजित नहीं है. देश का हिस्सा है. आपके सहयोगी दल के नेता ने तमिलनाडु में कहा, भारत का मतलब मात्र उत्तर भारत है. राहुल गांधी में हिम्मत है, तो डीएमके के अपने साथी का खंडन करके बताएं. कांग्रेस के एक नेता ने कश्मीर में उसका आप खंडन क्यों नहीं करते, जो कश्मीर को भारत से अलग करने की बात करता है.
स्मृति ईरानी ने इस दौरान कश्मीर में पंडितों के साथ हुए अत्याचार का भी जिक्र किया. इस दौरान ईरानी ने गिरिजा टिक्कू, शीला भट्ट के साथ हुई घटनाओं का भी जिक्र किया. स्मृति ने कहा, आप नहीं चाहते कि हम कश्मीरी पंडितों की बात करें. इन्होंने कहा, आंसू बहाए, भ्रमण किया. 84 के दंगों के दौरान पत्रकार प्रणय गुप्ता ने लिखा, बच्चों की हत्या कर, उनके अंगों को मां के मुंह में ठूसा गया.
आपने भारत माता की हत्या की- राहुल गांधी
राहुल ने कहा, जैसे मैंने भाषण की शुरुआत में बोला भारत एक आवाज है. भारत हमारी जनता की आवाज है. दिल की आवाज है. उस आवाज की हत्या आपने मणिपुर में की. इसका मतलब आपने भारत माता की हत्या मणिपुर में की. आपने मणिपुर के लोगों को मारकर भारत माता की हत्या की. आप देशद्रोही हो. आप द्रेशप्रेमी नहीं हो. इसलिए आपके पीएम मणिपुर में नहीं जा सकते हैं. क्योंकि उन्होंने हिंदुस्तान की हत्या की है. भारत माता की हत्या की है. आप भारत माता के रखवाले नहीं हो, आप भारत माता के हत्यारे हो.
इस दौरान स्पीकर ओम बिरला ने राहुल को टोका और कहा कि उन्हें आदर से बात करनी चाहिए. इस पर राहुल गांधी ने कहा कि मैं अपनी मां की हत्या की बात कर रहा हूं. मैं आदर से बोल रहा हूं. हिंदुस्तान की सेना मणिपुर में एक दिन में शांति ला सकती है. लेकिन आपका उसका इस्तेमाल नहीं कर रहे हो. क्योंकि आप मणिपुर में भारत माता को मारना चाहते हैं. पीएम मोदी अपने दिल की बात नहीं सुनते तो किसकी बात सुनते हैं, सिर्फ दो लोगों की बात सुनते हैं.
राहुल ने कहा, रावण दो लोगों की सुनता था, मेघनाथ और कुंभकर्ण, उसी तरह मोदी सिर्फ दो लोगों की सुनते हैं अमित शाह और अडानी. लंका को हनुमान ने नहीं जलाया था, अहंकार ने लंका को जलाया था. राम ने रावण को नहीं मारा था, अहंकार ने उसे मारा था. आप पूरे देश में केरोसिन फेंक रहे हो. आप हरियाणा को जला रहे हो. आप पूरे देश को जलाने में लगे हो.
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राहुल गांधी ने किया मोदी सरकार पर बड़ा हमला

  • बयान के बाद सदन में हंगामा
नई दिल्ली। लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चल रही चर्चा के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को दो महिलाओं की आपबीती साझा करते हुए कहा कि भाजपा की राजनीति ने 'मणिपुर में भारत का कत्ल' किया है। गांधी ने कहा, "भाजपा की राजनीति ने मणिपुर में हमारे देश की हत्या कर दी। उन्होंने मणिपुर में हिंदुस्तान की हत्या कर दी है। उन्होंने मणिपुर में भारत की हत्या कर दी है।"
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज तक राज्य का दौरा नहीं किया है। उन्होंने अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में बोलते हुए बीजेपी पर तीखा हमला बोला. "आप भारत माता के रक्षक नहीं हैं। आप भारत माता के हत्यारे हैं।" उन्होंने अपनी यात्रा के दौरान मणिपुर में राहत शिविरों में दो महिलाओं के साथ अपनी बातचीत का जिक्र करते हुए ये बातें कही।
कांग्रेस नेता ने कहा कि कुछ दिन पहले वह मणिपुर गए थे, जबकि हमारे प्रधानमंत्री नहीं गए, क्योंकि उनके लिए मणिपुर भारत नहीं है। राहुल गांधी ने कहा, “मैंने मणिपुर शब्द का इस्तेमाल किया था, लेकिन आज की सच्चाई यह है कि मणिपुर अब नहीं रहा क्योंकि यह दो हिस्सों में बंट गया है और आपने इसे तोड़ दिया है। मैंने मणिपुर में राहत शिविरों का दौरा किया और वहां महिलाओं से बात की।”
राहुल ने आगे कहा, ''मैं मणिपुर गया और वहां महिलाओं, बच्चों से बात की, जो हमारे प्रधानमंत्री ने अब तक नहीं की है। मैंने एक महिला से बात की और पूछा कि तुम्हें क्या हुआ, उसने कहा कि मेरा एक ही बच्चा था और मेरी आंखों के सामने उसे गोली मार दी गई। पूरी रात मैं अपने बेटे के शव के साथ सोती रही। और फिर मुझे डर लगा और फिर मैंने अपना फोन और सब कुछ छोड़ दिया।"
“मैंने उससे पूछा, तुम कुछ तो ले कर गई होंगी। उन्होंने जवाब दिया, "केवल वे कपड़े जो मैंने पहने हैं और एक तस्वीर जो मेरे पास है, वही मेरा है।" अपनी बातचीत का एक और उदाहरण साझा करते हुए, राहुल गांधी ने कहा, “एक अन्य राहत शिविर में, मैंने एक महिला से बात की और उससे पूछा कि तुम्हें क्या हुआ है, और वह कांपने लगी और बेहोश हो गई।” 
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ज्ञानवापी में सर्वे करने पहुंची एएसआई टीम, कोना कोना रही खंगाल

वाराणसी। वाराणसी में बुधवार को एएसआई की टीम ज्ञानवापी सर्वे के लिए पहुंच गई है। परिसर का कोना-कोना खंगाला जाएगा। प्रशासनिक अधिकारियों के अनुसार 12.30 बजे भोजनावकाश के बाद फिर 2.30 बजे सर्वे दोबारा शुरू किया जाएगा। मंगलवार को शाम पांच बजे सर्वे पूरा होने के बाद एएसआई के अधिकारियों ने बुधवार के लिए टीम को अलर्ट किया।
बता दें कि अंजुमन इंतेजामिया मस्जिद कमेटी के अधिवक्ता मंगलवार को सर्वे के दौरान नहीं पहुंचे। मस्जिद कमेटी के संयुक्त सचिव एसएम यासीन ने कहा कि सर्वे में अधिवक्ताओं की कोई जरूरत नहीं है। कमेटी की तरफ से हाजी इकबाल, जावेद इकबाल, एजाज मोहम्मद और शमशेर अली सर्वे टीम के साथ मौजूद रहे। लगभग 30 सदस्यीय टीम आधुनिक उपकरणों के साथ ज्ञानवापी परिसर की बारिकी से जांच कर रही है। अधिकारियों की मानें तो ज्ञानवापी में पश्चिमी दीवार से लगे हुए मलबे के साथ ढेरों पत्थर जमीन पर पड़े हैं। मंगलवार को सर्वे टीम ने इनकी तस्वीरों का मिलान पश्चिमी दीवार पर मिली आकृतियों के साथ किया।
एएसआई ने पूरे परिसर में की शैली को कागजों पर उतारा है। टीम आधुनिक तकनीक पर आधारित फोटोग्राफी, वीडियोग्राफी, मैपिंग व स्कैनिंग की प्रक्रिया को आगे बढ़ाएगी। इसमें एक्सपर्ट के तय होते ही जीपीआर मशीन से सर्वे के लिए अलग टीम वाराणसी आई है। ग्राउंड पेनेट्रेटिंग रडार (जीपीआर) के लिए आए एक्सपर्ट ने मशीन लगाने की जगहों को चिह्नित करेंगे। टीम 8 से दस जगहों पर निशानदेही करेगी। जिन स्थानों पर जीपीआर मशीन लगाई जाएगी, इसमें चार स्थान सेंट्रल डोम यानि मुख्य तहखाने में तय किए जाएंगे।
इससे पहले व्यास तहखाना में मिली कलाकृतियों, गुंबदों की सीढ़ियों के पास बने कलशनुमा कलाकृति की स्कैनिंग जारी है। अधिकारियों ने बताया कि टीम ने संरचना, वास्तु शैली काे परखने के साथ ही माप की। निर्माण में इस्तेमाल सामग्री की छानबीन की। जानकारी जुटाई कि हर हिस्से के निर्माण में किस तरह की सामग्री इस्तेमाल हुई और किस कालखंड में प्रयोग की गई।
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बांदीपोरा में TRF का आतंकवादी सहयोगी गिरफ्तार, हथियार बरामद

श्रीनगर (पीटीआई)। जम्मू-कश्मीर में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। आतंकियों के षड्यंत्र का भंडाफोड़ करने के लिए 24 घंटे सतर्क रहने वाले जवानों ने एक आतंकी को गिरफ्तार किया है। जानकारी के मुताबिक, सुरक्षा बलों ने जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा जिले में प्रतिबंधित संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) से जुड़े एक आतंकवादी सहयोगी को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी।
केहनुसा बांदीपोरा में पकड़ा गया आतंकवादी सहयोगी-
एक पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि पुलिस ने सेना और सीआरपीएफ के साथ मिलकर उत्तरी कश्मीर के केहनुसा बांदीपोरा में नाका चेकिंग के दौरान टीआरएफ के आतंकवादी सहयोगी को गिरफ्तार किया है। प्रवक्ता ने उसकी पहचान मंज़पोरा अलोसा बांदीपोरा निवासी आतिफ अमीन मीर के रूप में की है।
हथगोला और अन्य आपत्तिजनक सामग्री बरामद-
मीर के कब्जे से एक हथगोला और अन्य आपत्तिजनक सामग्री बरामद की गई। उन्होंने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया है और आगे की जांच शुरू कर दी गई है। 
 
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श्रीनगर के पंथा चौक बेस कैंप से तीर्थयात्रियों का नया जत्था रवाना

  • अमरनाथ यात्रा 
जम्मू कश्मीर। तीर्थयात्रियों का एक और नया जत्था मंगलवार सुबह अमरनाथ गुफा मंदिर की आगे की यात्रा के लिए श्रीनगर के पंथा चौक आधार शिविर से रवाना हुआ। तीर्थयात्री पवित्र अमरनाथ गुफा तक पहुंचने के लिए पंथा चौक आधार शिविर से बालटाल और पहलगाम मार्गों से रवाना हुए।
तीर्थयात्रियों का एक जत्था सोमवार सुबह अमरनाथ गुफा मंदिर की आगे की तीर्थयात्रा के लिए श्रीनगर के पंथा चौक आधार शिविर से रवाना हुआ था। तीर्थयात्रियों को पवित्र मंदिर की ओर जाते समय 'बम बम भोले' के नारे लगाते हुए सुना गया। “यात्रा के लिए की गई व्यवस्थाएं बहुत अच्छी हैं, मैंने ऐसी सुविधा कहीं नहीं देखी है, मैं इसके लिए हमारी सेना को धन्यवाद देना चाहता हूं। मैं हर साल यहां आऊंगा” एक तीर्थयात्री देवीलाल कुमावत ने कहा।
“प्रशासन ने हर तरह से मदद की है; स्थानीय लोग भी बहुत सहयोगी हैं. सभी को आना चाहिए और कश्मीर देखना चाहिए, हम यहां आकर बहुत खुश हैं, ”एक अन्य तीर्थयात्री ने कहा। 1 जुलाई से शुरू हुई 62 दिनों तक चलने वाली अमरनाथ यात्रा 31 अगस्त, 2023 को समाप्त होगी।
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हैदराबाद हवाई अड्डे पर 93.26 लाख रुपये का सोना जब्त

हैदराबाद। सीमा शुल्क विभाग ने मंगलवार देर रात हैदराबाद शहर के राजीव गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर दो अलग-अलग घटनाओं में 1.52 किलोग्राम से अधिक सोना जब्त किया, जिसकी अनुमानित कीमत 93.26 लाख रुपये से अधिक है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारी ने आगे बताया कि ये बरामदगी उन दो यात्रियों से की गई जो दुबई से हैदराबाद पहुंचे थे।
उन्होंने कहा कि मामले की आगे की जांच जारी है। पहली घटना में, अधिकारियों ने कहा कि यात्री प्रोफाइलिंग और निगरानी के आधार पर, उन्होंने एक यात्री को रोका और उसे हवाई अड्डे के अंदर एक विशेष क्षेत्र में ले गए। “स्क्रीनिंग के दौरान, यात्री के कपड़ों के अंदर 810 ग्राम सोना छिपा हुआ पाया गया। जब्त किए गए सोने की कीमत 49.47 लाख रुपये आंकी गई है।”
दूसरी घटना में, दूसरे यात्री के कपड़ों के अंदर 717 ग्राम सोना छिपा हुआ पाया गया। उन्होंने कहा, "जब्त किए गए सोने की कीमत 43.70 लाख रुपये आंकी गई है।"
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राज्यसभा में दिल्ली सर्विस बिल पास

  • गृह मंत्री अमित शाह बोले- 11 अगस्त को मणिपुर पर करें चर्चा
नई दिल्ली। मणिपुर के मुद्दे पर संसद में जारी गतिरोध के बीच सोमवार को गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्ष को 11 अगस्त को राज्यसभा में चर्चा करने की चुनौती दी। इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्षी दल इस विषय पर चर्चा से भाग रहे हैं। विपक्षी दलों के सदस्य उच्च सदन में मणिपुर के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान और कार्यस्थगन के प्रावधान वाले नियम 267 के तहत चर्चा कराए जाने की मांग पर अड़े हुए हैं। उच्च सदन में दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र शासन संशोधन विधेयक 2023 पर हुई लंबी चर्चा का जवाब देते हुए गृह मंत्री शाह ने विपक्ष को 11 अगस्त को मणिपुर पर चर्चा के लिए चुनौती देते हुए कहा कि वह मतदान के प्रावधान वाले नियम के तहत चर्चा चाहती है तो उसे आज ही इस विधेयक को मतदान में हराकर अपनी संख्या दिखा देनी चाहिए।
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि 8,9 एवं 10 अगस्त को लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के कारण उच्च सदन में मणिपुर मुद्दे पर चर्चा नहीं हो सकती। उन्होंने कहा कि लोकसभा सदस्य होने के नाते उन्हें तीनों दिन निचले सदन में मौजूद रहना पड़ेगा इसलिए इन तीनों दिन वह मणिपुर मुद्दे पर राज्यसभा में चर्चा के दौरान उच्च सदन में नहीं रह सकते। उन्होंने कहा कि विपक्ष को 11 अगस्त को मणिपुर पर चर्चा करनी चाहिए और उसे चर्चा से नहीं भागना चाहिए।
गौरतलब है कि इससे पहले सदन के नेता पीयूष गोयल ने भी मणिपुर मुद्दे पर सदन में चर्चा कराने पर सहमति जताई थी। सभापति जगदीप धनखड़ ने मणिपुर मुद्दे पर अल्पकालिक चर्चा की अनुमति देते हुए कहा था कि इस चर्चा में समय की कोई सीमा नहीं रखी जाएगी। किंतु विपक्ष के सदस्य इस मामले में प्रधानमंत्री के बयान और नियम 267 के तहत चर्चा कराने की अपनी मांग पर लगातार अड़े हुए हैं।
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मणिपुर सरकार का आदेश, बफर जोन की चेक पोस्ट से हटेगी असम राइफल्स

इम्फ़ाल। मणिपुर सरकार ने चुराचांदपुर-बिष्णुपुर सीमा (बफर जोन) पर स्थित कई चेक पोस्टों में से एक से असम राइफल्स को बदलने का आदेश दिया. यह वह क्षेत्र है जहां कुकी और मैतेई समुदायों के बीच अक्सर झड़पें और हिंसा देखी जाती है. हाल ही में 5 अगस्त को हुई हिंसक घटना में 3 लोग मारे गये. यहां भीड़ ने बफर जोन को पार कर हिंसा को अंजाम दिया था. कुछ नाकों पर असम राइफल्स की जगह सिविल पुलिस और सीआरपीएफ की तैनाती की जाएगी.
दरअसल 5 अगस्त की रात बिष्णुपुर में मैतेई समुदाय के तीन लोगों की हत्या कर दी गई थी. इसके अलावा कुकी समुदाय के लोगों के घरों में आग लगा दी गई है. पुलिस सूत्रों का कहना है कि कुछ लोग बफर जोन को पार करके मैतेई इलाकों में आए और उन्होंने मैतेई इलाकों में फायरिंग की. बिष्णुपुर जिले के क्वाक्टा इलाके से दो किमी से आगे तक केंद्रीय बलों ने बफर जोन बनाया है.
वीडियो सामने आने के बाद और बिगड़ा माहौल
बीते दिनों इस राज्य का माहौल और भी बिगड़ गया है, जब मणिपुर से एक वीडियो सोशल मीडिया के जरिए लोगों के सामने आया है, जिसमें दो महिला को निर्वस्त्र कर घुमाया जा रहा है. यह वीडियो 4 मई का है जिसे 19 जुलाई को सोशल मीडिया पर पोस्ट किया गया. इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम – ITLF ने केंद्र और राज्य सरकारें, राष्ट्रीय महिला आयोग और राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग से इस मामले का संज्ञान लेने और दोषियों को कानून के सामने लाने की मांग की है. वहीं सीएम एन बीरेन सिंह ने इस मामले में जांच के आदेश भी दे दिए हैं . वीडियो में दिख रहे कुछ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. मणिपुर में अभी भी हालात सामान्य नहीं हुए हैं.
मणिपुर में 3 मई को पहली बार हुई थी हिंसा
मणिपुर में 3 मई को सबसे पहले जातीय हिंसा की शुरुआत हुई थी. मैतेई समुदाय की अनुसूचित जनजाति (एसटी) में शामिल किए जाने की मांग के विरोध में पहाड़ी जिलों में 'आदिवासी एकजुटता मार्च' आयोजित किया था. तब पहली बार मणिपुर में जातीय झड़पें हुईं. हिंसा में अब तक 160 से ज्यादा लोगों की जान चली गई और सैकड़ों लोग घायल हो गए.
मणिपुर की आबादी में मैतेई समुदाय की संख्या लगभग 53 प्रतिशत है और वे ज्यादातर इम्फाल घाटी में रहते हैं. कुकी और नागा समुदाय की आबादी 40 प्रतिशत से ज्यादा है. ये लोग पहाड़ी जिलों में रहते हैं.
मणिपुर में विवाद के क्या कारण-
– कुकी समुदाय को अनुसूचित जनजाति का दर्जा मिला है, लेकिन मैतेई अनूसूचित जनजाति का दर्जा मांग रहे हैं.
– नागा और कुकी का साफ मानना है कि सारी विकास की मलाई मूल निवासी मैतेई ले लेते हैं. कुकी ज्यादातर म्यांमार से आए हैं.
– मणिपुर के चीफ मिनिस्टर ने मौजूदा हालात के लिए म्यांमार से घुसपैठ और अवैध हथियारों को ही जिम्मेदार ठहराया है. करीब 200 सालों से कुकी को स्टेट का संरक्षण मिला. कई इतिहासकारों का मानना है कि अंग्रेज नागाओं के खिलाफ कुकी को लाए थे.
– नागा अंग्रेजों पर हमले करते तो उसका बचाव यही कुकी करते थे. बाद में अधिकतर ने इसाई धर्म स्वीकार कर लिया जिसका फायदा मिला और एसटी स्टेटस भी मिला.
– जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी में स्पेशल सेंटर फॉर द स्टडी ऑफ नॉर्थ ईस्ट इंडिया में असिसटेंट प्रफेसर खुरीजम बिजॉयकुमार सिंह ने बताया कि मणिपुर की हिंसा सिर्फ दो ग्रुप का ही झगड़ा नहीं है, बल्कि ये कई समुदायों से भी बहुत गहरे जुड़ा है. ये कई दशकों से जुड़ी समस्या है. अभी तक सिर्फ सतह पर ही देखी जा रही है.
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अगले 5 दिनों में पूर्वोत्तर भारत, बिहार, उत्तराखंड में भारी बारिश की संभावना : आईएमडी

नई दिल्ली (आईएएनएस)। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने मंगलवार को कहा कि अगले पांच दिनों के दौरान पूर्वोत्तर भारत, बिहार और उत्तराखंड में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है, जबकि इस दौरान देश के शेष हिस्सों में हल्की बारिश की गतिविधि होने की उम्मीद है। अगले एक सप्ताह.
उत्तर पश्चिम भारत में, मौसम का पूर्वानुमान हल्की से मध्यम, छिटपुट से लेकर काफी व्यापक वर्षा की आशंका का संकेत देता है। “यह पैटर्न मंगलवार से शनिवार तक जारी रहने की उम्मीद है। इस अवधि के दौरान, उत्तराखंड के क्षेत्र में भारी वर्षा की अलग-अलग घटनाओं की संभावना अधिक है, ”आईएमडी ने अपने बुलेटिन में कहा।
इसके अतिरिक्त, पूर्वी उत्तर प्रदेश के क्षेत्रों में भी मंगलवार, बुधवार और शनिवार को इन स्थितियों का अनुभव होने की उम्मीद है, बुधवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लिए भी ऐसा ही पूर्वानुमान है।
विशेष रूप से, उत्तराखंड के क्षेत्र में बुधवार और गुरुवार को बहुत भारी वर्षा की अलग-अलग घटनाएं देखी जा सकती हैं। इसके विपरीत, उत्तर पश्चिम भारत के अन्य हिस्सों में आगामी सप्ताह में अपेक्षाकृत कम वर्षा गतिविधि होने की उम्मीद है।
पूर्वी भारत में, मौसम संबंधी दृष्टिकोण से पता चलता है कि हल्की से मध्यम, काफी व्यापक से व्यापक वर्षा होगी।
“मौसम का यह मिजाज मंगलवार से गुरुवार तक रहने का अनुमान है। इस समय सीमा के दौरान, बिहार जैसे क्षेत्रों में भारी वर्षा की अलग-अलग घटनाओं का अनुभव होने की संभावना है, साथ ही मंगलवार और बुधवार को अलग-अलग स्थानों पर बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है, ”मौसम विज्ञानी ने कहा।
उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में भी बुधवार, शुक्रवार और शनिवार को इसी तरह का मौसम रहने का पूर्वानुमान है। इसके अलावा, गंगीय पश्चिम बंगाल और झारखंड में मंगलवार को अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा हो सकती है, जबकि बिहार में संभवतः मंगलवार को अत्यधिक भारी वर्षा हो सकती है।
पूर्वोत्तर भारत में अपेक्षित मौसम पैटर्न हल्की से मध्यम, काफी व्यापक से व्यापक वर्षा की विशेषता है।
आईएमडी ने कहा, "अगले पांच दिनों में, अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय और नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा जैसे क्षेत्रों में अलग-अलग से लेकर बहुत भारी बारिश होने की संभावना है।"
मध्य, पश्चिम और दक्षिण भारत में, आगामी सप्ताह में इन क्षेत्रों में वर्षा गतिविधि का स्तर कम होने का अनुमान है। मौसम पूर्वानुमान से पता चलता है कि इन क्षेत्रों में अगले सात दिनों के दौरान न्यूनतम वर्षा होगी।
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TMC सांसद डेरेक ओ ब्रायन राज्यसभा से पूरे सत्र के लिए निलंबित

  • सदन की कार्यवाही में लगातार बाधा डालने पर लिया गया एक्शन
नई दिल्ली। टीएमसी के सांसद डेरेक ओ ब्रायन को पूरे सत्र के लिए राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया है। राज्यसभा के सभापति ने यह फैसला लिया। आज राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही जबरदस्त हंगामा हुआ। 
राज्यसभा में सदन के नेता पीयूष गोयल ने "सदन की कार्यवाही में लगातार बाधा डालने, सभापति की अवज्ञा करने और सदन में लगातार अशांति पैदा करने' पर उनके निलंबन के लिए एक प्रस्ताव पेश किया था। इसी प्रस्ताव के आधार पर निलंबन की कार्रवाई की गई। इससे पहले आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह को भी सस्पेंड किया जा चुका है।
डेरेक ओ ब्रायन  के निलंबन के बाद विपक्ष के सांसदों ने जमकर हंगामा किया जिसके चलते राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई थ। इससे पहले दिल्ली सर्विस बिल पर बहस के दौरान राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने सांसद डेरेक ओ ब्रायन की खिंचाई करते हुए कहा था कि आप केवल बाधा डालने और परेशान करने के लिए खड़े हो रहे हैं। 
डेरेक को चार बार दी गई थी चेतावनी-
दरअसल, राज्यसभा में मणिपुर चर्चा को लेकर हंगामा हो रहा था। इसी बीच डेरेक ओ ब्रायन खड़े होकर कहने लगे कि मणिपुर पर चर्चा होनी चाहिए। सभापति ने उनसे शांत रहने की बार-बार अपील की लेकिन वे नहीं माने। तब सभापित धनखड़ काफी नाराज हो गए। तभी पीयूष गोयल उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेककर आए और उन्हें राज्यसभा से इस पूरे सत्र के लिए सस्पेंड करदिया। इसके तुरंत बाद दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
राज्यसभा सांसद महेश जेठमलानी ने कहा कि वे(डेरेक ओ ब्रायन) इस तरह की कार्रवाई एक तरह से न्यौता दे रहे थे। मुझे लगता है कि उन्हें पहले ही चार बार चेतावनी दी गई थी लेकिन वे नहीं माने। इसलिए, मुझे लगता है कि सभापति के पास कोई अन्य विकल्प नहीं था।
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चीन से पैसा लेने के मामले में राहुल गांधी सदन में दें बयान : अनुराग ठाकुर

नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने न्यूज़क्लिक खुलासे को लेकर राहुल गांधी से सदन के अंदर बयान देने और देश से माफी मांगने की बात करते हुए कहा कि राहुल गांधी जब सदन में आ रहे हैं तो उन्हें सदन के माध्यम से देश को यह बताना चाहिए कि राजीव गांधी फाउंडेशन में चीन से कैसे पैसा लिया गया और उसे कहां-कहां खर्च किया गया?
अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी से सदन के अंदर देश से माफी मांगने की मांग करते हुए कहा कि उन्हें यह बताना चाहिए कि चीन द्वारा फंडेड न्यूज़क्लिक को उन्होंने क्यों समर्थन दिया और उस से उनको क्या-क्या लाभ मिला?
अनुराग ठाकुर ने कांग्रेस का हाथ न्यूज़क्लिक के साथ और न्यूज़क्लिक के ऊपर चाइना का हाथ की बात कहते हुए कहा कि राहुल गांधी को यह भी बताना चाहिए कि ऐसे किन-किन लोगों से उन्हें फंडिंग प्राप्त हुई। उन्होंने पूछा कि क्या यह खेल तभी शुरू हो गया था जब सोनिया गांधी और राहुल गांधी ओलंपिक गेम्स देखने चीन गए थे ?
आप सांसद राघव चड्ढा पर लगे फर्जीवाड़ा के आरोपों पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि जिस तरह से बाहर कुछ राजनीतिक दल के नेताओं को झूठ बोलने की आदत है, लेकिन वे शायद यह भूल गए कि संसद के अंदर यह नहीं चलता है। सदन नियमों से चलती है, हंगामे से नहीं चलती। उन्होंने आगे कहा कि ये देश को जितना भी भ्रमित करने का प्रयास कर लें लेकिन लोक सभा और राज्य सभा दोनों सदनों में इनकी पोल खुल गई है। उन्होंने कहा कि कल जिस तरह से अरविंद केजरीवाल बाहर तिलमिला रहे थे तो कुछ लोग सदन के अंदर गलत जानकारी देकर सदन को गुमराह कर रहे थे, यह दिखाता है आम आदमी पार्टी किस स्तर तक गिर सकती है और यह चिंताजनक है।
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'घमंडिया' गठबंधन अपनी एकता को टेस्ट करने लाया है अविश्वास प्रस्ताव : PM मोदी

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को भाजपा संसदीय दल की बैठक को संबोधित करते हुए विपक्ष द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर तीखा हमला बोला। बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए केंद्रीय संसदीय कार्य राज्यमंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने प्रधानमंत्री मोदी द्वारा दिए गए संबोधन के बारे में बताते हुए कहा कि यह 'घमंडिया' गठबंधन अपनी एकता को टेस्ट करने के लिए अविश्वास प्रस्ताव लेकर आया है।
प्रधानमंत्री ने बैठक में कहा कि हमारे पास बहुमत है और ऐसे में विपक्ष के इस अविश्वास प्रस्ताव का उन्हें कोई मतलब समझ में नहीं आता है लेकिन इस घमंडिया गठबंधन की यह भावना है कि वह आपस में एक हैं क्या? इसलिए ये अपनी एकजुटता को, एकता को टेस्ट करने के लिए यह अविश्वास प्रस्ताव लेकर आए हैं।
मेघवाल ने आगे बताया कि घमंडिया गठबंधन कल राज्य सभा में एक टेस्टिंग कर चुका है जहां पर यह पता लग गया कि विपक्ष कोई मजबूत ग्राउंड पर नहीं था। उन्होंने कहा कि कल राज्य सभा में उन्हें उम्मीद से एक वोट ज्यादा मिला।
मेघवाल ने आगे बताया कि आज की बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने 9 अगस्त से भ्रष्टाचार क्विट इंडिया, परिवारवाद क्विट इंडिया और तुष्टिकरण यानी वोट बैंक पॉलिटिक्स क्विट इंडिया अभियान चलाने का निर्देश देते हुए सभी सांसदों को इस अभियान से जुड़ने का आह्वाहन किया है।
उन्होंने 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका दिवस के तौर पर मनाने को भी कहा। इस दिन देश भर में विभाजन की त्रासदी को लेकर सेमिनार का आयोजन किया जाएगा और देशभर में मौन जुलूस भी निकाला जाएगा। प्रधानमंत्री मोदी ने बैठक में सभी सांसदों को हर घर तिरंगा अभियान और अमृत कलश यात्रा में भी बढ़-चढ़कर शामिल होने का निर्देश दिया।
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अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा, गौरव गोगोई ने उठाया सवाल

  • कहा- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मणिपुर क्यों नहीं गए
नई दिल्ली। गौरव गोगोई ने सवाल उठाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मणिपुर क्यों नहीं गए. मोदीजी को मणिपुर पर कुछ बोलने के लिए 80 दिन क्यों लग गए. पीएम मोदी की तरफ से संवेदना का कोई शब्द या शांति की अपील क्यों नहीं की गई. मंत्री बोलें, कोई नहीं रोक रहा, लेकिन पीएम मोदी के शब्दों में जो वजन है, वह किसी मंत्री में नहीं है. हमारा तीसरा सवाल है कि पीएम ने मणिपुर के मुख्यमंत्री को बर्खास्त क्यों नहीं किया. गुजरात में चुनाव से पहले दो बार मुख्यमंत्री बदल दिए, उत्तराखंड, त्रिपुरा में भी मुख्यमंत्री बदल दिए. लेकिन मणिपुर के मुख्यमंत्री को विशेष आशीर्वाद क्यों?
चर्चा के दौरान कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा- 'यह अविश्वास प्रस्ताव हम मणिपुर के लिए लेकर आए हैं. मणिपुर का युवा इंसाफ मांगता है. मणीपुर की बेटी इंसाफ मांगती है. मणिपुर का किसान इंसाफ मांगता है. अगर मणिपुर प्रभावित हुआ है तो भारत प्रभावित हुआ है. हम सिर्फ मणिपुर की बात नहीं कर रहे हैं. बल्कि भारत की बात कर रहे हैं. हमारी अपेक्षा थी कि एक संदेश जाए कि इस दुख की घड़ी में पूरा देश मणिपुर के साथ है, लेकिन अफसोस की बात है कि ऐसा नहीं हुआ. प्रधानमंत्री महोदय ने एक मौनव्रत लिया. ना लोकसभा में कुछ बोलेंगे ना राज्यसभा में कुछ बोलेंगे. इसलिए यह नौबत आन पड़ी है कि हम अविश्वास प्रस्ताव के द्वारा प्रधानमंत्री मोदी जी का मौन व्रत तोड़ना चाहते हैं.
राहुल गांधी की जगह जब गौरव गोगोई ने अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की शुरुआत की तो भारतीय जनता पार्टी के सांसदों ने हंगामा करना शुरू कर दिया. बीजेपी सांसद पूछने लगे की जब राहुल गांधी इस पर चर्चा करने के लिए आने वाले थे तो अब अचानक बदलाव कर गौरव गोगोई को आगे क्यों किया जा रहा है.
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पति के वियोग में पत्नी ने भी तोड़ा दम, दोनों की एक साथ उठी अर्थी

  • उमड़ी भीड़, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
झांसी। उत्तर प्रदेश के झांसी से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. जहां एक महिला अपने पति की मौत का सदमा बर्दाश्त नहीं कर पाई और 2 घंटे बाद ही उसने दम तोड़ दिया. एक के बाद एक घर में दो मौतें होने से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.
जिले के बघौरा गांव में रहने वाले 50 वर्षीय प्रीतम रविवार को रोजाना की तरह भैंस लेकर खेत पर गए थे. बारिश के मौसम में खेत के रास्ते पर बघौरा गांव में चेकडैम का पानी आ जाता है. वहीं जब प्रीतम खेत पर गए तो पानी का स्तर कम था. लेकिन आसपास के इलाकों में हुई बारिश से पानी का जलस्तर अचानक बढ़ गया. इस बात से प्रीतम अनजान थे.
शाम को लौटते समय वह चेकडैम के पानी में डूब गए. काफी देर बाद भी जब वह घर नहीं लौटे तो परिजन उनकी तलाश करने गए. तब चेकडैम के किनारे प्रीतम की चप्पल मिली. इसके बाद परिजनों ने पुलिस को सूचना दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थानीय गोताखोरों की मदद से खोजबीन शुरू की और प्रीतम के शव को निकाला.
प्रीतम की मौत की खबर सुनते ही परिवार में मातम पसर गया. दो घंटे बाद प्रीतम की पत्नी ने भी दम तोड़ दिया. परिजनों का कहना है कि दोनों एक-दूसरे से बहुत प्यार करते थे. दंपती का एक बेटा और 2 बेटियां हैं. तीनों की शादी हो गई है.
चाचा उधम सिंह ने बताया कि रोज की तरह भतीजा प्रीतम रविवार को भी भैंस को चराने के लिए खेतों की ओर गया था. रास्ते में पड़ने वाले चैकडैम में अचानक पानी बढ़ गया. शाम को जब प्रीतम भैसों को चराकर वापस लौट रहा था, तभी वह चैकडैम के पनी में डूब गया.
काफी देर तक जब वह घर नहीं पहुंचा तो परिजनों को इसकी चिंता हुई और उन्होंने तलाश शुरू कर दी. खोजबीन के दौरान उन्हें चैकडैम के किनारे प्रीतम की चप्पल नजर आईं. फिर पुलिस को इसकी सूचना दी गई. लगभग 3 घंटे बाद प्रीतम के शव को खोजने में सफलता हुई. 47 वर्षीय बीमार पत्नी गीता को हुई तो वह अपनी सुध खो बैठी. इधर पोस्टमार्टम के बाद पति के अंतिम संस्कार की तैयारियां चल रही थीं कि तभी पत्नी गीता ने भी पति वियोग में अपने प्राण त्याग दिए.
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विदेश मंत्री जयशंकर ने मंगोलिया के पूर्व राष्ट्रपति से की मुलाकात

  • द्विपक्षीय सहयोग पर चर्चा की
नई दिल्ली (एएनआई)। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने सोमवार को मंगोलियाई पूर्व राष्ट्रपति एनखबयार नामबार से मुलाकात की और दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों और सहयोग को गहरा करने पर चर्चा की।
जयशंकर ने कहा कि वह दोनों देशों के बीच सहयोग को अगले स्तर पर ले जाने में मंगोलियाई नेता के मार्गदर्शन और अंतर्दृष्टि को महत्व देते हैं। “ आज दोपहर मंगोलिया के पूर्व राष्ट्रपति एनखबयार नामबार से मिलकर खुशी हुई । हमारे संबंधों को मजबूत करने और हमारे आध्यात्मिक संबंधों को गहरा करने में उनके योगदान की सराहना करते हैं। जयशंकर ने ट्विटर पर कहा, हमारे सहयोग को अगले स्तर पर ले जाने के लिए उनके मार्गदर्शन और अंतर्दृष्टि को महत्व दें। 
इससे पहले शनिवार को नंबर ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से उनके आवास पर मुलाकात की। दोनों नेताओं ने लोकतंत्र और स्वतंत्रता के पोषित आदर्शों को रेखांकित किया जो भारत-मंगोलिया संबंधों की नींव हैं। “मंगोलिया के पूर्व राष्ट्रपति महामहिम श्री एनखबयार नंबर ने आज उपराष्ट्रपति निवास में माननीय उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने लोकतंत्र और स्वतंत्रता के पोषित आदर्शों को रेखांकित किया जो भारत-मंगोलिया संबंधों की नींव बनाते हैं, और दोनों देशों के बीच आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और सभ्यतागत संबंधों को और मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, ”उपराष्ट्रपति के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से कहा गया। पिछले महीने, भारतीय सेना और मंगोलियाई सशस्त्र बलों ने मंगोलिया में घुमंतू हाथी अभ्यास 2023 में भाग लिया था।
रक्षा मंत्रालय ने प्रेस विज्ञप्ति में कहा, "इस अभ्यास का उद्देश्य सकारात्मक सैन्य संबंध बनाना, सर्वोत्तम प्रथाओं का आदान-प्रदान करना, दोनों सेनाओं के बीच अंतर-संचालन क्षमता, सौहार्द, सौहार्द और मित्रता विकसित करना है। अभ्यास का प्राथमिक विषय पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।" संयुक्त राष्ट्र के आदेश के तहत पहाड़ी इलाकों में आतंकवाद विरोधी अभियान।" जून में, भारत में मंगोलिया के राजदूत गैनबोल्ड दंबजाव ने इस बात पर प्रकाश डाला कि भारत और मंगोलिया के बीच सहयोग की काफी संभावनाएं हैं, खासकर पर्यावरण की सुरक्षा और पर्यावरण संरक्षण में। "मैं यहां आकर और बॉयलर्स एक्सपो के उद्घाटन समारोह में भाग लेकर खुश हूं। मुझे लगता है कि यह एक बहुत बड़ा आयोजन है और यह बहुत महत्वपूर्ण है। खुशी की बात है कि हम जीसीटीआई (ग्लोबल ट्रेड एंड टेक्नोलॉजी काउंसिल ऑफ इंडिया) के साथ मिलकर इस कार्यक्रम की व्यवस्था कर रहे हैं। ) और मैं देखता हूं कि मंगोलिया, भारत के बीच सहयोग की काफी संभावनाएं हैं, खासकर, जब पर्यावरण संरक्षण और पर्यावरण संरक्षण की बात आती है। इसलिए, हमारा मानना ​​है कि सहयोग में हमारा बहुत भविष्य है,'' दंबजाव ने एएनआई को बताया । उन्होंने भारत को दुनिया का "सबसे बड़ा लोकतंत्र" कहा, साथ ही कहा कि मंगोलिया एक "युवा लोकतंत्र" है। उन्होंने कहा कि मंगोलिया को भारतीय अनुभव से बहुत कुछ सीखना है। उन्होंने बॉयलर एक्सपो 2023 के दौरान यह टिप्पणी की। (एएनआई)
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राहुल गांधी ने दिया एक ही मंत्र- डरो मत : कमलनाथ

मध्य प्रदेश। सर्वोच्च न्यायालय से मिली राहत के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी की लोकसभा की सदस्यता बहाल कर दी गई है। इससे मध्यप्रदेश में कांग्रेसी उत्साहित हैं और उनका कहना है कि राहुल गांधी ने हम सभी को एक ही मंत्र दिया है- डरो मत। राहुल गांधी की सदस्यता बहाल किए जाने के बाद मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा, "राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता बहाल करने के फैसले का मैं स्वागत करता हूँ। अब संसद में हमें फिर वह सिंह गर्जना सुनने को मिलेगी जो जनता को अभय और लोकतंत्र विरोधियों को भय देती है। राहुल गांधी का एक ही मंत्र हम सबको याद रखना है- डरो मत।"
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राहुल गांधी की सदस्यता की बहाली पर कहा कि संसद में सड़क की आवाज फिर गूंजेगी। समस्त देशवासियों को बधाई। भूपेश बघेल ने यह भी लिखा, ऐसी दिखती है, नफरत के खिलाफ मोहब्बत की जीत,अन्याय के खिलाफ न्याय की जीत, असत्य के खिलाफ सत्य की जीत, तानाशाही के खिलाफ लोकतंत्र की जीत, षड्यंत्रों के खिलाफ इंडियन की जीत।
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कांग्रेस ने पंचायती राज संस्थाओं को मजबूत करने ठोस प्रयास नहीं किए : PM मोदी

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को हमला तेज करते हुए कहा कि कांग्रेस ने अपने शासन के दौरान कभी भी पंचायती राज संस्थाओं को मजबूत करने के लिए ठोस प्रयास नहीं किए। पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हरियाणा में क्षेत्रीय पंचायती राज परिषद को संबोधित करते हुए कहा, "कांग्रेस शासन के दौरान, पंचायती राज संस्थाओं को मजबूत करने के लिए कभी ठोस प्रयास नहीं किए गए। ज्यादातर कार्रवाई केवल आंकड़ों और कागजों तक ही सीमित थी।"
उन्होंने कहा, "आजादी के बाद चार दशकों तक कांग्रेस ने गांवों में पंचायती राज व्यवस्था लागू करने के महत्व को नहीं समझा। 'अमृत काल' की इस यात्रा में हमें पिछले दशकों के अनुभवों को ध्यान में रखना होगा।" पीएम मोदी ने कहा, "जम्मू-कश्मीर इसका सबसे बड़ा उदाहरण है. अनुच्छेद 370 हटने के बाद पहली बार ग्राम पंचायत से लेकर जिला स्तर तक चुनाव हुए। पहली बार जमीनी स्तर पर लोकतंत्र स्थापित हुआ है।"
इस मौके पर प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि विकसित भारत के लिए जिलों का विकसित होना भी उतना ही जरूरी है। पीएम मोदी ने कार्यक्रम में शामिल सदस्यों से कहा, "विकसित भारत के लिए अपने जिलों को विकसित करना जरूरी है। आपको सोचना चाहिए कि 2047 तक आपका जिला भी विकसित हो जाए। इसके लिए आप पांच साल की योजना बना सकते हैं। आपके जिले के लिए कौन सी योजनाएं महत्वपूर्ण हैं, आपको इस बारे में सोचना चाहिए।''
उन्होंने कहा कि भाजपा के प्रतिनिधि होने के नाते उन्हें पंचायती व्यवस्था का लाभ हर व्यक्ति तक पहुंचाना चाहिए। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन के दौरान 'एक जिला एक उत्पाद' के महत्व पर भी जोर दिया। जिलों में जीएसटी कलेक्शन के बारे में बात करते हुए मोदी ने कहा, 'अगर जीएसटी कलेक्शन ज्यादा होगा तो विकास के लिए ज्यादा पैसा मिलेगा. इस मौके पर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा भी मौजूद रहे।
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सांसदी बहाल होने के बाद लोकसभा पहुंचे राहुल गांधी

  • हंगामे के कारण कार्यवाही 2 बजे तक स्थगित
नई दिल्ली। लोकसभा सदस्यता बहाल हो जाने के बाद राहुल गांधी सोमवार को 12 बजे लोकसभा की कार्यवाही में शामिल हुए। कार्यवाही शुरू होने से कुछ मिनट पहले जैसे ही राहुल गांधी सदन के अंदर पहुंचे, कांग्रेस सांसदों ने राहुल गांधी जिंदाबाद का नारा लगाकर उनका स्वागत किया।
सदन में सोनिया गांधी और राहुल गांधी की मौजूदगी में कांग्रेस सांसद लगातार राहुल गांधी जिंदाबाद के नारे लगाते रहे। इस दौरान कांग्रेस सांसदों समेत विपक्षी दलों के कई नेता भी राहुल गांधी की सीट पर जाकर उन से हाथ मिला कर उनको फिर से लोक सभा में आने की बधाई देते नजर आए।
दोपहर 12 बजे जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई कांग्रेस सांसदों के नारे के बीच भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने सदन में खड़े होकर कांग्रेस को चीन की तरफ से मिलने वाले फंड का सवाल उठाते हुए यह आरोप लगाया कि 2005 से 2014 के दौरान जब भी भारत पर कोई संकट आया, कांग्रेस को उस समय पैसा दिया गया। निशिकांत दुबे ने सदन के पटल पर कांग्रेस की फंडिंग और चीन के साथ उसके संबंधों का मसला उठाते हुए सरकार से इस मामले की जांच की मांग की। निशिकांत दुबे के आरोप लगाते ही कांग्रेस के सांसदों ने खड़े होकर विरोध करना शुरू कर दिया। दोनों तरफ से हंगामा और नारेबाजी शुरू हो गई जिसे देखते हुए पीठासीन सभापति ने सदन की कार्यवाही दोपहर बाद 2 बजे तक स्थगित कर दी।
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