बाड़मेर। बाड़मेर में एक व्यक्ति को लाठियों से पीट-पीटकर मार डालने का मामला तूल पकड़ गया है. इससे नाराज परिजन व समाज के लोग मुर्दाघर के बाहर धरने पर बैठ गए हैं। आरोप है कि जमीन विवाद को लेकर एक महिला सहित 17 लोगों ने बेटियों के सामने ही एक व्यक्ति की हत्या कर दी. इतना ही नहीं उसने जान बचाने आए लोगों को धमकी भी दी कि अगर कोई उसे बचाने आया तो उसे जान से मार दिया जाएगा। परिजनों का आरोप है कि मृतक कोजाराम ने 15 मार्च को ही बाड़मेर एसपी को तहरीर दी थी कि उनकी जान को खतरा है, लेकिन उसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई और अब उनकी हत्या कर दी गई है.
दरअसल, बाड़मेर जिले के गिराब थाना क्षेत्र के असदी गांव में बुधवार सुबह करीब 10 बजे असदी निवासी कोजाराम (40) की हत्या कर दी गयी. बताया जाता है कि दोनों पक्षों के बीच पिछले 6 साल से विवाद चल रहा था। इसको लेकर कोजाराम ने दूसरे पक्ष के लोगों पर 9 मुकदमे भी दर्ज करवाए थे। कोजाराम की हत्या के बाद उनके बेटे इंद्र कुमार ने बुधवार को गिराब थाने में रिपोर्ट दी. रिपोर्ट में बताया गया कि कोजाराम अपनी छोटी बहनों ममता और झामू तीनों के साथ सुबह 7.30 बजे बकरियां लेने और उन्हें खेत में छोड़ने के लिए खेत से निकला था. इस दौरान नरेंद्र सिंह, जितेंद्र सिंह, रविंद्र सिंह, रायपाल सिंह, गुलाब सिंह, महेंद्र सिंह, महेंद्र सिंह, विक्रम सिंह, खिम सिंह, बिहारी सिंह, जोगराज सिंह, देवी सिंह, सादुल सिंह, सवाई सिंह, नखत सिंह, राम सिंह , देव कंवर की पत्नी गुलाब सिंह ने धारदार हथियार से हमला कर उसकी हत्या कर दी।
पुलिस को दी रिपोर्ट में बताया गया कि वहां मौजूद सादुलाराम और छगू देवी कोजाराम को बचाने के लिए घर से निकले थे, लेकिन बदमाशों ने उन्हें रोक लिया. उन्हें धमकी दी कि अगर कोई कोजाराम को बचाने गया तो वे उसे मार देंगे। इसके बाद सादुलाराम रमेश को फोन करता है कि कोजाराम की हत्या कर दी गई है और उसे घर से निकलने नहीं दिया जा रहा है। इसकी सूचना मिलने पर उदारम मेघवाल ने बाड़मेर एसपी और पुलिस को सूचना दी। इसके बाद बदमाश मौके से फरार हो गए। सादुलाराम व अन्य लोगों ने कोजाराम को कार में बिठाकर बाड़मेर अस्पताल के लिए रवाना किया, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई।
मृतक कोजाराम ने 15 मार्च को एसपी को तहरीर दी थी कि 14 मार्च की रात 1.30 बजे वह और उसकी पत्नी व परिवार के लोग खाना खा रहे थे, तभी बाइक पर नरेंद्र सिंह, विक्रम सिंह आए. इस दौरान उसने उसके साथ गाली-गलौज की। इसके बाद वे ट्रैक्टर लेकर आए और चिल्लाने लगे कि तुम्हें मारे बिना नहीं छोड़ेंगे। रिपोर्ट में ये भी बताया गया कि उनके बीच कई सालों से झगड़ा और विवाद चल रहा है. इन लोगों से जान को खतरा रहता है और इनके साथ कभी भी अप्रिय घटना हो सकती है। उनका व उनके परिजनों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है. एसपी ने तुरंत शिकायत दर्ज कराई, लेकिन पुलिस ने रिपोर्ट पर कोई कार्रवाई नहीं की। मृतक ने अपने साथ कोई अनहोनी होने की आशंका जताई। दरअसल, असड़ी गांव में कच्ची सड़क निकलती है, जिसके दोनों ओर अलग-अलग परिवार रहते हैं. इसके एक ओर कोजाराम मेघवाल का मकान भी है। कोजाराम ने पुलिस में मारपीट, मारपीट, अतिक्रमण व विवाद से जुड़े एक नहीं बल्कि नौ मामले दर्ज कराए हैं। इन 9 में से 4 मामलों में चालान भी पेश किया जा चुका है। आरोपी जेल भी जा चुके हैं। मृतक ने एनसीआर समेत कई मुकदमे दर्ज कराए थे।