झूठा सच @ रायपुर. राजधानी स्थित साइंस कॉलेज में आयोजित राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के अंतर्गत विभिन्न पारंपरिक अनुष्ठानो के संदर्भित विषयों के अंतर्गत विवाह संस्कार पर भाग लेने वाले आदिवासी नर्तक दल अपने-अपने देश और राज्यों की आदिवासी परंपरा के अनुसार किये जाने वाले नृत्यों की प्रस्तुति करेंगे .
कार्यक्रमों की समय सारणी
इस प्रतियोगिता में दोपहर 2.30 बजे से 6.30 बजे तक 11 नर्तक दल अपनी प्रस्तुति देंगे, जिसमें गोंड जनजाति का कर्मा नृत्य-मध्यप्रदेश, कड़सा नृत्य-झारखंड, गोजरी नृत्य जम्मू-कश्मीर, गुरयाबल्लु-आंध्रप्रदेश, कारबी-तिवा-असम, डिम्सा-आंध्रप्रदेश, धप-ओड़िसा, कोम्मुकोया-तेलंगाना, दंडार-मध्यप्रदेश, बोण्डा-ओड़िसा, मेवासी नृत्य-गुजरात की प्रस्तुति होगी।
शाम 6.30 से रात्रि 7.30 बजे तक पारम्परिक त्यौहार एवं अनुष्ठान, फसल कटाई-कृषि एवं अन्य पारंपरिक विधाओं पर नृत्य प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी, जिसमें 05 नर्तक दल हिस्सा लेंगे। इनमें करमा नृत्य-छत्तीसगढ़, झींझीं हन्ना-उत्तराखंड, गुसाड़ी-डिम्सा-तेलंगाना, उरांव-झारखंड, सिद्धी गोमा नृत्य-गुजरात की प्रस्तुति होगी।
रात्रि 8 बजे से 9.30 बजे तक मुख्य मंच पर राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके के मुख्य आतिथ्य और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा, जिसमें अतिथियों के उद्बोधन के बाद स्वाजीलैण्ड, उजबेकिस्तान और माली के आदिवासी नर्तक दलों द्वारा प्रस्तुति दी जाएगी।