धान का कटोरा

जनजातीय गौरव यात्रा से मिली युवाओं और समाज को आगे बढ़ने की प्रेरणा : केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया

  • जनजातीय समाज को विकास से जोड़कर गौरव बढ़ा रहे प्रधानमंत्री श्री मोदी : CM विष्णुदेव साय
  • जशपुर में जनजातीय गौरव यात्रा के समापन समारोह में शामिल हुए केन्द्रीय मंत्री एवं मुख्यमंत्री
  • युवाओं को विकसित भारत संकल्प अभियान से जुड़ने की अपील की
रायपुर। भगवान बिरसा मुंडा की जयंती से दो दिन पूर्व उनके स्मृति में जशपुर में आयोजित जनजातीय गौरव यात्रा में मुख्य अतिथि के रूप में केन्द्रीय श्रम, युवा एवं रोजगार मामले तथा खेल मंत्री श्री मनसुख मंडाविया, मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय सहित प्रदेश के मंत्रीगण शामिल हुए। स्थानीय रणजीता स्टेडियम में यात्रा के समापन अवसर पर मुख्य अतिथि श्री मांडविया ने माई भारत वॉलिंटियर्स द्वारा आयोजित इस यात्रा की सराहना करते हुए कहा कि यात्रा में शामिल होकर यहाँ की आदिवासी संस्कृति, विरासत, यहाँ की रहन-सहन, वेशभूषा को देखने और जानने का अवसर मिला। इस यात्रा से युवाओं को एकजुट होने और समाज को देश के प्रति जागरूक बनाते हुए उन्हें आगे बढ़ाने की प्रेरणा मिली है। उन्होंने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा जी से प्रेरणा लेकर समाज आगे बढ़े और देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा विकसित भारत बनाने के संकल्प से जुड़कर देश को विकास के साथ जुड़कर काम करें।
केंद्रीय मंत्री श्री मांडविया ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री ने भारत के विकास के लिए जो योजनाएं बनाई है, उसमें आप सभी को जुड़ना है। माई भारत एप्लिकेशन में जाकर अपना रजिस्ट्रेशन भी कराना है। केंद्रीय मंत्री श्री मांडविया ने कहा कि सुबह से पदयात्रा करते हुए यहाँ के लोक जीवन का परिचय हुआ। जनजाति समाज सहित अन्य समाज के लोग भी इसमें शामिल नजर आए और जगह-जगह अलग-अलग तरीके से स्वागत, अभिनन्दन करते रहे। जगह-जगह स्टॉल लगाकर पानी पिलाना, फल सहित अन्य खाद्य सामग्री बाटना और यात्रा में शामिल सभी लोगों को प्रोत्साहित करते हुए देखकर खुशी हुई। इस यात्रा के दौरान मैंने भी कुछ लोगों से बात की। मुझे देश का उज्ज्वल भविष्य नजर आया। मैं जान पाया कि हमारा देश आगे बढ़ रहा है। उन्होंने जनजातीय गौरव यात्रा के सफल आयोजन के लिए सभी के प्रति आभार भी जताया।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने समारोह की अध्यक्षता करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में आदिवासियों का गौरव लगातार बढ़ रहा है। भगवान बिरसा मुंडा की जन्म जयंती 15 नवंबर को आज पूरे देश में आदिवासी स्वाभिमान और गौरव दिवस के रूप में मनाया जाता है। सर्वाेच्च पद पर आज आदिवासी समाज की महिला द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति के रूप में सुशोभित हैं। अति पिछड़े आदिवासियों के विकास को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने उच्च प्राथमिकता दी है। पीएम जनमन योजना से जनजातीय समुदाय की तस्वीर बदल रही है। धरती आबा आदिवासी ग्राम उत्कर्ष योजना लॉन्च की गई है और इसके लिए 80 हजार करोड़ रुपए का बजट प्रावधान किया गया है। मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी बाजपेई को भी याद किया। आदिवासियों की विशेष जरूरतों को ध्यान में रखते हुए उन्होंने  भारत सरकार में पृथक आदिवासी विकास मंत्रालय का गठन किया।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि राजधानी रायपुर में 14 और 15 नवंबर को देश भर के आदिवासियों की संस्कृतियों का प्रदर्शन होगा। मुख्यमंत्री श्री साय ने माटी के वीर पदयात्रा समारोह में शामिल होने के लिए केंद्रीय मंत्री श्री मांडविया के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि पदयात्रा बेहद सफल रही। उम्मीद से ज्यादा युवा पदयात्रा में शामिल हुए। लोगों को आदिवासी संस्कृति और जनजीवन को निकट से देखने का मौका मिला। धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की जय, जयकार से पूरा स्टेडियम गुंज उठा।
उपमुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा ने अन्याय के खिलाफ अंग्रेजों से लोहा लिया। लोगों को उनका हक दिलाने के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया। युवाओं को भगवान बिरसा मुंडा के जीवन से प्रेरणा लेकर देश को विकसित बनाने के अभियान सहभागी बनना चाहिए।
आदिम जाति और अनुसूचित जाति विकास मंत्री श्री रामविचार नेताम ने भी समारोह को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि आज की पदयात्रा में 15 हजार से अधिक नौजवान शामिल हुए। सभी शुरू से अंत तक पैदल चलकर एकजुटता का संदेश दिया। उन्होंने भगवान बिरसा मुंडा की जयंती को गौरव दिवस के रूप में स्थापित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया। उन्होंने पीएम जनमन सहित धरती आबा उत्कर्ष योजना से आ रहे बदलाव के बारे में बताया। वित्त मंत्री एवं जशपुर जिले के प्रभारी मंत्री ओपी चौधरी ने समारोह के अंत में आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री टंक राम वर्मा, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े, सांसद श्री राधेश्याम राठिया एवं श्री चिंतामणी महराज, विधायक श्रीमती गोमती साय, श्रीमती रायमुनि भगत, श्री राम कुमार टोप्पो, श्री सुशांत शुक्ला, राज्य महिला आयोग की सदस्य श्रीमती  प्रियम्बदा सिंह जूदेव सहित श्री प्रबल प्रताप सिंह जूदेव, श्री रणविजय सिंह जूदेव सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण एवं बड़ी संख्या में युवा और नागरिकगण उपस्थित थे।
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रायपुर दक्षिण उपचुनाव, दोपहर 3 बजे तक 39.23 मतदान

रायपुर। रायपुर दक्षिण विधानसभा उपचुनाव के लिए वोटिंग जारी है। दोपहर 3 बजे तक 39.23 मतदान हुआ है। रायपुर दक्षिण के अधिकतर बूथों पर कम मतदाता पहुंच रहे हैं। वहीं मठपुरेना के मतदान केंद्र में सुबह से वोट डालने के लिए कतार लगी है। इनमें महिलाओं की संख्या ज्यादा है।
नयापारा पोलिंग बूथ पर करीब खड़े होने को लेकर भाजपा-कांग्रेस कार्यकर्ताओं में बहस हो गई। पुलिस ने दोनों ही पार्टी के कार्यकर्ताओं को वहां से हटा दिया है। इधर, चंगोरा भाटा मतदान केंद्र में अलग ही नजारा देखने को मिला। कांग्रेस ने वोटर्स के लिए यहां पोहा पार्टी रखी। वहीं कांग्रेस-बीजेपी दोनों पार्टी पोलिंग बूथ तक अपने वाहनों से वोटर्स को छोड़ते दिखे।
इस सीट से मुख्य मुकाबला भाजपा प्रत्याशी सुनील सोनी और कांग्रेस से आकाश शर्मा के बीच है। सुनील ने सुबह शुभ मुहूर्त में मतदान किया। वहीं कांग्रेस प्रत्याशी आकाश शर्मा ने पंडित सुंदरलाल शर्मा स्कूल में वोट डाला। अश्विनी नगर से रायपुर ग्रामीण विधायक मोतीलाल साहू ने भी वोटिंग की। छत्तीसगढ़ी फिल्मों की एक्ट्रेस मोना सेन ने भी वोट डाला। दक्षिण सीट से 30 प्रत्याशी मैदान में हैं। इसमें 2 लाख 71 हजार से ज्यादा वोटर शामिल होंगे। 23 नवंबर को इसके नतीजे आएंगे।
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राजधानी में दो दिनों तक बिखरेगी आदिवासी लोक नृत्यों की छटा

  • जनजाति गौरव दिवस पर पूर्वोत्तर राज्यों के कलाकार अपनी संस्कृति की दिखाएंगे झलक
  • वांगला-रुंगला, रेट-किनॉन्ग, गेह पदम ए ना-न्यी ई और सोलकिया आदिवासी नृत्यों की देंगे प्रस्तुति
रायपुर। राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में दो दिवसीय जनजातीय गौरव दिवस के भव्य आयोजन में देश के विभिन्न राज्यों के साथ पूर्वोत्तर राज्यों के कलाकार भी अपनी संस्कृति की झलक बिखेरेंगे। 14-15 नवम्बर को आयोजित कार्यक्रम में प्रस्तुति देने पूर्वोत्तर भारत के पांच राज्यों मेघालय, मिजोरम, असम, अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम के कलाकार रायपुर पहुंच चुके हैं। रायपुर रेलवे स्टेशन पर कलाकारों का पुष्पाहार और तिलक लगाकर स्वागत किया गया। पूर्वोत्तर राज्यों से आए ये कलाकार वांगला-रुंगला, रेट-किनॉन्ग, गेह पदम ए ना-न्यी ई, सोलकिया जैसे लोक नृत्यों की प्रस्तुति से अपनी संस्कृति के विविध रंग बिखेरेंगे।  
जनजातीय गौरव दिवस पर प्रस्तुति देने मेघालय से 20 सदस्यों की टीम रायपुर आई है। यह दल गारो जनजाति द्वारा फसल कटाई के बाद किया जाने वाला वांगला-रुंगला लोक नृत्य प्रस्तुत करेगी। इसके कलाकार मेघालय की राजधानी शिलांग से करीब 200 किलोमीटर दूर नॉर्थ कर्व हिल्स  से आए हैं। दल का नेतृत्व कर रहे श्री मानसेन मोमिन ने बताया कि वांगला गारो जनजाति का लोकप्रिय त्योहार है। यह जनजाति कृषि अर्थव्यवस्था पर निर्भर है। फसल कटाई के बाद उर्वरता के देवता मिसी सालजोंग को धन्यवाद देने के लिए वे यह नृत्य करते हैं। वे फसल उपलब्ध कराने के लिए भगवान को धन्यवाद देते हैं, उनकी पूजा कर नाच-गाकर प्रार्थना करते हैं और नई फसल का भोग लगाते हैं। देवता मिसी सालजोंग को धन्यवाद देने से पहले किसी भी कृषि उत्पाद का उपयोग नहीं किया जाता है।  
वांगला-रुंगला आदिवासी लोक नृत्य में महिला और पुरुष दोनों हिस्सेदारी करते हैं। पुरुष नर्तक अपना परंपरागत ढोल लेकर नृत्य करते हैं जिसे दामा कहा जाता है। वांगला-रुंगला लोक नृत्य में नर्तकों का नेतृत्व करने वाले को ग्रिकगिपा या तोरेगिपा कहा जाता है। इसमें महिलाएं संगीत की धुन पर अपने हाथ हिलाती हैं, जबकि पुरुष अपने परंपरागत ढोल को बजाकर नृत्य करते हैं।
मिजोरम की राजधानी आईजोल से रायपुर पहुंची लोक नृत्य दल यहां सोलकिया नृत्य की प्रस्तुति देगी। इसके 20 सदस्यों के दल में 11 पुरूष और नौ महिलाएं शामिल हैं। यह नृत्य मुख्यतः मिजोरम की मारा जनजाति द्वारा किया जाता है। ‘सोलकिया’ का अर्थ दुश्मन के कटे हुए सिर से है। सोलकिया नृत्य मूल रूप से दुश्मनों पर जीत का जश्न मनाने के लिए किया जाता था। खासकर उस मौके पर जब विजेता द्वारा दुश्मन का सिर ट्रॉफी के रूप में घर लाया जाता था। लेकिन अब यह सभी महत्वपूर्ण अवसरों पर मिजो समुदायों के पुरुषों और महिलाओं द्वारा किया जाता है।
मिजोरम के कलाकारों के दल का नेतृत्व कर रहे श्री जोथमजामा ने बताया कि सोलकिया नृत्य की शुरुआत पिवी और लाखेर समुदायों द्वारा की गई थी। इस लोक नृत्य के साथ आने वाला स्वर संगीत गायन की तुलना में मंत्रोच्चार के अधिक निकट है। ताल संगीत एक जोड़ी घडि़यों द्वारा प्रदान किया जाता है, जो एक दूसरे से बड़े होते हैं, जिन्हें डार्कहुआंग कहा जाता है। संगीत को बेहतर बनाने के लिए कई जोड़ी झांझ भी बजाए जाते हैं।
श्री जोथमजामा ने इस नृत्य को करने वाली मारा जनजाति के बारे में बताया कि यह एक कुकी जनजाति है जो मिजोरम की लुशाई पहाड़ियों और म्यांमार की चिन पहाड़ियों में रहती है। इन्हें लाखेर, शेंदु, मारिंग, ज़ु, त्लोसाई और खोंगज़ई नामों से भी जाना जाता है।
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मुख्यमंत्री के आग्रह पर जशपुर में स्पोर्ट्स स्टेडियम निर्माण की घोषणा

  • केन्द्रीय मंत्री डॉ. मंडाविया ने युवाओं से देश के विकास और सामाजिक सरोकार से जुड़ने का किया आव्हान
  • केन्द्रीय मंत्री एवं मुख्यमंत्री ने माटी के वीर पदयात्रा का किया भव्य शुभारंभ
  • जनजातीय संस्कृति का गौरव गान ही सनातन संस्कृति का गौरव गान है : CM विष्णुदेव साय
  • भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर जशपुर में निकली भव्य पदयात्रा
रायपुर। केन्द्रीय मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया एवं मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की उपस्थिति में बुधवार को छत्तीसगढ़ के जशपुर नगर में जनजातीय गौरव दिवस के उपलक्ष्य में माटी के वीर पदयात्रा का भव्य आयोजन हुआ। पदयात्रा के शुभारंभ कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए केन्द्रीय मंत्री डॉ. मंडाविया ने देश की आजादी और कोरोना काल में युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका की सराहना की।
उन्होंने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा के जीवन से हमें प्रेरणा लेना चाहिए, जिन्होंने 25 वर्ष की आयु में मातृ भूमि को आजाद कराने के लिए लड़ाई लड़ी और अपना बलिदान दिया। उन्होंने कहा कि देश की आजादी की लड़ाई में 6 लाख युवाओं ने अपना बलिदान दिया। उन्हांेने युवाओं से विकसित भारत के सपने को पूरा करने का संकल्प लेने तथा सामाजिक सरोकार को बढ़ावा देने के लिए आगे आने का आव्हान किया। डॉ. मंडाविया ने इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के आग्रह पर जशपुर नगर में सर्वसुविधायुक्त स्पोर्ट्स स्टेडियम का निर्माण कराए जाने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने माटी के वीर पदयात्रा के शुभारंभ कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि यह छत्तीसगढ़ और जशपुर के लिए सौभाग्य की बात है कि भगवान बिरसा मुंडा की 150 वीं जयंती के उपलक्ष्य में यह कार्यक्रम आयोजित हो रहा है। उन्होंने इस मौके पर भगवान बिरसा मुंडा की जयंती 15 नवम्बर को देश में जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाए जाने की घोषणा के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के प्रति आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने जनजातियों को गौरव करने का एक और बड़ा अवसर प्रदान किया है।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि जब-जब संस्कृति पर हमला हुआ है, जनजातीय समाज ने इसका तीव्र प्रतिकार किया है। जनजातीय संस्कृति प्रकृति से प्रेम करने की संस्कृति है। यह संस्कृति सौहार्द्र, शांति और सद्भाव की संस्कृति है। कलाओं से प्रेम करने वाली यह संस्कृति हमारी जनजातीय सनातन संस्कृति का उद्गम है। जनजातीय संस्कृति को बचाने की चिंता सनातन संस्कृति को बचाने की चिंता ही है। जनजातीय संस्कृति का गौरवगान सनातन संस्कृति का गौरवगान ही है।
केन्द्रीय मंत्री एवं मुख्यमंत्री ने माटी के वीर पदयात्रा का किया भव्य शुभारंभमुख्यमंत्री ने कहा कि धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान और पीएम जनमन अभियान जनजातीय समुदायों के कल्याण के लिए संचालित की जा रही है। प्रधानमंत्री श्री मोदी जी ने जनजातीय समुदायों के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए एकलव्य विद्यालयों तथा आय में बढ़ोतरी के लिए वन-धन योजना प्रारंभ किया। आयुष्मान भारत योजना में जनजातीय समुदायों के लिए मुफ्त इलाज की सुविधा शुरू की गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज छत्तीसगढ़ में डबल इंजन की सरकार है। हमने जनजातीय क्षेत्रों के विकास की रणनीति तय की है। हमारी सरकार जनजातीय समाज के प्राचीन गौरव और वैभव को वापस पाने के लिए काम कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद अब अपनी अंतिम सांसें गिन रहा है। लोकतंत्र की जड़ें दुर्गम क्षेत्रों तक पहुंच रही हैं। अंदरूनी गांवों में भी नियद नेल्ला नार योजना के तहत सड़क, पेयजल, बिजली, शिक्षा, स्वास्थ्य, संचार जैसी मूलभूत अधोसंरचनाएं पहुंच रही हैं। हमने विकसित भारत के निर्माण के लिए विकसित छत्तीसगढ़़ निर्माण का संकल्प लिया है। सभी की सहभागिता से इस लक्ष्य को हासिल किया जाएगा। जनजातीय समुदायों की अधिक से अधिक सहभागिता इस कार्य में सुनिश्चित की जाएगी।
माटी के वीर पदयात्रा के शुभारंभ कार्यक्रम में धरती के आबा भगवान बिरसा मुंडा के जीवन वृत्त पर आधारित वीडियो फिल्म का प्रदर्शन किया गया। कार्यक्रम में खेलकूद सहित अन्य क्षेत्रों में उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल करने वाले जनजातीय युवाओं तथा माई भारत से जुड़े वॉलेंटियर को सम्मानित किया गया। मुंडा समाज के अध्यक्ष श्री शंकर राम बारला ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया। माटी के वीर पदयात्रा कार्यक्रम के शुभारंभ स्थल पुरना नगर मैदान में जनजातीय नायकोें के जीवन गाथा, जनजातीय संस्कृति एवं परंपराओं पर आधारित भव्य प्रदर्शनी लगाई गई।
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री श्री अरूण साव, आदिम जाति कल्याण मंत्री श्री रामविचार नेताम, वित्त मंत्री एवं जशपुर जिले के प्रभारी मंत्री श्री ओ.पी. चौधरी, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री टंक राम वर्मा, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े, सांसद श्री राधेश्याम राठिया एवं श्री चिंतामणी महराज, विधायक श्रीमती गोमती साय, श्रीमती रायमुनि भगत, श्री राम कुमार टोप्पो, श्री सुशांत शुक्ला, राज्य महिला आयोग की सदस्य श्रीमती प्रियम्बदा सिंह जूदेव सहित श्री प्रबल प्रताप सिंह जूदेव, श्री रणविजय सिंह जूदेव सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण एवं बड़ी संख्या में युवा और नागरिकगण उपस्थित थे।
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रायपुर दक्षिण उपचुनाव : दोपहर 1 बजे तक 29 प्रतिशत मतदान

  • जारी वोटिंग के बीच CM साय का बड़ा बयान, कहा- जीत रहे हैं सुनील सोनी
रायपुर। रायपुर दक्षिण विधानसभा उपचुनाव के लिए वोटिंग जारी है। दोपहर 1 बजे तक 28.37% मतदान हुआ है। इस बीच नयापारा पोलिंग बूथ के करीब खड़े होने को लेकर भाजपा-कांग्रेस कार्यकर्ताओं में बहस हो गई। पुलिस ने दोनों ही पार्टी के कार्यकर्ताओं को वहां से हटा दिया है।
इससे पहले भाजपा प्रत्याशी सुनील सोनी ने शुभ मुहूर्त में मतदान किया। वहीं कांग्रेस प्रत्याशी आकाश शर्मा ने पंडित सुंदरलाल शर्मा स्कूल में वोट डाला। अश्विनी नगर से रायपुर ग्रामीण विधायक मोतीलाल साहू ने भी वोटिंग की। छत्तीसगढ़ी फिल्मों की एक्ट्रेस मोना सेन ने भी वोट डाला। मठपुरेना पोलिंग बूथ में सुबह लंबी कतार लगी रही।
इधर, चंगोरा भाटा मतदान केंद्र में अलग ही नजारा देखने को मिला। कांग्रेस ने वोटर्स के लिए यहां पोहा की व्यवस्था की है। वहीं कांग्रेस-बीजेपी दोनों पार्टी पोलिंग बूथ तक अपने वाहनों से वोटर्स को छोड़ रहे हैं।
जारी वोटिंग के बीच CM साय का बड़ा बयान, कहा- जीत रहे हैं सुनील सोनी
छत्तीसगढ़ के रायपुर दक्षिण विधानसभा और झारखंड में विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान जारी है. इसी बीच छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णुदेव साय ने मीडिया से बातचीत में चुनाव को लेकर बयान दिया है. उन्होंने कहा कि मैं पूरे विश्वास के साथ कह सकता हूं कि झारखंड में भी भाजपा की सरकार बन रही है. इसके अलावा उन्होंने रायपुर दक्षिण विधानसभा चुनाव के लिए कहा कि हमारे (भाजपा) प्रत्याशी सुनील कुमार सोनी जीत रहे हैं.
बता दें, रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट शुरू से ही भाजपा का किला रही है. सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने लगातार 8 बार इस सीट पर जीत हासिल की है. इस वजह से भी भाजपा को रायपुर दक्षिण विधानसभा उपचुनाव में जीत का पूरा विश्वास है. हालांकि, उपचुनाव में इस बार भाजपा प्रत्याशी सुनील सोनी (पूर्व रायपुर सांसद) के साथ युवा नेता आकाश शर्मा का सीधा मुकाबला देखने को मिल रहा है. दोनों के बीच कांटे की टक्कर हो सकती है. वहीं झारखंड में भी भाजपा काफी कॉन्फिडेंट नजर आ रही है. अब जनता किसे जनादेश देगी यह देखना दिलचस्प होगा.
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आदिवासियों के भगवान धरती आबा बिरसा मुंडा

रायपुर। सभ्यता और संस्कृति की दृष्टि से विश्व मानचित्र पर जगमगाता हुआ देश भारत आदिम जाति बाहुल्य देश है। यहां विविध आदिम जातियों की जनसंख्या दस करोड़ से अधिक है। भारत की कुल जनसंख्या की 8.4 प्रतिशत आबादी आदिम जातियों की है। भारत का हृदय प्रांत छत्तीसगढ़ भी आदिवासी बाहुल्य राज्य है।यहां 43 अनुसूचित जनजातियां एवं उनके 162उपसमूह निवासरत हैं। छत्तीसगढ़ में अनुसूचित जनजातियों का प्रतिशत 30.62 है।
जनजातीयों का गौरवशाली इतिहास बताता है कि प्राचीन काल से इस समुदाय ने मां भारती की सुरक्षा में अपना तन- मन- धन सदैव न्योछावर किया है। इस बात के प्रबल साक्षी आदिवासियों के जननायक भगवान बिरसा मुंडा हैं । ब्रिटिश हुकूमत से भारत को स्वतंत्रता दिलाने में आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान, शौर्य,त्याग और बलिदान की गाथा को बिरसा मुंडा के जीवन का एक एक पल व्यक्त करता है।
भारत के गौरव ऐसे आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मानित करने के लिए वर्ष 2021 में केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा 15 नवंबर को 'जनजातीय गौरव दिवस' मनाने की घोषणा की गई, जो कि भगवान बिरसा मुंडा का जन्म दिवस है।सरकार का यह निर्णय जनजाति सेनानियों के सम्मान, जनजाति संस्कृति का संरक्षण, संवर्धन तथा जनजाति जीवन शैली को शहरी नागरिकों को जानने का बृहद अवसर प्रदान करेगा। साथ ही छनकर आएगी यह बात "असभ्य कहता तुझको सभ्य संसार है, उसे मालूम नहीं आदिमजाति ही सच्चा पालनहार है"।
आदिम जनजाति समुदाय के सबसे बड़े उद्धारक महानायक बिरसा मुंडा का जन्म 15 नवम्बर 1875 को रांची जिला बंगाल प्रेसीडेंसी के उलिहातु ग्राम में हुआ था, जो कि अब नवगठित राज्य झारखंड के खूंटी जिला में स्थित है।बिरसा मुंडा ने छोटी उम्र में ब्रिटिश हुकूमत सहित शोषक जमींदारों के खिलाफ बड़े बगावत को अंजाम दिया था।आदिवासियों की गरीबी,अज्ञानता, भोलेपन का लाभ उठाने वाले मिशनरियों के विरुद्ध महाविद्रोह छेड़ दिया था ।मिशनरियों द्वारा भोले भाले आदिवासियों को बरगलाते धर्मांतरण का पाठ पढ़ाया जा रहा था। यह सब देखकर विचलित बिरसा मुंडा ने आदिवासियों के भीतर जन जागरण का सफल अभियान चलाया। जिससे प्रभावित होकर आदिवासी समुदाय उन्हें 'धरती आबा अर्थात धरती के पिता' के नाम से पूजने लगा।
आदिवासी पुनरुत्थान के महानायक बिरसा मुंडा को भगवान का दर्जा प्राप्त होना अंग्रेजों को खटकने लगा। मिशनरियों के धर्मांतरण के मार्ग पर बिरसा मुंडा सबसे बड़े बाधक बन गए थे। तब षडयंत्र पूर्वक अंग्रेजों ने बिरसा मुंडा को बंदी बना लिया ,यद्यपि उनके विरुद्ध कोई ठोस प्रकरण अंग्रेज नहीं बना पाए। दोष मुक्त होकर उनके कारावास से छूटने और पुनः आंदोलन करने का भय अंग्रेजों के भीतर भरा हुआ था। ऐसी स्थिति में बंदीगृह में बिरसा मुंडा की संदेहास्पद मृत्यु 9 जून 1900 को हो गई।उनकी मृत्यु को लेकर इतिहासकारों के अलग-अलग मत हैं।
करीब पच्चीस वर्ष की अल्पायु में बिरसा मुंडा ने आदिवासी पुनरुत्थान के लिए जो कार्य किया उससे वह अजर अमर हो गए। महान क्रांतिकारी बिरसा मुंडा द्वारा ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ चलाए क्रांति को 'उलगुलान' नाम दिया गया था। उलगुलान अर्थात महाविद्रोह 1895 से लेकर 1900 तक चला था।उनके संघर्षों का ही सुफल रहा कि 1908 में एक कानून बना,जिसके तहत आदिवासियों की जमीन को गैर आदिवासियों के नाम नहीं किया जा सकता। वह कानून आज भी लागू है। आज भी उड़ीसा, झारखंड, बिहार,मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल आदि राज्यों के आदिवासी अंचलों में बिरसा मुंडा भगवान की तरह पूजे जाते हैं।'अबुआ दिशुम अबुआ राज' अर्थात अपना देश अपना राज की अलख जगाने वाले जनजाति अमर शहीद बिरसा मुंडा को सादर नमन।
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केन्द्रीय मंत्री डॉ. मंडाविया एवं मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की अगुवाई में जशपुर में माटी के वीर पदयात्रा का भव्य आयोजन

  • माई भारत स्वैच्छिक संगठन से जुड़े 10 हजार से अधिक युवा हुए शामिल
 
रायपुर। केन्द्रीय श्रम एवं रोजगार तथा युवा मामले एवं खेल मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया एवं मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की अगुवाई में बुधवार को जशपुर नगर में माटी के वीर पदयात्रा आयोजित हुई। जशपुर के बालाछापर से शुरू हुई यह पदयात्रा लगभग सात किलोमीटर तक की थी, जो कि विभिन्न चौक, चौराहों एवं मार्गाें से होते हुए रणजीता स्टेडियम पहुंची। इसका उद्देश्य धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की जयंती के अवसर पर जनजातीय समुदायों की विरासत और देश के विकास में उनके महत्वपूर्ण योगदान को देश-दुनिया को बताना और सम्मानित करना है। माटी के वीर पदयात्रा को लेकर लोगों में जबरदस्त उत्साह था। पदयात्रा में शामिल लोगों के स्वागत-सम्मान में जगह-जगह सुन्दर रंगोलियां और कलाकृतियां बनाई गई थी। गम्हरिया चौक पर जनजातीय समुदायों के प्राची अस्त्र-शस्त्र एवं वाद्य यंत्रों की प्रदर्शनी लगाई गई थी। कार्यक्रम स्थल एवं पदयात्रा के दौरान आदिवासी नर्तक दलों द्वारा गीत और नृत्य का प्रदर्शन किया गया।
इस पदयात्रा में उप मुख्यमंत्री श्री अरूण साव, आदिम जाति कल्याण मंत्री श्री रामविचार नेताम, वित्त मंत्री एवं जशपुर जिले के प्रभारी मंत्री श्री ओ.पी. चौधरी, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री टंक राम वर्मा, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े, सांसद श्री राधेश्याम राठिया एवं श्री चिंतामणी महराज, विधायक श्रीमती गोमती साय, श्रीमती रायमुनि भगत, श्री राम कुमार टोप्पो, श्री सुशांत शुक्ला, राज्य महिला आयोग की सदस्य श्रीमती प्रियम्बदा सिंह जूदेव सहित श्री प्रबल प्रताप सिंह जूदेव, श्री रणविजय सिंह जूदेव सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण एवं बड़ी संख्या में युवा और नागरिकगण शामिल हुए।
जशपुर नगर के बालाछापर से निकली पदयात्रा विभिन्न मार्गाें और चौक चाराहों से होते हुए शहर के हृदय स्थल रणजीता स्टेडियम पहुंची। पूरे जशपुर नगर में इस पदयात्रा का जगह-जगह भव्य स्वागत किया गया। पदयात्रा में शामिल लोगों पर पुष्प वर्षा की गई। पदयात्रा में बस्तर के किलेपाल से आए जनजातीय नर्तक दल के कलाकारों ने ककसार नृत्य प्रस्तुत किया गया। पदयात्रा का विभिन्न समाज और संगठनों के लोगों ने भी जगह-जगह पदयात्रियों का स्वागत-सम्मान किया। पदयात्रा में स्थानीय जनप्रतिनिधियों, गणमान्य नागरिकों सहित माई भारत से जुड़े 10 हजार से अधिक वॉलेंटियर शामिल हुए।
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CM विष्णुदेव साय ने वरिष्ठ पत्रकार गोपाल वोरा के निधन पर शोक व्यक्त किया

रायपुर। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने रायपुर के वरिष्ठ पत्रकार श्री गोपाल वोरा के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है। उन्होंने श्री वोरा के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए ईश्वर से इस कठिन समय में संबल प्रदान करने की प्रार्थना की है। उल्लेखनीय है कि वरिष्ठ पत्रकार श्री गोपाल वोरा का आज सवेरे रायपुर में निधन हो गया है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने श्री गोपाल वोरा के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने दैनिक नवभारत, देशबंधु और लोकमत जैसे विभिन्न समाचार पत्रों में कुशलतापूर्वक अपने पत्रकारीय दायित्वों का निर्वहन किया। उन्होंने अपनी सक्रिय पत्रकारिता से लंबे समय तक रायपुर और प्रदेशवासियों को देश-दुनिया की खबरों से रू-ब-रू कराया। उनके निधन से रायपुर ने पत्रकारिता जगत का एक प्रमुख चेहरा खो दिया है।
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जशपुर पहुंचे केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया, जनजातीय गौरव दिवस समारोह में हुए शामिल

जशपुर. जशपुर में आज जनजातीय गौरव दिवस समारोह का आयोजन किया गया है. इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने अपनी विशेष पदयात्रा की शुरू कर दी है. इस कार्यक्रम की अध्यक्षता सीएम साय कर रहे हैं, जिसमें कई केबिनेट मंत्रियों के साथ-साथ 10,000 से अधिक ‘माई भारत यूथ वालंटियर्स’ भी शामिल हुए हैं. इस कार्यक्रम में सांस्कृतिक प्रस्तुतियां, आदिवासी नायकों को श्रद्धांजलि और अनेक कार्यशालाओं का आयोजन भी किया गया है.
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लोकतंत्र के पर्व में बड़ा महत्व है आपके एक-एक वोट का : सुनील सोनी

  • भाजपा प्रत्याशी सुनील सोनी ने किया मतदान
रायपुर। रायपुर दक्षिण विधानसभा उपचुनाव के लिए वोटिंग सुबह 7 बजे से जारी है, जो शाम 6 बजे तक चलेगी। रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट पर हो रहे उप चुनाव में भाजपा प्रत्याशी सुनील सोनी ने शुभ मुहूर्त में अपने मताधिकार का प्रयोग किया. इस दौरान उन्होंने लोकतंत्र में एक-एक वोट का महत्व बताते हुए सभी मतदाताओं से मतधिकार का प्रयोग करने का आह्वान किया.
भाजपा प्रत्याशी सुनील सोनी सदर बाजार स्थित महाराणा प्रताप शासकीय विद्यालय में सपरिवार मतदान किया. इस दौरान उन्होंने मीडिया के माध्यम से क्षेत्र के तमाम मतदाताओं से कहा कि लोकतंत्र के पर्व में आपके एक-एक वोट का बड़ा महत्व है.
उन्होंने मतदाताओं से आग्रह किया कि इस बार भी प्रचंड मतों से कमल खिलाकर भाजपा को अपना आशीर्वाद प्रदान करें. हम सब मिलकर क्षेत्र के विकास को नई ऊंचाई प्रदान करेंगे, इसके लिए हम संकल्पबद्ध हैं.
अश्विनी नगर से रायपुर ग्रामीण विधायक मोतीलाल साहू ने भी वोटिंग की। छत्तीसगढ़ी फिल्मों की एक्ट्रेस मोना सेन ने भी वोट डाला है। मठपुरेना पोलिंग बूथ में लंबी कतार लगी है। इधर, चंगोरा भाटा मतदान केंद्र में कांग्रेस ने वोटर्स के लिए पोहा की व्यवस्था की है। कांग्रेस और बीजेपी दोनों पार्टी पोलिंग बूथ तक अपने वाहनों से वोटर्स को छोड़ रहे हैं।
दक्षिण सीट से 30 प्रत्याशी मैदान में हैं। इसमें 2 लाख 71 हजार से ज्यादा वोटर शामिल होंगे। इस सीट से मुख्य मुकाबला बीजेपी से सुनील सोनी और कांग्रेस से आकाश शर्मा के बीच है। 23 नवंबर को इसके नतीजे आएंगे। सुरक्षा के लिहाज से करीब लगभग पांच सौ जवानों के साथ पांच सीआरपीएफ कंपनियां तैनात हैं।
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रायपुर दक्षिण उपचुनाव : कांग्रेस प्रत्याशी आकाश शर्मा ने डाला वोट

रायपुर। रायपुर दक्षिण विधानसभा उप चुनाव के लिए वोटिंग शाम 6 बजे तक चलेगी। रायपुर दक्षिण विधानसभा उप चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी आकाश शर्मा ने सुबह-सुबह अपने परिवार के साथ सुंदर नगर स्थित पंडित सुंदर लाल शर्मा स्कूल में मतदान किया. इसके पहले आकाश शर्मा ने मंदिर में हनुमान जी के दर्शन कर आशीर्वाद लिया था. वोटिंग को लेकर महिलाओं के साथ दिव्यांगों में भी उत्साह दिख रहा है।
आकाश शर्मा ने कहा कि सुनील सोनी निष्क्रिय प्रत्याशी हैं. आज मैने पूरे परिवार के साथ मतदान किया है. इस बार रायपुर दक्षिण की जनता युवा को ही सुनेगी. वहीं उनकी पत्नी ने कहा कि बृजमोहन अग्रवाल आठ बार से यहां विधायक थे. लेकिन कोई काम यहां पर नहीं हुआ है. इस बार रायपुर दक्षिण की जनता की सोच बदल रही है. इस बार अनुभवी को न चुनकर युवा को मौका मिलेगा.
ज्ञात हो कि दक्षिण सीट से 30 प्रत्याशी मैदान में हैं। इसमें 2 लाख 71 हजार से ज्यादा वोटर शामिल होंगे। इस सीट से मुख्य मुकाबला बीजेपी से सुनील सोनी और कांग्रेस से आकाश शर्मा के बीच है। 23 नवंबर को इसके नतीजे आएंगे। सुरक्षा के लिहाज से करीब लगभग पांच सौ जवानों के साथ पांच सीआरपीएफ कंपनियां तैनात हैं।
रायपुर कलेक्टर और जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. गौरव कुमार सिंह ने वोटिंग के लिए छुट्‌टी के आदेश जारी किए हैं। सभी शासकीय/ अर्द्धशासकीय/ प्राइवेट ऑफिस में काम करने वाले अधिकारी-कर्मचारी जो रायपुर दक्षिण विधानसभा के मतदाता हैं, उन्हें पूरे दिन की छुट्‌टी दी गई है।

 

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वरिष्ठ पत्रकार गोपाल वोरा का निधन

  • पत्रकार मनीष वोरा के पिता और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता स्व. मोतीलाल वोरा के रिश्ते में भाई थे
रायपुर। बूढ़ापारा निवासी वरिष्ठ पत्रकार गोपाल वोरा (81 वर्ष) का बुधवार 13 नवंबर को सुबह 9 बजे निधन हो गया। वे राजेश वोरा और मनीष वोरा के पिता थे। अंतिम यात्रा आज दोपहर 1 बजे डीडी नगर, एमआईजी-27, सेक्टर 3 से निकाली जायेगी। अंतिम संस्कार मारवाड़ी शमशान घाट में होगा। वोरा ने राजधानी से प्रकाशित विभिन्न समाचार पत्रों में अपनी सेवाएं दी थीं। वे रायपुर प्रेस क्लब के संस्थापक सदस्यों में से थे और कई बार पदाधिकारी भी रहे।
सीएम का ट्वीट- वरिष्ठ पत्रकार श्री गोपाल वोरा जी के निधन का समाचार दुःखद एवं पत्रकारिता जगत की क्षति है। उन्होंने नवभारत, देशबंधु, लोकमत सहित कई प्रतिष्ठित अखबारों के लिए अपनी सेवाएं दी। ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति एवं शोकाकुल परिजनों को संबल प्रदान करने की प्रार्थना करता हूं। ॐ शांति!
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14 नवंबर से शुरू हो रही धान खरीदी, किसानों में भारी उत्साह

  • कलेक्टर कार्तिकेया गोयल ने सभी जरूरी इंतजामों को लेकर अधिकारियों को किया निर्देशित
  • 69 समितियों के 105 उपार्जन केंद्रों में होगी धान खरीदी, किया गया ट्रायल रन
  • सीमावर्ती इलाकों में 13 चेकपोस्ट बनाए गए, 24 घंटे तैनात रहेगा निगरानी दल
  • समितियों में होंगे माइक्रो एटीएम, किसान  निकाल सकेंगे धान खरीदी भुगतान का पैसा
रायगढ़। 14 नवंबर से खरीफ  2024-25 के लिए धान खरीदी की शुरुआत होने जा रही है। रायगढ़ जिले के 69 सहकारी समितियों के 105 धान उपार्जन केन्द्रों में तैयारियां जोरों पर है। यहां खरीदी के साथ ही किसानों के लिए जरूरी सुविधाएं व्यवस्थित कर ली गई हैं। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में किसानों को धान खरीदी पर दोहरा लाभ मिलने जा रहा है। प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान की खरीदी होगी। प्रति क्विंटल में किसानों को समर्थन मूल्य के साथ कुल 3100 रूपये की राशि मिलेगी। शासन से जारी निर्देशों के अनुरूप 31 जनवरी 2025 तक खरीदी चलेगी।
कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने धान खरीदी को लेकर सहकारिता, खाद्य मार्कफेड और अपेक्स बैंक की बैठक लेकर धान खरीदी के तैयारियों की नियमित रूप से समीक्षा की। जिसमें खरीदी फड़ की साफ-सफाई, कंप्यूटर, प्रिंटर, यू.पी.एस की इंटरनेट कनेक्शन के साथ व्यवस्था, जनरेटर का इंतेजाम, इलेक्ट्रॉनिक काँटा और बायोमेट्रिक मशीन की उपलब्धता बारदानों की उपलब्धता, विपणन संघ द्वारा प्रदाय कैमरे के स्पेसिफिकेशन अनुसार इंस्टालेशन की स्थिति, किसानों हेतु बैठने और पीने के पानी की व्यवस्था, लेखा संधारण हेतु आवश्यक रजिस्टर के साथ धान खरीदी से जुड़ी जानकारियों के बैनर पोस्टर लगाए जाने को लेकर सारी तैयारियां पूरी रखने के निर्देश दिए हैं। मालूम हो कि छत्तीसगढ़ शासन द्वारा खरीफ  विपणन वर्ष 2024-25 में समर्थन मूल्य में 5.95 लाख मे.टन खरीदी का लक्ष्य है। लक्ष्य अनुसार अनुमानित धान खरीदी हेतु नये पुराने बारदानों की व्यवस्था की गई है।
सीमावर्ती इलाकों में बनाए 13 चेक पोस्ट, 24 घंटे तैनात रहेगा निगरानी दल-
रायगढ़ जिला उड़ीसा राज्य से लगे होने के कारण कलेक्टर श्री गोयल ने अवैध धान की आवक रोकने पुख्ता इंतजाम के निर्देश दिए हैं। जिले के चिन्हांकित 13 स्थानों पर जांच के लिए चेक पोस्ट बनाए गए हैं। उक्त स्थानों पर राजस्व विभाग कृषि विभाग, वन विभाग, मंडी, पुलिस विभाग के अधिकारी/कर्मचारियों की तीन पालियों में 24 घंटे की ड्यूटी लगाई गई है। इसके अतिरिक्त राजस्व, खाद्य, सहकारिता, परिवहन, बैंक पर्यवेक्षक एवं मंडी के अधिकारियों-कर्मचारियों के विशेष जांच दल भी गठित किए गए हैं। जिनके द्वारा समितियों एवं उपार्जन केन्द्रों में कोचिया बिचौलिया के ऊपर सतत निगरानी व निरीक्षण किया जाएगा।
समितियों में माइक्रो एटीएम की सुविधा, किसान वहीं से निकाल सकेंगे धान खरीदी का पैसा-
कृषकों को उनके धान विक्रय पश्चात समिति में ही भुगतान प्राप्त करने हेतु कई बार बैंकों में लाइन लगानी पड़ती है, दूसरी दिक्कतों का सामना करना पड़ता हुआ। इसे देखते हुए जिले में संचालित 69 सहकारी समितियों में अपेक्स बैंक के माध्यम से माइक्रो एटीएम सुविधा उपलब्ध कराई गई है। जिससे किसान धान खरीदी का पैसा समितियों से ही निकाल सकेंगे। माइक्रो एटीएम के माध्यम से कार्यालयीन दिवसों एवं समय में कृषकों द्वारा छ.ग.राज्य सहकारी बैंक द्वारा प्रदाय रूपे एटीएम कार्ड के माध्यम से प्रतिदिन 10 हजार रूपये तक की राशि आहरण एवं जमा की जा सकेगी। लेन-देन पश्चात एजेंट समिति द्वारा अपने ग्राहकों को सिस्टम जनरेटेड स्लीप भी प्रदाय करेगी। कृषक अपने रूपे एटीएम कार्ड के माध्यम से बैंक शाखा के अलावा अपनी समितियों में भी राशि आहरण/जमा हेतु इस सुविधा का लाभ ले सकते है।
धान खरीदी को लेकर किसान हैं काफी उत्साहित-
धान खरीदी को लेकर किसानों में भी भारी उत्साह है। पुसौर के किसान घनश्याम पटेल कहते हैं सरकार की नीतियों से किसानों में अत्यंत उत्साह। किसानों से प्रति एकड़ 21 क्विंटल और हर क्विंटल के लिए समर्थन मूल्य के साथ 3100 रूपये मिलेंगे। इसको लेकर किसानों में दुगुनी खुशी है।
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धान बेचने किसानों में उत्साह, कटाई जारी, अच्छी फसल से खुश है किसान

  • 31 सौ रूपए प्रति क्विंटल की दर से धान का मूल्य मिलने और प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान खरीदी होने की भी है खुशी
  • 14 नवंबर से जिले के 65 खरीदी केंद्रों में होगी धान की खरीदी
  • 2761 नए किसानों ने कराया है पंजीयन, कुल 53 हजार 944 किसान पंजीकृत
  • धान की अवैध खरीदी पर रोकथाम और कार्यवाही के कलेक्टर ने दिए हैं निर्देश
कोरबा। प्रदेश सहित कोरबा जिला में खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 के तहत 14 नवंबर से 31 जनवरी 2025 तक होने वाली धान उपार्जन के लिए एक तरफ जहाँ जिला प्रशासन द्वारा आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित कर ली गई है। वहीं जिले के किसानों में भी धान बेचने को लेकर बहुत उत्साह का वातावरण है। खेतो में धान बोने के बाद अपनी फसल के पकने के इंतजार कर रहे किसानों द्वारा अब खेतो में कटाई की जा रही है। किसान धान काटने और उसे खेत से अपने खलिहान तक पहुचाने में व्यस्त है। धान की मिसाई के पश्चात बोरो में भरने का सिलसिला भी जारी है, जल्दी ही खरीदी प्रारंभ होने के साथ ही किसान ट्रैक्टरों सहित अन्य माध्यम से धान उपार्जन केंद्र पहुचेंगे और अपनी मेहनत का मूल्य ले पाएँगे। ग्राम भवरखोल व लिमडीह के किसान अमोल कँवर, रूपेश कँवर का कहना है कि इस बार बारिश अच्छी हुई है इसलिए फसल भी अच्छा हुआ है और यह भी खुशी की बात है कि एक एकड़ में 21 क्विंटल धान बेचने की सुविधा के साथ ही 31 सौ रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से धान सरकार लेगी। किसानों का कहना है कि उन्होंने अपना पंजीयन भी करा लिया है और जल्दी ही धान बेचेंगे। जिले में 65 धान खरीदी केंद्रों में धान की खरीदी होगी। कुल 53 हजार 944 किसानों ने अपना पंजीयन कराया है जिसमें से 2761 किसान नए हैं।
ग्राम भंवरखोल के किसान अमोल कंवर का कहना है कि उन्होंने दस एकड़ में धान का फसल लिया है। उनके खेत में फसल पूरी तरह से पक कर तैयार है, जिसकी कटाई जारी है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने किसानों के मेहनत का मूल्य देने बड़ी पहल की है। 31 सौ रूपये क्विंटल में धान की खरीदी करने के साथ ही एक एकड़ में 21 क्विंटल धान बेचने की सुविधा प्रदान की गई है। इससे सभी किसानों को बहुत फायदा होगा। अमोल ने बताया कि उनके द्वारा उपार्जन केंद्र कराईनारा में धान विक्रय किया जाता है, जहां किसानों की सहूलियत के लिए आवश्यक सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई है। समय पर टोकन मिल जाने से किसानों को धान विक्रय में किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी।  ग्राम लिमडीह निवासी रूपेश कंवर का कहना है कि किसानों को उनकी उपज का सही मूल्य देने के साथ ही धान विक्रय के लिए किसानों के हित में प्रशासन द्वारा कराई गई व्यवस्था सराहनीय है। जिससे किसानों में हर्ष व्याप्त है। टोकन के लिए शासन द्वारा मोबाईल एप की भी सुविधा दी गई है। इससे किसान आसानी से टोकन प्राप्त कर निर्धारित तिथि को अपना धान बेच पायेंगे।
इधर धान खरीदी की तैयारी को लेकर कलेक्टर श्री अजीत कुमार वसंत ने भी विभागीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक लेकर निर्देश दिया है कि जिले के पात्र किसानों से धान खरीदी के लिए सहयोगात्मक रवैया अपनाते हुए, सकारात्मक वातावरण बनाएं और जिले के किसी भी किसानों को कोई परेशानी न हो। कलेक्टर ने अवैध धान की खरीदी बिक्री को रोकने के लिए कोचियों, बिचौलियों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही के निर्देश दिए है। उन्होंने धान खरीदी की आरंभिक तैयारी के संबंध में एसडीएम, तहसीलदार, कृषि, खाद्य, सहकारिता, विपणन संघ, नागरिक आपूर्ति निगम, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित एवं मंडी विभाग के अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं। कलेक्टर ने शासन के निर्देशानुसार उपार्जन केंद्र, संग्रहण केंद्र एवं राइस मिलों में सीसीटीवी लगाने एवं बैकअप रखने के निर्देश देते हुए बैंक मैनेजर को निर्देश दिए हैं कि बड़े और छोटे किसानों से समानता का व्यवहार करते हुए नियमानुसार भुगतान किया जाए। धान का अधिकतम 21 क्विंटल प्रति एकड़ धान खरीदी निर्धारित की गई है। धान कॉमन के लिए 2300 रुपए प्रति क्विंटल तथा धान ग्रेड ए के लिए 2320 रुपए प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य निर्धारित किया गया है। उपार्जन हेतु लघु एवं सीमांत किसानों के लिए 2 टोकन तथा बड़े किसानों के लिए 3 टोकन जारी किए जाएंगे। मोबाइल ऐप टोकन तुंहर हाथ के माध्यम से आसानी से टोकन प्राप्त कर धान उपार्जन किया जाएगा। इसके साथ ही समिति के माध्यम से रविवार से शुक्रवार तक सुबह 9ः 30 बजे से शाम 5 बजे तक टोकन जारी किए जाएंगे। धान खरीदी के लिए किसानों को न्यूनतम 7 दिवस के बाद का टोकन जारी किया जाएगा।
कलेक्टर ने उपार्जन केन्द्रो की आरंभिक व्यवस्था के लिए उपयुक्त स्थल का चयन, विद्युत व्यवस्था, कम्प्युटर सेट, यूपीएस, इंटरनेट कनेक्शन, डाटा एंटी्र ऑपरेटर की व्यवस्था, हमाल, मानव संशोधन, पॉलिथीन, बैनर, पोस्टर, पीने का पानी, प्राथमिक उपचार पेटी, समर्थन मूल्य के प्रदर्शन हेतु बैनर, बायोमेट्रिक डिवाईस, आर्द्रतामापी यंत्र, इलेक्ट्रानिक तौल मशीन, कांटाबांट, नापतौल विभाग से सत्यापन, स्थानीय स्तर पर निगरानी समिति, शिकायत कॉल सेंटर नंबर, बारदानो की उपलब्धता, नये बारदाने, पुराने बारदाने, पीडीएस बारदाने, रंग सुतली, नोडल अधिकारी /खाद्य अधिकारी/ अन्य अधिकारियों के नंबरों का प्रदर्शन के निर्देश दिए हैं।
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रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में 14 एवं 15 नवंबर को होगा राज्य स्तरीय आयोजन

  • जनजातीय गौरव दिवस पर प्रस्तुति देने अरूणाचल प्रदेश, उत्तराखण्ड, तेलंगाना, राजस्थान और सिक्किम के आदिवासी नर्तक दल रायपुर पहुँचे
रायपुर। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के मार्गदर्शन में छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में 14 एवं 15 नवंबर को भगवान बिरसा मुंडा की जयंती जनजातीय गौरव दिवस पर राज्य स्तरीय भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा। दो दिवसीय कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ सहित 17 राज्यों के आदिवासी नर्तक दल मनमोहक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देंगे।
जनजातीय गौरव दिवस पर अपने नृत्य की प्रस्तुति देने नर्तक दलों छत्तीसगढ़ पहुंच रहे हैं। मंगलवार को अरूणाचल प्रदेश, उत्तराखण्ड, तेलंगाना, राजस्थान और सिक्किम के आदिवासी नर्तक दल रायपुर पहुंच चुके हैं।
अरूणाचल प्रदेश के नर्तक दल आदिलोक नृत्य नाटिका, उत्तराखंड के नर्तक दल झींझी, होली, हन्ना और दिया नृत्य, तेलंगाना के नर्तक दल माथुरी जनजाति नृत्य, राजस्थान के नर्तक दल वालर गरासिया गैर नृत्य और सिक्किम के नृतक दल सुब्बा लोक नृत्य नाटिका की प्रस्तुति देंगे।
उल्लेखनीय है कि 14 नवंबर एवं 15 नवंबर को साइंस कॉलेज मैदान में संध्या 3 बजे से अंतर्राज्यीय लोक नर्तक दलों के सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति के साथ-साथ जनजातीय गौरव से संबंधित विषयों पर संगोष्ठी का आयोजन तथा जनजातीय जीवन शैली पर चित्रकला का प्रदर्शन भी होगा।
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चालू खरीफ वर्ष के लिए धान खरीदी व्यवस्था की प्रारंभिक तैयारियां पूर्ण : दयालदास बघेल

  • खाद्य मंत्री ने वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक लेकर धान खरीदी व्यवस्था की समीक्षा की
  • किसानों को धान विक्रय में सहूलियत के लिए चाक-चौबंद व्यवस्था के निर्देश  
  • शिकायत एवं निवारण के लिये हेल्प लाइन नंबर 0771-2425463 जारी
रायपुर। खाद्य मंत्री श्री दयाल दास बघेल ने कहा कि प्रदेश के किसानों से धान खरीदी की योजना हमारी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता में हैं। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के मार्गदर्शन में राज्य में 14 नवंबर से धान की खरीदी शुरू होने जा रही है। धान खरीदी के लिए सभी आवश्यक प्रारंभिक तैयारियां पूर्ण कर ली गई है। मंत्री श्री बघेल ने मंगलवार को अपने रायपुर स्थित निवास कार्यालय में राज्य स्तरीय अधिकारियों की बैठक लेकर धान खरीदी व्यवस्था की तैयारियों के संबंध में जानकारी ली। बैठक में अपर मुख्य सचिव ने मंत्री श्री बघेल को अवगत कराया कि धान उपार्जन के संबंध में संपूर्ण तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं। राज्य में 2739 उपार्जन केन्द्रों में किसानों से समर्थन मूल्य पर धान क्रय किया जायेगा।
खाद्य मंत्री श्री बघेल ने बताया कि इस खरीफ सीजन के लिए प्रदेश में पंजीकृत कुषकों की संख्या 27,01,109 है। इस वर्ष 1,35,891 नये किसान पंजीकृत हुए हैं, जिससे 1,36,263 हेक्टेयर नवीन रक्बों का पंजीयन किया गया है। कुल 34,51,729 हेक्टेयर रक्बे में पंजीयन अनुसार धान उपार्जन का अनुमान है। सभी उपार्जन केन्द्रों में बायोमैट्रिक डिवाईस के माध्यम से उपार्जन की व्यवस्था की गई है। छोटे, सीमांत और बडे़ कृषकों के द्वारा उपजाये गए धान को निर्धारित समर्थन मूल्य में खरीदा जाएगा। इसके लिए 07 नवंबर से ही टोकन आवेदन की व्यवस्था आरंभ कर दी गई है। खरीदी सीजन में लघु एवं सीमांत कृषकों को अधिकतम 2 टोकन एवं बडे़ कृषकों को 3 टोकन की पात्रता होगी।
मंत्री श्री बघेल ने बताया कि धान खरीदी अवधि 14 नवंबर 2024 से 31 जनवरी 2025 के दौरान किसान अपना धान खरीदी केन्द्रों में लाकर समर्थन मूल्य पर विक्रय कर सकते है। खरीदी केंद्रों में तौल हेतु इलेक्ट्रानिक कांटा-बांट  की व्यवस्था किया गया है। खरीदी केंद्रों से धान का उठाव मिलर एवं परिवहनकर्ता के माध्यम से समयानुसार कराने के निर्देश दिये गये है। सभी खरीदी केन्द्रों में पर्याप्त बारदाने की व्यवस्था से लेकर छांव, पानी आदि की व्यवस्था सुनिश्चित कर ली गई है।
बैठक में अधिकारियों ने बताया कि धान उपार्जन केन्द्रों में शिकायत एवं निवारण के लिये हेल्प लाइन नंबर भी चस्पा कर दिये गये हैं। विपणन संघ मुख्यालय स्तर पर शिकायत निवारण हेतु कंट्रोल रूम की स्थापना भी की गई है जिसका नं. 0771-2425463 है। धान बेचने वाले किसानों को समय पर भुगतान हेतु मार्कफेड द्वारा राशि की व्यवस्था कर ली गई है। समितियों में राशि आहरण हेतु ‘‘माइक्रो एटीएम’’ की व्यवस्था भी दी जा रही है, जिससे कि किसानों को सुविधा हो। किसानों द्वारा समिति में धान विक्रय के 72 घंटे के भीतर राशि किसानों के बैंक खाते में अंतरित कर दी जायेगी। खाद्य मंत्री श्री बघेल के निर्देश पर धान रिसाइकलिंग बोगस खरीदी पर नियंत्रित करने के लिए अपर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में राज्य स्तरीय टीम द्वारा राज्य के अलग अलग संभागों में जिला कलेक्टरों के साथ संभाग स्तर पर विशेष कार्ययोजना बनाई गई है।
राज्य के सीमावर्ती क्षेत्र में विशेष निगरानी की व्यवस्था की गई है एवं चेक पोस्ट की स्थापना की गई है। मंडी विभाग द्वारा मंडी अधिनियम के तहत जिलों में अधिकृत व्यापारियों की सूची जिला प्रशासन के साथ साझा किया गया है। एनआईसी द्वारा तैयार मोबाइल एप्प के माध्यम से गिरदावरी के खसरों का पुनः सत्यापन लगातार जारी है। मार्कफेड द्वारा राज्य स्तर पर एकीकृत कंट्रोल कमांड सेंटर स्थापित कर राईस मिल एवं उपार्जन केन्द्रों पर रियल टाइम निगरानी रखी जाएगी।
अधिकारियों ने बताया कि राज्य स्तर पर अलग अलग जिलों के लिए राज्य स्तरीय वरिष्ठ अधिकारियों की जांच टीम बनाई गई है, जो लगातार जिले में हो रही धान खरीदी की मानिटरिंग करेंगे। विभागीय मंत्री द्वारा निर्देशित किया गया है कि राज्य स्तरीय दल आबंटित जिलों में खरीदी के दौरान कम से कम तीन बार भ्रमण करेंगे। प्राप्त शिकायतों पर संबंधित अधिकारियों द्वारा त्वरित कार्यवाही की जाएगी और की गई कार्यवाही के संबंध में अवगत भी कराया जाएगा।
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बलौदाबाज़ार विधानसभा के 23 स्कूलों में होगा प्रार्थना शेड का निर्माण

  • जिला खनिज न्यास मद से 3 करोड़ 79 लाख 45 हज़ार रुपए की राशि जारी
रायपुर। राजस्व मंत्री श्री टंकराम वर्मा के निर्देश पर बलौदाबाज़ार-भाटापारा जिले के विभिन्न शासकीय उच्चतर माध्यमिक स्कूलों में प्रार्थना शेड निर्माण हेतु 3 करोड़ 79 लाख 45 हज़ार रुपए की प्रशासकीय स्वीकृति दी गई है।
जिन शासकीय उच्चतर माध्यमिक स्कूलों में प्रार्थना शेड निर्माण के लिए राशि जारी की गई है उनमें ग्राम जरौद के लिए 12 लाख 75 हज़ार रुपए तथा शिकारी केसली, हथबन्द, लटुवा, नवापारा, मोहभट्टा, भटभेरा, खपराडीह, पंडित चक्रपाणि बलौदाबाज़ार, रसेड़ा, चांपा, सलौनी, करमदा, मोहरा और सुहेला सभी स्कूलों के लिए अलग-अलग 18 लाख रुपए की स्वीकृति दी गई है। इसी तरह झीपन के लिए 9 लाख 70 हज़ार रुपए तथा आमाकोनी, फरहदा, खिलोरा, बरडीह, गाँधीचौक बलौदाबाज़ार, सेम्हराडीह और रवान सभी स्कूलों के लिए अलग-अलग 15 लाख रुपए की स्वीकृति दी गई हैं।
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जनभागीदारी से जल संचय में छत्तीसगढ़ पूरे देश में पहले स्थान पर

  • CM विष्णुदेव साय ने जल संसाधन विभाग को दी शुभकामनाएं
  • केन्द्र सरकार ने शुरू की है, जनभागीदारी से जल संचय पहल  
रायपुर। जनभागीदारी से जल संचय में छत्तीसगढ़ पूरे देश में पहले स्थान पर है। केन्द्र सरकार द्वारा शुरू की गई इस पहल पर उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने जल संसाधन विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। छत्तीसगढ़ राज्य में जल संचय, जनभागीदारी पहल के तहत जल संचय के एक लाख 53 हजार 533 कार्य पूर्ण किए गए हैं तथा 10 हजार 872 कार्य प्रगतिरत हैं। इस कार्यक्रम के क्रियान्वयन में देश के पहले 10 जिलों में छत्तीसगढ़ के 8 जिलों ने अपना स्थान बनाया है।
छत्तीसगढ़ में जनभागीदारी से जल संचय के कार्यों में राज्य में पहले स्थान पर रायपुर जिला है, जहां 35 हजार 758 जल संचय के कार्य पूर्ण किए गए हैं तथा 5064 कार्य प्रगतिरत हैं। दूसरे स्थान पर बिलासपुर है, जहां 16,389 कार्य पूर्ण किए गए हैं तथा 1643 कार्य प्रगति पर हैं। तीसरे स्थान पर रायगढ़ जिला है, जहां 16,629 कार्य पूर्ण किए गए हैं तथा 662 कार्य प्रगति पर हैं। चौथे स्थान पर बलौदाबाजार-भाटापारा जिला है, जहां 16,730 कार्य पूर्ण किए गए हैं तथा 300 कार्य प्रगति पर हैं। पांचवे स्थान बलरामपुर-रामानुजगंज जिला है, जहां 8618 कार्य पूर्ण किए गए हैं तथा 586 कार्य प्रगति पर हैं। छठवें स्थान पर गरियाबंद जिला है, जहां 6899 कार्य पूर्ण किए गए हैं तथा 634 कार्य प्रगति पर हैं। सातवें स्थान पर दुर्ग जिला है, जहां 4915 कार्य पूर्ण किए गए हैं तथा 609 कार्य प्रगति पर हैं। दसवें स्थान पर धमतरी जिला है, जहां 3706 कार्य पूर्ण किए गए हैं तथा 107 कार्य प्रगति पर हैं।
गौरतलब है कि जल संचय जन भागीदारी पहल प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के जल संरक्षण को राष्ट्रीय प्राथमिकता बनाने के अटूट संकल्प का प्रतिबिंब है। यह पहल जल संरक्षण में जन भागीदारी के महत्व पर जोर देती है और सामूहिक पहल एवं एकजुटता से जलसंरक्षण की संकल्पना को साकार करती है। इस योजना का प्रमुख उद्देश्य अन्य गतिविधियों के अलावा कृत्रिम पुनर्भरण संरचनाओं, बोरवेल पुनर्भरण शाफ्ट के निर्माण पर विशेष बल दिया गया है, जिससे भंडारण क्षमता बढ़ेगी और भू-जल पुनर्भरण को बढ़ाने में मदद मिलेगी।
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