क्राइम पेट्रोल

आदिवासी लड़की से मारपीट करने वाले रायपुर के TI को कोर्ट ने सुनाई सजा

रायपुर। रक्षित केन्द्र रायपुर में पदस्थ निरीक्षक राकेश चौबे के विरूद्ध थाना अजाक रायपुर में पंजिबद्ध अपराध क्र 04/2023 धारा 451, 294, 323(दो बार), 506बी, 354ए भादवि. एवं 3(1)W)(i), 3(1)(r), 3(2)(va) अनुसूचित जाति जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम में न्यायालय विशेष न्यायाधीश अंतर्गत एस.सी. एवं एस.टी. (अत्याचार निवारण) अधिनियम रायपुर द्वारा निर्णय पारित करते हुए निरीक्षक को दोषसिद्ध पाते हुए कठोर कारावास एवं अर्थदण्ड से दण्डित किया गया है। पुलिस महानिरीक्षक रायपुर क्षेत्र रायपुर अमरेश मिश्रा द्वारा प्रकरण को संज्ञान में लेते हुए दिनांक 26.09.2024 को निरीक्षक राकेश चौबे, रक्षित केन्द्र रायपुर को न्यायालय द्वारा दोषसिद्ध पाये जाने से जो उसके नैतिक अधपन का द्योतक एवं लोकहित मे शासकीय सेवा में रखने योग्य नही पाये जाने पर सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण एवं अपील) नियम 1996 एवं पुलिस रेग्युलेशन के प्रावधान के अंतर्गत ’’सेवा से पदच्युत’’ किया गया है।
ये था पूरा मामला-
राजधानी में आदिवासी बेटी को पीटने वाले नशेड़ी निरीक्षक को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके खिलाफ एससी एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। दरअसल, आदिवासी युवती से मारपीट मामले में निरीक्षक राकेश चौबे को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. राकेश चौबे को पुलिस कोर्ट में पेश करेगी। दो दिन पहले मामले को लेकर आदिवासी बेटी विशेष थाना पहुंची थी. विशेष थाने में राकेश चौबे के खिलाफ स्नढ्ढक्र दर्ज हुई है. निरीक्षक के खिलाफ धारा 294, 596, 323, 509, 451, 354 भादवि और 3(2)(1ड्ड) एससी एसटी ऐक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।
बता दें कि शराब के नशे में निरीक्षक राकेश चौबे जबरदस्ती महिला हॉस्टल में घुसा. जहां आदिवासी युवती से जमकर मारपीट की. इतना ही नहीं आरोप ये भी है कि गाली-गलौज के साथ किडनैप करने की भी धमकी दी थी। इस मामले में एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने गालीबाज और नशेड़ी निरीक्षक को निलंबित कर दिया. मामला देवेंद्र नगर थाने क्षेत्र का है. जहां ट्रैफिक मुख्यालय रायपुर में पदस्थ निरीक्षक राकेश चौबे ने अंबिकापुर निवासी आदिवासी महिला से मारपीट की. निरीक्षक शराब के नशे में चूर था. ये पूरी वारदात सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी।
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पेड़ पर साड़ी के सहारे युवक की लटकी मिली लाश

  • घर से मां को घूमकर आने की बात बोलकर निकला था युवक
रायपुर। रायपुर में एक युवक की फांसी पर लटकी लाश मिली है। घर से मां को घूमकर आने की बात बोलकर युवक निकला था, लेकिन पेड़ पर लटकी हुई लाश मिली है। आशंका है कि युवक ने किसी से विवाद होने के बाद आत्महत्या की है। मामला उरला थाना क्षेत्र का है। मिली जानकारी के मुताबिक, युवक शंकर दास मानिकपुरी उर्फ चीरा, आछोली गांव उरला का रहने वाला था। शंकर उरला थाना में चोरी के मामले में जेल की सजा काट चुका है।
मृतक की मां ने बताया कि वह घर से खाना खाकर निकला। कुछ देर बाद घर वालों को सूचना मिली कि उसकी लाश अछोली स्थित दाऊ बाड़ा में एक पेड़ के सहारे लटक रही है।
पुलिस ने बताया कि युवक की लाश पेड़ पर साड़ी के सहारे लटकी थी। घटना दोपहर साढ़े 3 बजे के आसपास की है। शरीर पर चोट के निशान नहीं मिले हैं। पुलिस आशंका जता रही है कि युवक का किसी से विवाद हुआ होगा। इसके बाद आत्महत्या की है। पुलिस युवक के घरवालों और दोस्तों से पूछताछ कर जानकारी जुटा रही है।
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रायगढ़ शहर के अंधेरी पुलिया में गला रेतकर हत्या

रायगढ़। रायगढ़ शहर के जूटमिल क्षेत्र के वार्ड नंबर 30 अंधेरी पुलिया (गंधरी पुलिया) के समीप रहने वाले रमेश उर्फ बब्बू तिवारी की अज्ञात हत्यारों ने गला रेत कर हत्या कर दी है। माामले की जानकारी तब सामने आई जब गुरुवार सुबह काम करने आई बाई ने इसकी सूचना पड़ोसियों को दी।
जानकारी के अनुसार रमेश उर्फ बब्बू तिवारी जो घर के पीछे रेलवे ट्रैक है। वे घर पर अकेले रहते थे। मृतक की पत्नी की मृत्य पूर्व में हो चुकी है। आज सुब​ह काम करने वाली बाई जब घर पर आई तो घर बंद था। फिर वह बार-बार कॉल करने लगी। पर कोई जवाब नहीं आया। जब​​कि बब्बू तिवारी का कॉल जा रहा था। पर कोई जवाब नहीं आने से कामवाली ने अनहोनी के आशंका को लेकर उसने आस-पास के लोगों सूचना दी। घर बंद था। अंदर झांक के देखने पर खून के छीटे दिखाई दे रहें थे।
जानकारी के अनुसार मृतक बब्बू तिवारी लोगों को ब्याज में रकम दिया करता था। हो सकता है रकम को लेकर कुछ विवाद हुआ हो और अज्ञात आरोपी ने उनकी हत्या की हो। धीरे-धीरे भारी भीड़ इकट्ठा होने लगी फिर पुलिस को सूचना दी गई पुलिस की टीम ने जांच शुरू कर दिया है।
हत्या वारदात की सूचना मिलते ही दलबल के साथ घटना स्थल पर पहुंची पुलिस, निरीक्षक मोहन भारद्वाज की टीम ने जांच शुरू कर दिया है। प्रथम दृष्टया मामला आपसी रंजिश का प्रतीत हो रहा है। घटना स्थल की जांच में खोजी कुत्ते की मदद ली जा रही है, फोरेंसिक टीम भी मौजूद है।
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दुर्ग पुलिस ने 21 लाख की चोरी का किया पर्दाफाश

  • कार के साथ शातिर चोर गिरफ्तार
भिलाई। दुर्ग पुलिस ने 21 लाख की चोरी का पर्दाफाश किया है। चोरी की वारदात को अंतरराज्यीय चोर गिरोह ने अंजाम दिया था। पुलिस गिरोह के एक सदस्य को गिरफ्तार किया है। मामला स्मृति नगर चौकी के स्मृति नगर का है। भिलाई नगर CSP सत्य प्रकाश तिवारी ने बताया कि थाना सुपेला के स्मृति नगर निवासी विवानव यादव ने 3 अगस्त को चोरी की शिकायत दर्ज कराई थी। उसने बताया कि दोपहर डेढ़ बजे से तीन बजे के बीच उसके मकान नंबर सी 204, 205 सड़क 19 स्मृतिनगर में चोरी हुई है। इस दौरान किसी चोर ने सूने घर का फायदा उठाकर घर का ताला तोड़ा। घर के अंदर से सोने, चांदी, हीरे के आभूषण, तिजोरी, लॉकर की चाबियां और 43 हजार रुपए कैश समेत करीब 21 लाख रुपए का माल चोरी कर लिया। इतनी बड़ी चोरी को पकड़ना पुलिस के लिए चैलेंज था।
एसपी जितेंद्र शुक्ला ने इसके लिए एसीसीयू और सुपेला और स्मृति नगर पुलिस की टीम बनाई। एएसपी सुखनंदन राठौर और भिलाई नगर सीएसपी सत्यप्रकाश तिवारी के मार्गदर्शन में टीम ने पतासाजी की। इस दौरान पुलिस को एक आरोपी का बैंक खाता मिला। खाते से लिंक मोबाइल नंबर को निकालकर जब उसका लोकेशन लिया गया। उसका लोकेशन बाफना टोल प्लाजा के पास वाईपास रोड दुर्ग आया। पुलिस ने तुरंत टीम बनाकर उसकी घेराबंदी की। वहां से एक आदमी संदिग्ध हालत में गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ करने पर उसने अपना नाम फैजान मलिक बताया। उसने बताया कि वो पूर्व में गिरफ्तार आरोपी दिलशेर अली और अरमान मलिक, फहीम उर्फ फइम, फइम की खाला रुकसाना का साथी है। उन लोगों ने योजना बनाकर स्मृति नगर के मकान में चोरी की है। पुलिस ने आरोपी फैजान मलिक के कब्जे से घटना में उपयोग XUV कार, 3 मोबाईल और मोबाइल की रसीद को जब्त किया है। अन्य आरोपियों की तलाश पुलिस कर रही है।
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महालक्ष्मी के व्यवहार से तंग आकर उसे 59 टुकड़ों में काटा

  • हत्यारे के सुसाइड नोट से हुआ खुलासा
बेंगलुरु। बेंगलुरु शहर में एक दिल दहला देने वाला अपराध हुआ है। यहां एक 26 साल की महिला महालक्ष्मी की हत्या कर दी गई। हत्यारे ने उसके शरीर को 59 टुकड़ों में काट दिया और उन टुकड़ों को एक फ्रिज में रख दिया। संदिग्ध हत्यारे ने अपनी मौत से पहले लिखे नोट में इसकी जानकारी दी है। उसने यह क्रूर अपराध इसलिए किया क्योंकि वह महालक्ष्मी के व्यवहार से तंग आ चुका था।
पुलिस ने पीड़िता महालक्ष्मी के सहकर्मी मुक्ति रंजन रॉय का लिखा सुसाइड नोट बरामद कर लिया है। इस नोट में उसने बेंगलुरु शहर को हिला देने वाले भयानक अपराध को कबूल किया है। सूत्रों ने बताया कि सुसाइड नोट उसकी डायरी में लिखा गया था। आरोपी ने अपनी डायरी में लिखा था, "मैंने 3 सितंबर को अपनी प्रेमिका महालक्ष्मी की हत्या कर दी है।"
सूत्रों ने बताया कि उसने नोट में यह भी लिखा कि वह उसके घर गया था और उसकी 3 सितंबर को हत्या कर दी। उसने कहा था, "मैं उसके व्यवहार से तंग आ चुका था। मैंने निजी मामलों को लेकर उससे झगड़ा किया और महालक्ष्मी ने मुझ पर हमला किया। उसके कृत्य से क्रोधित होकर मैंने उसे मार डाला।" डायरी में उसने लिखा, "उसकी हत्या करने के बाद मैंने उसके शरीर के 59 टुकड़े किए और उन्हें फ्रिज में रख दिया।"
पुलिस, हत्यारे मुक्ति रंजन रॉय के बारे में जानकारी जुटा रही थी, तभी उसे यह नोट मिला। रॉय ने बुधवार को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। वह ओडिशा के भद्रक जिले के एक गांव में पेड़ से लटका हुआ मिला था। पुलिस सूत्रों ने बताया, "संदिग्ध हत्यारा बुधवार को पांडी गांव पहुंचा था और घर पर ही रुका था। वह दोपहिया वाहन पर घर से निकला था। स्थानीय लोगों को उसका शव मिला।"
मुक्ति रंजन हत्या की घटना के बाद से लापता था। कर्नाटक पुलिस ने उसकी तलाश के लिए चार टीमें ओडिशा भेजी थीं। संदिग्ध हत्यारे ने 1 सितंबर से काम पर आना बंद कर दिया था। महालक्ष्मी का काम का आखिरी दिन भी 1 सितंबर को ही था। पुलिस ने कहा कि संदिग्ध हत्यारा वहां टीम का हेड था जहां महालक्ष्मी काम करती थी। हत्या का मामला पिछले शनिवार को तब सामने आया जब पड़ोसियों ने दो दिनों से महालक्ष्मी के घर से दुर्गंध आती देखी और इसकी सूचना उसके परिजनों को दी।
पुलिस ने बताया कि महालक्ष्मी की मां और बहन शनिवार को उसके घर पहुंची और उन्होंने यह खौफनाक मंजर देखा। महालक्ष्मी की हत्या कर दी गई थी, उसके शव को कई टुकड़ों में काटकर फ्रिज में रख दिया गया था। हालांकि फ्रिज चालू था, लेकिन शव में कीड़े लग गए थे। फ्रिज के पास एक सूटकेस मिला। पुलिस को संदेह है कि महालक्ष्मी की हत्या महीने की शुरुआत में की गई और उसके शव को चाकू जैसे किसी धारदार हथियार से टुकड़ों में काटा गया था।
त्रिपुरा की रहने वाली महालक्ष्मी बेंगलुरु के एक मशहूर मॉल में काम करती थी। जिस इलाके में महालक्ष्मी पिछले पांच महीने से रह रही थी, वहां के लोगों के मुताबिक, वह अकेली रहती थी और अपने पड़ोसियों से ज्यादा घुलती-मिलती नहीं थी। कुछ दिनों तक उसका भाई उसके साथ रहा। पुलिस को यह भी पता चला है कि वह शादीशुदा थी और उसका एक बच्चा भी था, लेकिन वह अलग रहती थी।
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कलेक्ट्रेट में सुसाइड की कोशिश, पेट्रोल लेकर पहुंची थी महिला

बिलासपुर। बिलासपुर कलेक्ट्रेट में आज उस वक्त हड़कंप मैच गया जब पेट्रोल और माचिस लेकर पहुंची एक महिला ने आत्मदाह की कोशिश की। महिला ने कलेक्ट्रेट में आवास की मांग को लेकर जमकर हंगामा किया।
इस दौरान कुछ समय के लिए कलेक्टोरेट परिसर में हड़कंप मच गया, गनीमत रही की मौके पर मौजूद लेडी कॉन्स्टेबल ने उसे समय रहते रोक लिया और उसके पास से पेट्रोल से भरी बोतल और माचिस छीन ली।
जानकारी के अनुसार चांटीडीह में हाल ही में अतिक्रमण कार्रवाई के दौरान महिला का घर तोड़ा गया था और उसे अब तक दूसरी जगह पर आवास अलॉट नहीं किया गया है। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सिविल लाइन पुलिस मौके पर पहुंच गई है और महिला को समझाने की कोशिश की जा रही है।
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रायपुर से घर लौट रहे शख्स के साथ लूटपाट, तीन गिरफ्तार

भिलाई। दुर्ग पुलिस ने नागपुर लूट के तीन आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता पाई है। पुलिस ने आरोपी के पास से 1500 रुपए नगद और एक कटर जब्त किया है। उसने बताया की लूट का मोबाइल और सोने की चेन उसने अपने साथी के पास रखा है। खुर्सीपार पुलिस ने बताया कि संतोष कुमार सोनी (56 साल) निवासी खुर्सीपार जोन 1 ने उसके साथ लूट की शिकायत दर्ज कराई थी। उसने बताया कि वो मंदिर हसौद रायपुर से अपनी एक्टीवा सीजी 07 बीपी 0418 से अपने घर खुर्सीपार आ रहा था। अचानक डबरापारा के पास उसकी स्कुटी का पेट्रोल खत्म हो गया।
वो स्कूटी को धक्का देकर घर की तरफ आ रहा की आईटीआई मैदान के पास रात 12.30 बजे के पास 3 लड़कों ने उसका रास्ता रोक लिया। वो लोग उससे गाली गलौज करने लगे और स्कूटी की चाबी निकाल लिए। 2 लड़कों ने उसका दोनो हाथ पकड़ लिया और तीसरे ने उसकी जेब से मोबाईल फोन 8,000 रुपये छीन लिया। इसके बाद उन्होंने उसके गले में पहनी सोने की चेन को भी उतार लिया। उसने उन लोगों का विरोध किया तो एक लड़के ने धारदार कटर निकाला और उसके कूल्हे में मार दिया। इसके बाद वो लोग वहां से फरार हो गए।
पुलिस मामले की जांच में जुटी ही थी कि इसी दौरान मुखबीर से सूचना मिली कि खुर्सीपार गेट का कल्लू नाम का युवक आदतन बदमाश है और राह चलते लोगों से छिनैती और लूट की घटना को अंजाम देता है। पुलिस ने जब कल्लू का मोबाइल लोकेशन ट्रैस किया तो वो नागपुर बताया। इसके बाद एसीसीयू प्रभारी तापेश्वर नेताम अपनी टीम के साथ नागपुर गए और कल्लू उर्फ शेख सब्बीर को पकडकर थाना लाए।
शेख सब्बीर उर्फ कल्लू पिता शेख सलीम (19 वर्ष) निवासी खुर्सीपार गेट।
मंगल सिह पिता गुरुनाम सिंह (19 साल) निवासी एचएससीएल कालोनी खुर्सीपार।
रोहित उर्फ एलियन पिता हरिचंद कवंर (19 वर्ष) निवासी खुर्सीपार गेट।
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महिला के 32 टुकड़े फ्रिज में मिलने का मामला, पुलिस ने किया नया खुलासा

  • बदबू आने के बाद पड़ोसियों की शिकायत पर फ्लैट के अंदर पुलिस दाखिल हुई थी
बेंगलुरु। बेंगलुरु में सनसनीखेज महालक्ष्मी हत्याकांड के मामले में पुलिस सूत्रों का कहना है कि संदिग्ध ओडिशा का रहने वाला है और इस समय वह पश्चिम बंगाल में हो सकता है। कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वरा के मुताबिक पुलिस ने बीएनएस की धारा 103 (1) के तहत केस दर्ज कर लिया है और आरोपी को गिरफ्तार करने की कोशिश की जा रही है। बेंगलुरु में एक रूम वाले फ्लैट के अंदर फ्रिज में महिला का 30 टुकड़ों में सड़ा-गला शव पाया गया था। बदबू आने के बाद पड़ोसियों की शिकायत पर फ्लैट के अंदर पुलिस दाखिल हुई थी।
महालक्ष्मी के पति हेमंत दास का कहना है कि घरेलू विवाद की वजह से पिछले 9 महीने से महालक्ष्मी उससे दूर अशरफ के साथ रह रही थीं। अशरफ नाई की एक दुकान में काम करता था। दास ने कहा, मुझे अशरफ नाम के शख्स पर शक है। मैंने नेलामंगला पुलिस स्टेशन में उसके खिलाफ शिकायत भी दर्ज करवाई थी। शिकायत के बाद वह बेंगलुरु नहीं आना चाहता था। हालांकि यह नहीं पता चला कि वे कहां चले गए। इस मामले में दूसरा ऐंगल भी है। पुलिस ने कन्फर्म नहीं किया है कि मुख्य संदिग्ध अशरफ ही है। बल्कि इस मामले में अजनबी की तलाश की जा रही है
दास नेपाल की रहने वाली हैं और उनकी शादी 6 साल पहले हुई थी। उनकी एक बेटी भी है। दोनों में घरेलू विवाद होने की वजह से अलग रहने लगे ते। दास ने बताया, विवाहेतर संबंध के बारे में पता चलने के बाद मैंने शिकायत दर्ज करवाई थी। यह केवल शक नहीं था, बल्कि में अच्छी तरह सब कुछ जानता था। अप्रैल या मई 2023 में मुझे उनके अफेयर के बारे में पता चला। महालक्ष्मी ने अशरफ के बारे में कुछ भी नहीं बताया था। मैं भी बाद में उसके साथ लगातार संपर्क में नहीं रहा।
दास ने बताया कि वह मोबाइल फोन की दुकान में काम करता है और लगभग एक महीना पहले वह दुकान पर महालक्ष्मी से मिला था। 22 सितंबर को कर्नाटक पुलिस को व्यालिकावल इलाके के एक फ्लैट से महालक्ष्मी के शव के टुकड़े फ्रिज से मिले थे। कर्नाटक के गृह मंत्री ने कहा कि मुख्य आरोपी की पहचान कर ली गई है और जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि आरोपी के बारे में काफी जानकारी इकट्ठी कर ली गई है लेकिन फिलहाल हर जानकारी दी नहीं जा सकती।
जानकारी के मुताबिक पुलिस और अन्य लोग जब कमरे में दाखिल हुए तो मंजर दिल दहला देने वाला था। कई मांस के टुकड़े फर्श पर बिखरे पड़े थे। पहले तो पुलिस भी उलटे पांव कमरे से बाहर हो गई। इसके बाद फरेंसिक टीम को बुलाया गया। फरेंसिक टीम को भी शव के टुकड़ों को समेटने के लिए अस्पताल के मेडिकल स्टाफ का सहारा लेना पड़ा।
बताया गया कि कमरे का दरवाजा 19 दिनों से बंद था। 21 सितंबर को दोपहर करीब साढ़े तीन बजे यह दरवाजा खुला था। पांच महीने पहले महालक्ष्मी यहां किराएदार के दौर पर रहने के लिए आई थीं। महालक्ष्मी की मां और बहन भी बेंगलुरु में ही रहती हैं। वह सुबह 9 या 10 बजे के करीब घर से निकल जाती थीं और रात में भी 9 बजे के आसपास लौटती थीं। दो सितंबर के बाद से ही महालक्ष्मी का फोन स्विचऑफ हो गया था।
मकान मालिक ने बदबू आने पर सबसे पहले महालक्ष्मी की मां को फोन किया था। उनके पास कमरे की दूसरी चाबी थी। मकान मालिक और पड़ोसियों की मौजूदगी में पहले दरवाजा खोला गया। बदबू इतनी थी कि पहले तो सब बाहर की ओर भागे। कमरे में खून के निशान थे और मांस के टुकड़े पड़े थे। पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस जब किसी तरह कमरे के अंदर गई तो देखा गया कि फ्रिज के ऊपरी खाने में इंसानी पैर रखे थे और सबसे नीचे के खाने में सिर रखा था। तलाशी में पुलिस को बेड पर महालक्ष्मी का फोन मिल गया। पता चला कि 2 सितंबर को आखिरी बार इस फोन से कॉल की गई थी।
महालक्ष्मी पड़ोस में किसी से ज्यादा घुली-मिली नहीं ती। पड़ोसियों का कहना है कि कई बार अजनबी शख्स उसे पिक और ड्रॉप करने आता था। हालांकि उसकी पहचान नहीं हो पाई है। पुलिस के मुताबिक मोबाइल की कॉल डीटेल निकालने के बाद शक अजनबी पर ही हो रहा है। हालांकि वह भुवनेश्वर के रास्ते पश्चिम बंगाल जा चुका है। पुलिस के मुताबिक आरोपी के बारे में जानकारी हासिल कर ली गई है लेकिन इसका खुलासा अभी नहीं किया जा सकता।
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अवैध कारोबार पर ताबड़तोड़ कार्यवाही, 9 लोग गिरफ्तार

कोरबा। पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी के निर्देश पर अवैध कारोबार पर ताबड़तोड़ कार्यवाही लगातार जारी है। इसी कड़ी में अवैध गतिविधियों पर प्रभावी कार्यवाही करते हुए अवैध गांजा, शराब एवं नशीली पदार्थ के विरूद्ध सख्ति से कार्यवाही करने का निर्देश दिया गया जिले के सभी राजपत्रित अधिकारी थाना/ चौकी के द्वारा अवैध गतिविधियों पर कार्यवाही किया गया है।
कटघोरा पुलिस व आबकारी विभाग की संयुक्त टीम ने बड़ी कार्यवाही करते हुए ग्राम पतरापाली में दबिश दी। इस दौरान गाँव में बड़ी मात्रा में कच्ची महुआ शराब बनाते हुए मौके पर धरपकड़ की। पुलिस व आबकारी विभाग की टीम को मौके पर महुआ शराब बनाने का भट्ठा व बड़ी मात्रा महुआ लाहन बरामद किया गया। इस कार्यवाही में टीम को 600 लीटर कच्ची महुआ शराब बरामद किया, 3 हज़ार 4 सौ किलो महुआ लाहन को नष्ट किया गया साथ ही 9 आरोपियों को गिरफ्तार कर छत्तीसगढ़ आबकारी अधिनियम के तहत धारा 34/1 (क, ख), 34 (2), 59 (क) के तहत कार्यवाही की गई।
वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में उरगा पुलिस की टीम गठित कर ग्राम चीतापाली के बरभौना नाला के किनारे कच्ची महुआ शराब बना रहे स्थान पर घेरा बंदी कर रेड कार्यवाही किया गया, जहां आरोपियों द्वारा 20 भट्टी स्थापित कर भारी मात्रा में कच्ची महुआ शराब बनाया जा रहा था, पुलिस को आता देख आरोपिगण जंगल तरफ़ भाग गये, घटना स्थल स्थापित 20 भट्टी चूल्हा, उपकरण तथा लगभग 3000 किग्रा महुआ पास को ध्वस्त किया गया एवं 500 लीटर कच्ची महुआ शराब तथा 19 नग बड़ा गंज, 22 नग बड़ा कड़ाही को जप्त कर अग्रिम कार्यवाही की गई। इसी प्रकार सिविल लाइन पुलिस द्वारा कुल 110 लीटर कच्ची महुआ शराब जप्त कर आरोपी को जेल भेजा।
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छत्तीसगढ़ में रेप फिर मर्डर, पुलिस की गिरफ्त में 2 दरिंदे

जशपुर। सिटी कोतवाली के ग्राम भभरी स्थित 30 फीट गहरी खाई में मिले अज्ञात महिला की हत्या की गुत्थी को पुलिस ने 72 घंटों में ही सुलझा लिया है। मृतिका के साथ पहले दुष्कर्म किया गया था। फिर महिला द्वारा पैसों की मांग की गई। नहीं देने पर मृतिका ने आरोपियों को दुष्कर्म में फंसा देने की धमकी दी। इस बात से डर कर दोनों आरोपियों ने महिला की पिटाई करते हुये गला दबाकर हत्या कर दिये थे। पुलिस से बचने के लिए महिला के शव को खाई में फेंक कर फरार हो गये थे।
दरअसल, 18 सितम्बर को थाना सिटी कोतवाली जशपुर को सूचना मिली कि ग्राम भभरी गौरकीना जंगल नाला में एक अज्ञात महिला का शव पड़ा है। इस सूचना पर सिटी कोतवाली जशपुर स्टाॅफ द्वारा मौके पर जाकर सूचना देने वाले सोहन राम भगत की रिपोर्ट पर मर्ग जाॅंच पंचनामा कार्रवाई की गई। विवेचना में पाया गया कि 17 सितम्बर की रात में कोई अज्ञात व्यक्ति द्वारा अज्ञात महिला को धारदार नुकीले या ठोस वस्तु से मारपीट करते हुए हत्या कर दिया और भभरी के गौरी नाला में शव फेंक कर फरार हो गया
एसपी शशि मोहन सिंह ने मामले की गंभीरता से लिया और ASP अनिल सोनी के नेतृत्व में टीम बनाकर महिला की पहचान हेतु Whatsapp बीट ग्रुप एवं पड़ोसी राज्य में फोटो भेजकर पता-तलाश की जा रही थी। इसी दौरान मुखबीर से सूचना मिली कि मृतिका जशपुरनगर में कुछ दिनों पूर्व से किराये के मकान में रहती थी और यहीं काम करती थी। मृतिका की उम्र 30 साल थी। जांच में महिला की पहचान थाना चैनपुर जिला गुमला के एक ग्राम की निवासी पाया गया। मृतिका के पति का मोबाइल नम्बर प्राप्त कर फोन किया गया। 19 सितम्बर को अपने माता-पिता तथा अन्य रिश्तेदार के साथ जशपुर आकर मृतिका की पहचान अपनी पत्नी के रूप में किया।
जांच में ये भी पता चला कि मृतिका द्वारा जशपुरनगर में जहां पर किराये के मकान में रहती थी। पड़ोसियों ने पूछताछ में बताया कि 17.09.2024 को 2 व्यक्ति मृतिका के घर पर रात लगभग 8-9 बजे आये थे जिसमें एक व्यक्ति का नाम राजेन्द्र राम मिंज उर्फ छोटू ग्राम सोगड़ा का रहने वाला है। पुलिस टीम द्वारा मुख्य आरोपी राजेन्द्र राम मिंज को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ करने पर वह टूट गया और उसने साथी संजय राम भगत के साथ मिलकर घटना करना स्वीकार किया। उसने बताया कि वह मृतिका से पूर्व से परिचित था, कभी-कभी इसके साथ में कार्य करता था। जान-परिचय होने की वजह से राजेन्द्र राम मिंज उसके किराये के मकान में यह कभी-कभार आना-जाना करता था।
17 सितम्बर को राजेन्द्र राम मिंज अपने मामा का लड़का संजय राम भगत के साथ उसके पेशी में मोटर सायकल CG 14 M 2890 से न्यायालय जशपुर आये थे, जिसके बाद शाम को बाजार से मछली सब्जी खरीदने के बाद दोनों महिला के किराये के मकान में गये। महिला उनसे बोली कि मैं गणेश विसर्जन देखने जा रही हूं। तुमलोग सब्जी को बनाते रहो बोलकर चली गई। इसके बाद राजेन्द्र राम मिंज एवं संजय राम दोनों मिलकर कमरे में शराब पीते रहे। रात लगभग 9ः30 बजे वापस महिला अपने कमरे में आई एवं खाना खाकर वे तीनों किसी कार्य से मोटर सायकल से ग्राम भभरी की ओर गये। वहां पहुंचने पर कथित रूप से मुख्य आरोपी राजेन्द्र राम ने महिला के साथ दुष्कर्म किया। फिर महिला ने केस लड़ने के लिये राजेन्द्र राम मिंज से 4 हजार रू. तत्काल मांगने लगी। नहीं देने पर राजेन्द्र राम को भी दुष्कर्म के केश में फंसाकर जेल भेजने की धमकी देने लगी।
इस बात को लेकर विवाद बढ़ने पर गुस्से में आकर राजेन्द्र राम और संजय राम मिलकर महिला की गला दबाकर, पत्थर एवं डंडा से मारपीट कर हत्या कर दिये। घटना के बाद शव को नाला में फेंक दिये। आरोपियों के विरूद्ध पर्याप्त अपराध सबूत पाये जाने से राजेन्द राम मिंज उर्फ छोटू, संजय राम भगत से पूछताछ कर गवाहों के समक्ष मेमोरंडम कथन लिया गया। मेमोरेण्डम कथन मुताबिक आरोपी राजेन्द्र राम से घटना में उपयोग की गई मोटर सायकल तथा घटना कारित करते समय खून लगा जींस, पत्थर, डंडा एवं संजय राम से मृतिका के मोबाईल एवं कपड़ा इत्यादि जप्त किया गया है। आरोपियों का कृत्य उक्त धारा सदर का अपराध घटित करना पाये जाने पर उन्हें 21.09.2024 को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है।
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स्कूल से घर लौट रही नाबालिग छात्रा के साथ हैवानियत, 5 दरिंदों ने किया गैंगरेप

रांची खूंटी के मुरहू थाना क्षेत्र में रांची-चाईबासा एनएच-75 के किनारे एदेलटोला के पास स्कूल से घर लौट रही नाबालिग आदिवासी छात्रा से पांच दरिंदों ने सामूहिक दुष्कर्म किया। पीड़िता बुधवार को स्कूल से छुट्टी होने के बाद पैदल ही घर लौट रही थी। वहां घात लगाए 10 दरिंदे छात्रा को जबरन सड़क के किनारे झाड़ियों में उठाकर ले गए। वहां पांच दरिंदों ने दुष्कर्म किया। जबकि अन्य पांच वहीं खड़े रहे।
पीड़िता ने पुलिस को बताया कि दुष्कर्म के दौरान वह बेहोश हो गई थी, होश आने पर खुद को नग्न पाया। फिर किसी तरह घर पहुंच कर माता-पिता को घटना की जानकारी दी। इसके बाद परिजनों के साथ पीड़िता थाना पहुंची और प्राथमिकी दर्ज कराई। शुक्रवार को 164 के तहत पीड़िता का बयान दर्ज किया जाएगा।
जानकारी मिलते ही एसडीपीओ वरुण रजक और थाना प्रभारी नॉवल गॉडविन केरकेट्टा की अगुवाई में छापेमारी की गई। पुलिस द्वारा आम नागरिकों से भी घटना में संलिप्त युवकों की पहचान करने में सहयोग की अपील की गई है। मामले में एसडीपीओ ने बताया कि पीड़िता ने अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है। घटना में संलिप्त युवकों की पहचान नहीं हो पाई है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए क्षेत्र में छापेमारी की जा रही है।
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कांकेर में नक्सलियों ने की युवक की हत्या

  • पुलिस मुखबिरी का लगाया आरोप
कांकेर। जिले के पखांजूर में नक्सलियों ने एक बार फिर खूनी खेल खेला है। माओवादियों ने एक युवक को मौत के घाट उतार दिया है। उन पर मुखबिरी करने के आरोप लगाए गए हैं। परिजनों ने फिलहाल इसकी सूचना पुलिस को दे दी है। पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है। मिली जानकारी के अनुसार पूरा मामला बड़गांव थाना क्षेत्र के मरकाचुआ गांव का है।
बता दें कि कुछ ही पहले ही नक्सलियों ने सुकमा जिले में एक शिक्षादूत को इसी तरह के आरोपों में मौत के घाट उतार दिया था।
नक्सलियों ने जनअदालत लगाकर इस वारदात को अंजाम दिया था। उससे पहले बीजापुर में माओवादियों ने दो ग्रामीणों की हत्या की थी और अब पखांजूर में इस वारदात को अंजाम दिया है।
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आबकारी विभाग ने महुआ लाहन के साथ दो आरोपी को दबोचा

महासमुंद। अवैध रूप से आसवित कच्ची शराब के सेवन से संभावित जनहानि को रोकने तथा आबकारी राजस्व की सुरक्षा हेतु कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह के निर्देश के तारतम्य में आबकारी विभाग द्वारा सतत कार्रवाई की जा रही है। इसी क्रम में बुधवार को गश्त के दौरान मुखबीर सूचना के आधार पर ग्राम गड़बेड़ा, थाना पिथौरा में आरोपी परसराम उम्र 31 वर्ष एवं राहुल बघेल उम्र 27 वर्ष से गवाहों के समक्ष पूछताछ कर उसके रिहायशी मकान, बरामदा एवं बाड़ी की विधिवत तलाशी ली।
जाने पर आरोपी परसराम गर्गे के रिहायशी मकान की बरामदा से 15 लीटर हाथ भट्ठी कच्ची महुआ शराब एवं 460 किलोग्राम शराब बनाने योग्य महुआ लहान बरामद हुआ एवं आरोपी राहुल बघेल के रिहायसी मकान व बाड़ी से 11 लीटर हाथ भट्ठी कच्ची महुआ शराब एवं 340 किलोग्राम शराब बनाने योग्य महुआ लहान बरामद हुई, जिसे विधिवत जप्त कर उक्त आरोपियों के विरुद्ध धारा 34(2) आब. एक्ट के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
अपराध की प्रकृति धारा 59 (क) आब. एक्ट के तहत अजमानतीय होने के कारण आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजा गया। उपरोक्त कार्रवाई उत्तम बुध्द भारद्वाज सहायक जिला आबकारी अधिकारी वृत्त पिथौरा की टीम द्वारा की गयी, जिसमें समस्त आबकारी स्टाफ उपस्थित थे।
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दो अंतरराज्यीय तस्करों को देवभोग पुलिस ने किया गिरफ्तार

  • ओडिशा से ला रहे 15 किलो गांजा जब्त
गरियाबंद। छत्तीसगढ़ में नशे के कारोबार के खिलाफ पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है. इस बीच गरियाबंद जिले में पुलिस ने नशे के खिलाफ एक्शन लिया है. ओडिशा से गांजा लेकर आ रहे दो अंतरराज्यीय तस्करों को देवभोग पुलिस ने गिरफ्तार किया है. तस्करों के पास से पुलिस ने करीब 15 किलो गांजा जब्त किया है. आरोपियों को पुलिस ने सीमा पर लगे जांच नाका के पास पकड़ा है.
प्रभारी मंत्री ने समीक्षा बैठक में कहा था मादक पदार्थों की अवैध बिक्री हो रही है. इसके बाद देवभोग पुलिस ने चंद घंटों में ही कार्रवाई करते हुए दोनों तस्करों को पकड़ा. बीती रात लगभग 7 बजे, खुटगाव चेक पोस्ट के पास तस्करों को पकड़ने के लिए पुलिस ने यह अभियान चलाया.
थाना प्रभारी गौतम गावड़े ने बताया कि उन्हें मुखबीर से सूचना मिली थी कि आरोपी ओडिशा से गांजा लेकर आ रहे हैं. सूचना के आधार पर त्वरित कार्रवाई की गई और तस्कर तोशिन खान (22 वर्ष) और अजबूर खान (25 वर्ष) को गिरफ्तार किया गया.
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युवक पर त्रिशूल से हमला, मचा हंगामा

बिलासपुर। बकाया राशि के विवाद में एक व्यक्ति पर एक ही परिवार के तीन सदस्यों ने हमला कर दिया। पचपेड़ी पुलिस ने उनके खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया है। ग्राम चिल्हाटी के निवासी सोनाऊ राम ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि वह खेती और जेसीबी चलाने का काम करता हैं। हाल ही में उन्होंने गंगा प्रसाद अवधेलिया के खेत का काम पूरा किया था, जिसका कुल हिसाब 29 हजार रुपये हुआ था। गंगा प्रसाद ने उस समय 13,500 रुपये का भुगतान किया था और शेष राशि के लिए 15 सितंबर की सुबह 6:30 बजे मिलने के लिए बुलाया था।
सोनाऊ राम के अनुसार, हिसाब-किताब के दौरान गंगा प्रसाद ने केवल 4,100 रुपये देने की बात कही, जिससे असहमत होने पर गंगा प्रसाद, उनकी पत्नी विनिता बाई, और उनका बेटा गोलू अवधेलिया ने गाली-गलौच शुरू कर दी। जब सोनाऊ राम ने इसका विरोध किया, तो तीनों ने मिलकर उन्हें जान से मारने की धमकी दी। गोलू अवधेलिया ने त्रिशूल से हमला किया, जिससे सोनाऊ राम के सीने और पाखोरे (पसलियों) पर गंभीर चोटें आईं और खून बहने लगा। घटना के दौरान अमृत लाल और रमेश वर्मा ने बीच-बचाव किया। सोनाऊ राम की शिकायत पर पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता 2023 की धारा 115(2), 296, 3(5), और 351(2) के तहत मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
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जादू-टोना के शक में पूरे परिवार की हत्या, 17 गिरफ्तार

  • जानिए क्या था मामला...
सुकमा। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में हेड-कॉन्स्‍टेबल समेत पूरे परिवार की हत्या से अभी भी पूरे इलाके में दहशत का माहौल बना हुआ है। अब इस हत्याकांड के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। पुलिस ने इस घटना के मामले में 17 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि गिरफ़्तार आरोपियों में एक महिला भी शामिल हैं। पुलिस ने अब सभी आरोपियों को गिरफ्तार पूछताछ कर रही है।
जानकारी के अनुसार, रविवार शाम को हेड-कॉन्स्‍टेबल समेत पूरे परिवार को जादू-टोने के शक में मार दिया गया। गांव वालों ने परिवार के 5 लोगों की लाठी-डंडों से पीट-पीटकर की हत्या कर दी। पुलिस ने 17 आरोपियों को हिरासत में लिया है। पुलिस सभी को न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया जा रहा हैं।
घटना कोंटा के मुरलीगुड़ा कैंप के नजदीक इटकल गांव की है। इस गांव के ही रहने वाले कुछ लोगों को शक था कि इन लोगों ने इनके परिवार के ऊपर जादू-टोना किया है। जिसके बाद गांव वालों ने पूरे परिवार को मौत के घाट उतार दिया। घटना के बाद आसपास इलाके में दहशत का माहौल बना हुआ है। पुलिस ने इस घटना का बड़ा खुलासा करते हुए कल 17 लोगों को गिरफ्तार कर ली है।
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पति ने पत्नी की तीर से गला रेतकर कर दी हत्या, फिर पति ने कर लिया सुसाइड

कोरबा। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले खूनी वारदात का खौफनाक मामला सामने आया है. पति ने अपनी पत्नी की तीर से गला रेतकर हत्या कर दी. इसके बाद आरोपी खुद फांसी के फंदे पर लटककर आत्महत्या कर लिया. घटना से इलाके में हड़कंप मच गया. मामले की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी. वहीं जांच के लिए फोरेंसिक टीम को भी बुलाया गया.
यह पूरा मामला श्यांग थाना अंतर्गत ठेंगरीमार गांव का है. जानकारी के अनुसार, गांव में एक घर में जगन्नाथ मंझवार (37 वर्ष) अपने परिवार के साथ रहता था. जगन्नाथ मंझवार रोजी-मजदूरी करके अपने परिवार का पालन-पोषण करता था. उसके परिवार में पत्नी के अलावा एक 12 वर्षीय पुत्र और बूढ़ी मां इतवारो बाई भी रहती थी. सोमवार की शाम जगन्नाथ और उसकी पत्नी के बीच किसी बात को लेकर लड़ाई शुरू हुई. पति-पत्नी के बीच विवाद बढ़ता देख जगन्नाथ की मां पोते को लेकर घर से बाहर चली गई. उसके कुछ देर बाद जब आकर देखी तो उसके होश उड़ गए. घर में बेटे और बहू की लाश पड़ी हुई थी. जिसके बाद घटना की सूचना पुलिस को दी गई.
पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर देखा कि पति-पत्नी की लाश एक ही कमरे में पड़ी हुई थी. प्रारंभिक जांच में पता चला कि पारिवारिक विवाद के चलते जगन्नाथ ने यह खौफनाक कदम उठाया. घटना स्थल से पुलिस ने खून से सने तीर-कमान बरामद किए हैं, जिससे संभावना जताई जा रही है कि जगन्नाथ ने पत्नी की हत्या तीर से की और फिर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. फिलहाल पुलिस इस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है.
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छत्तीसगढ़ में 6 करोड़ की ठगी, 4 शातिर गुजरात से गिरफ्तार

जगदलपुर। छत्तीसगढ़ की बस्तर पुलिस ने शेयर बाजार में पैसे लगवाकर करीब 6 करोड़ रुपए की ठगी करने वाले 4 लोगों को गुजरात से गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि ठगों ने बस्तर, दुर्ग और भिलाई के कुछ लोगों से करीब 2 करोड़ 40 लाख रुपए की ठगी की है।
जगदलपुर के एक शख्स से 26 लाख 30 हजार रुपए ठगी हुई। इसके बाद पुलिस ने FIR दर्ज कर जांच की। इसके बाद ठगों की सच्चाई सामने आई। शातिरों का सारा कारोबार दुबई से चल रहा था, लेकिन बस्तर पुलिस शातिरों के जाल का पर्दाफाश कर दिया।
दरअसल, जगदलपुर के सेतराम साहू ने बताया कि सोशल मीडिया पर स्टॉक मार्केट से रिलेटेड एक विज्ञापन देखा था, जिसके माध्यम से TPGAMC STOCK BUSINESS SCHOOLD-109 नाम के वॉट्सऐप ग्रुप में जुड़ा।
ग्रुप में जुड़ने के बाद शेयर बाजार में पैसे लगाकर हाई रिटर्न देने का दावा किया गया था। साथ ही निवेश के बाद कभी भी पैसे निकालने की बात कही गई थी।
सेतराम साहू ने बताया कि मोबाइल में ऐप्लीकेशन TPG MF डाउनलोड करने कहा को गया था। इसके बाद अकाउंट क्रिएट करवाया गया, फिर स्टॉक मार्केट में इन्वेस्ट करने को कहा गया। अलग-अलग ट्रांजेक्शन के माध्यम से कुल 26 लाख 30 रुपए का फर्जी निवेश कराकर ठगी की गई।
पीड़ित ने बताया कि जब उसे ठगी का एहसास हुआ तो वह थाने पहुंचा। सेतराम साहू की शिकायत के बाद बोधघाट पुलिस ने मामला दर्ज किया। मामले की जांच की गई। पुलिस ने बैंक खाता, कंपनी का डाटा, मोबाइल नंबर समेत अन्य सोशल मीडिया अकाउंट ट्रैक किया।
इस दौरान पुलिस को पता चला कि ठग गुजरात के किसी ठिकाने में मौजूद हैं, जिसके बाद अफसरों ने जवानों की एक टीम बनाई। टीम को गुजरात भेजा गया। सूरत, जामनगर से पुलिस ने यज्ञेश प्रवीण भाई (25), महेंद्र भीखू भाई (29), घनश्याम भाई भगवान भाई नरोला (33) और अजरिया अभिषेक जयंती भाई (26) को पकड़ा।
इस दौरान पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने छत्तीसगढ़ के दुर्ग-भिलाई और बस्तर इन तीन जगहों से कुल 2 करोड़ 39 लाख 20 हजार 657 रुपए की ठगी की है, जबकि देश के अलग-अलग हिस्सों से लोगों को अपने जाल में फंसाकर कुल 6 करोड़ रुपए ठगे हैं। इनका मुख्य नेटवर्क दुबई से संचालित है।
पुलिस ने बताया कि गुजरात के अलग-अलग जगहों से छापेमारी कर चारों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। चारों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से कोर्ट ने आरोपियों को जेल भेज दिया है। बस्तर SP शलभ सिन्हा ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ में और कई खुलासे हो सकते हैं।
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