धान का कटोरा

छत्तीसगढ़ में धान खरीदी का महाअभियान

  • मुख्यमंत्री साय की पहल पर सुगमता से हो रही है धान की खरीदी
  • प्रदेश में पांचवें दिन तक लगभग 2.6 लाख मीट्रिक टन धान की हुई खरीदी
  • अब तक 46,967 किसानों ने बेचा धान
रायपुर। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की पहल पर धान खरीदी का महाअभियान सुगमता से जारी है। प्रदेश में धान खरीदी के सोमवार को पांचवें दिन तक लगभग 2.6 लाख मीटरिक टन धान की खरीदी हो चुकी है। राज्य के 46967 किसानों ने अब तक धान बेच चुके है। धान खरीदी का यह महाअभियान 31 जनवरी 2025 तक चलेगी।
प्रदेश के विभिन्न जिलों में आज लगभग 1 लाख 12 हजार मीटरिक टन धान की खरीदी हुई है। आज 24582 किसानों ने धान बेचा है। राज्य सरकार द्वारा इस वर्ष 2739 उपार्जन केन्द्रों के माध्यम से 160 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी अनुमानित है।
खाद्य विभाग के अधिकारियों ने आज यहां बताया कि इस खरीफ वर्ष के लिए 27.68 लाख किसानों द्वारा पंजीयन कराया गया है। इसमें 1.42 लाख नए किसान शामिल है। 18 नवम्बर के लिए कुल 27111 टोकन जारी किए गए थे। आगामी दिवस के लिए 23791 टोकन जारी किए गए है।
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महिला आयोग की नई सदस्यों को संभागों का दायित्व

  • न्यायपीठ का हुआ गठन, 19 से 21 नवम्बर को होगी महिला उत्पीड़न की सुनवाई
रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की नवनियुक्त सदस्य संभागों में अपने दायित्व का निर्वहन करेंगी। महिला आयोग की बैठक में नये सदस्यों की नियुक्ति होने के पश्चात् संभागवार न्यायपीठ का गठन किया गया।
महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में सभी सदस्यों को स्वयं से संभाग चयन करने का प्रस्ताव रखा। उन्होंने कहा कि आगामी 19, 20 और 21 नवंबर 2024 को रायपुर मुख्यालय में महिला उत्पीडन से संबंधित सुनवाई रखी गई है, जिसमें सभी सदस्य उपस्थित रहेंगे। उन्होंने बताया कि 21 नवंबर 2024 को सुबह 11 बजे सम्मिलन बैठक का आयोजन किया गया है।
नए सदस्यों को संभागवार दायित्व इस प्रकार है। बस्तर संभाग का प्रमुख प्रभार सुश्री दीपिका सोरी एवं अतिरिक्त प्रभार श्रीमती ओजस्वी मंडावी, सरगुजा सभाग का प्रमुख प्रभार श्रीमती प्रियंवदा सिंह जुदेव एवं अतिरिक्त प्रभार श्रीमती सरला कोसरिया, बिलासपुर संभाग का प्रमुख प्रभार श्रीमती सरला कोसरिया एवं अतिरिक्त प्रभार श्रीमती प्रियंवदा सिंह जुदेव संभालेंगी है।
इसी प्रकार रायपुर संभाग का प्रमुख प्रभार श्रीमती लक्ष्मी वर्मा एवं अतिरिक्त प्रभार सुश्री दीपिका सोरी व दुर्ग संभाग का प्रमुख प्रभार श्रीमती ओजस्वी मंडावी एवं अतिरिक्त प्रभार श्रीमती लक्ष्मी वर्मा संभालेंगी। बैठक में आयोग के समस्त सदस्य सहित आयोग सचिव मनोज कुमार सिन्हा, सहायक संचालक श्रीमती पुष्पा किरण कुजूर एवं समस्त कर्मचारीगण उपस्थित थे।
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24वें राष्ट्रीय वनवासी क्रीड़ा प्रतियोगिता का आयोजन 27 से 31 दिसंबर तक

  • वनवासी क्रीड़ा प्रतियोगिता के लिए स्वागत समिति का हुआ गठन
रायपुर। वनवासी कल्याण आश्रम द्वारा राजधानी रायपुर में 24वें राष्ट्रीय वनवासी क्रीड़ा प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। यह पांच दिवसीय प्रतियोगिता 27 से 31 दिसंबर तक आयोजित होगी। जिसमें तीरंदाजी एवं फुटबॉल के लगभग 800 प्रतिभागी भाग लेंगे। शबरी आश्रम परिसर रायपुर में सोमवार को आयोजित बैठक में प्रतियोगिता के तैयारी एवं विभिन्न कार्यक्रमों के लिए स्वागत समिति का गठन किया गया।
वनवासी विकास समिति छत्तीसगढ़ के प्रांतीय सचिव श्री अनुराग जैन ने इस कार्यक्रम के बारे में प्रारंभिक जानकारी दी, तत्पश्चात स्वागत समिति का गठन किया गया जिसमें सभी क्षेत्र (चिकित्सा, शिक्षा, व्यवसाय, समाज) के सेवाभावी, गणमान्य व्यक्तियों के नाम सामने आए जिनमें से वन मंत्री श्री केदार कश्यप, विधायक श्री राजेश मूणत विधायक, पूर्व विधायक श्री सत्यनारायण शर्मा, एनआईटी रायपुर के संचालक प्रो.रमन्ना राव, आईआईटी भिलाई के डायरेक्टर श्री राजीव प्रकाश, पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के कुलपति श्री सच्चिदानंद शुक्ल, चेम्बर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष श्री अमर परवानी समाजसेवी वसंत अग्रवाल, व्यवसायी श्री सरल मोदी, राम मंदिर ट्रस्ट के श्री ब्रज लाल गोयल, पार्षद अमर बंसल, डॉ आनंद जोशी, आदि के नाम प्रमुख हैं। सर्वसम्मति से श्री केदार कश्यप को इस समिति का अध्यक्ष और श्री अमर बंसल को सचिव बनाया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत श्रीमती कौशल्या विष्णु देव साय और शबरी कन्या आश्रम की बहनों द्वारा संध्या आरती के साथ हुई। श्रीमती कौशल्या विष्णु देव साय ने अपने उद्बोधन में कहा कि चूकी इस प्रतियोगिता के लिए पूरे भारतवर्ष से जनजाति क्षेत्र के प्रतिभागी भाग लेंगे अतः हम सबका एक कर्तव्य और दायित्व है कि उनके लिए यह प्रतियोगिता यादगार साबित हो, इसका प्रयास करना चाहिए। समिति के अध्यक्ष वन मंत्री श्री केदार कश्यप ने भी आश्वस्त किया कि हम सबके सहयोग से यह प्रतियोगिता सभी के लिए यादगार होगी।
इस अवसर पर वनवासी कल्याण आश्रम के अखिल भारतीय संगठन मंत्री श्री भगवान सहाय ने कल्याण आश्रम द्वारा किए जाने वाले कार्यक्रम की जानकारी दी। उन्होंने अखिल भारतीय स्तर पर वनवासी समिति के बालक और बालिकाओं का राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिनिधित्व पर भी चर्चा की। उन्होंने बताया कि लगभग दो लाख छात्र-छात्राएं प्रतिवर्ष प्रारंभिक स्तर पर खेलकूद की प्रतियोगिताओं में जनजाति क्षेत्र से भाग लेते हैं।
वनवासी विकास समिति छत्तीसगढ़ के प्रांतीय सचिव श्री अनुराग जैन ने बताया कि जनजाति समाज के विकास के लिए 1952 में जशपुर से शुरू हुई यह यात्रा निरंतर जारी है और पूरे देश में वनवासी कल्याण आश्रम द्वारा बालक-बालिकाओं के लिए छात्रावास एवं उनके सर्वांगीण विकास के लिए विभिन्न प्रकार के प्रोजेक्ट चल रहे हैं। जिनमें जनजाति समाज के दूरस्थ वनांचल क्षेत्र के लाखों बालक एवं बालिकाएं जिन्हें वह सुविधा प्राप्त नहीं हो पाती जिसके अभाव में वह अपनी प्रतिभा नहीं दिखा पाते। इन्हीं उद्देश्यों को लेकर वनवासी विकास समिति काम करती है।
कार्यक्रम का संचालन वनवासी विकास समिति रायपुर के सचिव श्री राजीव शर्मा ने किया। इस अवसर पर वनवासी विकास समिति छत्तीसगढ़ के प्रांत अध्यक्ष श्री उमेश कच्छप, छत्तीसगढ़ प्रांत संगठन मंत्री श्री रामनाथ कश्यप, मध्य क्षेत्र संगठन मंत्री श्री प्रवीण ढोकले, सुभाष बड़ोले, नागेश काले, श्रीमती माधवी जोशी, रवि गोयल, डॉ. विजय शांडिल्य, डॉ. आशुतोष शांडिल्य, श्रीमती संगीता चौबे, डॉ. विजय चौबे, डॉ. मीना मुर्मू, तिसेन भगत आदि उपस्थित थे।
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मुख्यमंत्री ने किक बॉक्सिंग खिलाड़ियों की हौसला अफजाई की

  • सरगुजा के खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय स्पर्धा में जीते मैडल, मुख्यमंत्री ने उज्ज्वल भविष्य के लिए दी शुभकामनाएं
रायपुर। सरगुजा के चार खिलाडियों ने कर्नाटक के कुर्ग में 10 से 14 नवंबर तक आयोजित प्रोफेशनल नेशनल किक बॉक्सिंग लीग में छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व करते हुए 2 स्वर्ण और एक -एक रजत और कांस्य पदक हासिल इस राष्ट्रीय स्पर्धा में छत्तीसगढ़ का परचम लहराया। पदक विजेता इन खिलाड़ियों ने मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय से उनके निवास कार्यालय में मुलाकात कर उन्हें अपनी उपलब्धियों की जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने इस खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करते हुए उन्हें उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी।
वाको इंडिया किक बॉक्सिंग फेडरेशन द्वारा आयोजित इस स्पर्धा में सरगुजा की स्वाति राजवाड़े ने 60 किलो से कम वजन वर्ग में गोल्ड, सरवर एक्का ने 50 किलो से कम वजन वर्ग में गोल्ड मैडल, सत्यम साहू ने 70 किलो से कम वजन वर्ग में रजत और संजना मिंज ने 50 किलो से कम वजन वर्ग में कांस्य पदक जीता है
इस अवसर पर किक बॉक्सिंग एसोशिएशन ऑफ छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष श्री छगन लाल मूंदड़ा, कार्यकारी अध्यक्ष श्री तारकेश मिश्रा, सचिव श्री आकाश गुरु दीवान और टीम के कोच श्री खिलावन दास उपस्थित थे।
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CM विष्णुदेव साय ने जनजातीय परंपरा के संरक्षक बैगा, गुनिया और सिरहा को किया सम्मानित

  • बैगा, गुनिया, सिरहा को हर साल मिलेगी 5-5 हजार रुपये की सम्मान निधि
रायपुर। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने सोमवार को बस्तर विकास प्राधिकरण की बैठक के बाद वहां सर्किट हाउस में आयोजित कार्यक्रम में जनजातीय परंपरा के संरक्षक बैगा, गुनिया और सिरहा को शाल और श्रीफल भेंटकर सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनजातीय समुदाय के बैगा, गुनिया और सिरहा को अब हर वर्ष 5-5 हजार रुपये की सम्मान निधि दी जाएगी। यह पहल जनजातीय समाज की सांस्कृतिक परंपराओं को प्रोत्साहन देने के साथ उनके आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार जनजातीय समाज की संस्कृति और परंपराओं के संरक्षण और विकास के लिए प्रतिबद्ध है। इस तरह के फैसले छत्तीसगढ़ के जनजातीय क्षेत्रों को आत्मनिर्भर बनाने और उनके गौरव को बढ़ाने में सहायक साबित होंगे। बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने जनजातीय समुदाय की परंपराओं को संजोने और उन्हें समाज के विकास में भागीदार बनाने के महत्व पर जोर दिया। इस दौरान वनमंत्री श्री केदार कश्यप, विधायक जगदलपुर श्री किरण देव, पूर्व विधायक महेश गागड़ा सहित  स्थानीय जनप्रनिधिगण उपस्थित थे।
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बस्तर में पर्यटन को बढ़ावा देने बनेगा टूरिज्म कॉरिडोर

  • सौर समाधान एप्प और मनो बस्तर एप्प लॉन्च, ऊर्जा चलित पॉवर बैंक का शुभारंभ
  • मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में चित्रकोट में बस्तर विकास प्राधिकरण की बैठक सम्पन्न
रायपुर। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की अध्यक्षता में सोमवार को चित्रकोट में आयोजित बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की पहली बैठक में बस्तर में पर्यटन को बड़े पैमाने पर बढ़ावा देने के लिए टूरिज्म कॉरिडोर बनाने पर विचार-विमर्श किया गया। इसके साथ ही बस्तर अंचल के पर्यटन के लिए चिन्हित स्थानों को विकसित करने के लिए रणनीति तैयार की गई। बैठक में बस्तर में एनएमडीसी द्वारा सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल के निर्माण के संबंध में भी चर्चा की गई। इस मौके पर श्री साय ने सौर समाधान और मनो बस्तर एप्प लॉन्च किया तथा सौर ऊर्जा चलित पॉवर बैंक का शुभारंभ किया।
मुख्यमंत्री साय ने संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन द्वारा सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गांव के उन्नयन कार्यक्रम के लिए कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान में स्थित धूड़मारास गांव के चयन पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि इससे बस्तर को नई पहचान मिली है। उल्लेखनीय है कि संयुक्त राष्ट्र के पर्यटन ग्राम उन्नयन कार्यक्रम के लिए 60 देशों से चयनित 20 गांवों में भारत के छत्तीसगढ़ राज्य के धूड़मारास ने भी अपनी जगह बनाई है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने प्राधिकरण की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि हमारी सरकार ने बस्तर और सरगुजा के विकास पर अपना ध्यान विशेष रूप से केंद्रित किया है। इन क्षेत्रों के विकास में आदिवासी विकास प्राधिकरणों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। उन्होंने कहा कि जनजाति क्षेत्रों के विकास के लिए राशि की कोई कमी नहीं होगी। सीएसआर मद में भी काफी राशि उपलब्ध है। प्रदेश में डबल इंजन की सरकार है। केन्द्र और राज्य दोनों में जनजातीय समुदायों के विकास के लिए संवेदनशील सरकारें हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने मार्च 2026 तक माओवादी आतंकवाद को खत्म करने का लक्ष्य रखा है। इस दिशा में राज्य में बेहतर काम हो रहा है। माओवादी आतंकवाद छोटे से क्षेत्र में सिमट कर रह गया है। हम लोगों ने बस्तर में पूर्ण शांति बहाली करते हुए अंदरूनी क्षेत्रों तक लोकतंत्र की जड़ों को मजबूत करने का संकल्प लिया है। यह तभी होगा जब शासन के प्रति नागरिकों का विश्वास मजबूत होगा। यह विश्वास विकास से ही निर्मित होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नियद नेल्ला नार योजना के माध्यम से सड़क, पुल-पुलिया, स्कूल, अस्पताल, आंगनवाड़ी, पेयजल, बिजली, मोबाइल टॉवर जैसी अधोसंरचनाएं अंदरूनी गांवों तक पहुंचा रही हैं। उन्होंने कहा कि नियद नेल्लानार योजना के तहत 34 नए सुरक्षा कैंप खोले गए हैं जहां ग्रामीणों को विभिन्न सुविधाएं भी दी जा रही हैं। बस्तर में शांति कायम हो, इसके लिए केंद्र और राज्य दोनों सरकारें सतत प्रयास कर रही हैं। बैठक में मंत्रियों, सांसदों, विधायकों से अमूल्य सुझाव मिले। सभी टीम भावना से काम करके विकास के प्रति एकजुटता दिखाएं।
केशकाल घाट सुधार कार्य को जल्द पूर्ण कराने के निर्देश
मुख्यमंत्री श्री साय ने केशकाल घाट सुधार कार्य को जल्द पूर्ण कराने और प्राधिकरण मद से स्वीकृत सभी कार्यों को समय-सीमा में पूर्ण कराने निर्देशित किया। उन्होंने कलेक्टर बस्तर को  देवगुड़ी, मातागुडी के अप्रारंभ कार्यों को डेढ़ महीने में पूर्ण करने के निर्देश कलेक्टर को दिए। मुख्यमंत्री श्री साय ने दंतेवाड़ा के ग्राम नेरली, धुरली में लाल पानी की समस्या सहित विभिन्न समस्याओं के निराकरण के लिए एनएमडीसी को समाधानकारक उपाय करने के निर्देश दिए और कहा कि संबंधित कलेक्टर और जनप्रतिनिधियों के साथ मिलकर संयुक्त बैठक कर आवश्यक पहल करें।
मंत्रीगणों एवं जनप्रतिनिधियों ने दिए सुझाव
उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने कहा कि मुख्यमंत्री की पहल पर बस्तर और सरगुजा क्षेत्र के विकास को सर्वाेच्च प्राथमिकता दी जा रही है। नियद नेल्लानार जैसी योजना और बस्तर ओलंपिक का आयोजन मुख्यमंत्री जी के विकास की पहल को दर्शाता है। वन मंत्री श्री केदार कश्यप ने मत्स्यपालन, डेयरी उद्यमिता को बढ़ावा देने और किसानों को सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने नदी किनारे विद्युत लाईन बिछाने, अटल व्यावसायिक परिसर, एफआरए क्लस्टर में सामूहिक खेती को प्रोत्साहित करने के सुझाव दिए। उन्होंने कहा कि बस्तर में खेल प्रतिभाओं की कमी नहीं है, ऐसे में बस्तर में नई खेल अकादमियों की स्थापना के लिए पहल की जाए।
वित्त मंत्री श्री ओ.पी चौधरी ने क्षेत्र में होटल मैनेजमेंट संस्थान, नर्सिंग कॉलेज, ऑर्गेनिक, नैचुरल फॉर्मिंग प्रारंभ करने  पोटा केबिन को स्थायी बनाने का सुझाव दिया। बस्तर क्षेत्र विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष सुश्री लता उसेंडी ने बस्तर क्षेत्र में  शिक्षा, उद्यमिता के विकास के लिए कार्ययोजना बनाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने प्रत्येक गांव में  कृषि सेवा केंद्र प्रारंभ करने पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि बस्तर को पर्यटन के क्षेेत्र में विश्व पटल पर स्थापित करने पर भी बल दिया। विधायक श्री किरणदेव सिंह ने कहा कि शोधार्थी छात्रों को सुविधाएं देने सेंट्रल इंस्ट्रुमेंटल लैबोरेटरी की स्थापना की जाए।
आकांक्षी जिलों में अभियान चलाकर रिक्त पदों की भर्ती
मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन ने कहा कि बस्तर क्षेत्र में पुलिस बलों को बड़ी सफलता मिल रही है। प्रभावित क्षेत्र में आधारभूत सुविधाओं को पहुंचाने 95 गांवों में सर्वे किया जा रहा है। उन्होंने आकांक्षी जिलों में रिक्त पदों पर भर्ती के लिए जिला प्रशासन को अभियान चलाकर प्रक्रिया पूर्ण करने के निर्देश दिए। कांकेर कलेक्टर ने बैठक में बताया कि रावघाट परियोजना के तहत प्रभावित सभी किसानों को मुआवजा दिया जा चुका है। बीएसपी के प्रतिनिधि ने बताया कि प्रभावित क्षेत्र के 153 युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराया गया है। सचिव शिक्षा ने बताया कि बस्तर अंचल में एक भी स्कूल बंद नहीं किया गया है। उन्होंने भवनविहीन स्कूलों के लिए भवन का प्रावधान करने की जानकारी दी।
बैठक में खाद्य मंत्री श्री दयाल दास बघेल, स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल, उद्योग मंत्री श्री लखनलाल देवांगन, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्री लक्ष्मी राजवाड़े, राजस्व मंत्री श्री टंकराम वर्मा, सहित बस्तर सांसद श्री महेश कश्यप और बस्तर संभाग के समस्त विधायकगण, जिला पंचायत अध्यक्ष, अपर मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक, प्रधान मुख्य वन संरक्षक, प्रमुख सचिव आदिम जाति तथा अनुसूचित जनजाति विभाग, मुख्यमंत्री के सचिव श्री पी. दयानंद और श्री राहुल भगत, सदस्य सचिव प्राधिकरण श्री डॉ बसवराजु एस., विभिन्न विभागों के सचिव, कमिश्नर बस्तर, आईजी,  सहित संभाग के सभी जिलों के कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक बैठक में उपस्थित थे।

 

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मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का बस्तरिया अंदाज में हुआ स्वागत

  • गौरसिंग मुकुट पहनाकर किया गया अभिनन्दन
  • मुख्यमंत्री ने किया बस्तर हाट की थीम पर आधारित एक्सपीरियंस जोन और स्टाल्स का अवलोकन
रायपुर। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के सोमवार को बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की बैठक में शामिल होने चित्रकोट पहुंचने पर बस्तरिया अंदाज में स्वागत हुआ| उनके स्वागत में जनजातीय लोक नर्तक दलों ने आकर्षक प्रस्तुति दी| जनप्रतिनिधियों ने पारंपरिक गौर सिंग मुकुट पहनाकर उनका अभिनन्दन किया।
प्रसिद्ध पर्यटन स्थल चित्रकोट में बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की बैठक के आयोजन हेतु विशेष तैयारियां की गई थीं| इस मौके पर मुख्यमंत्री श्री साय ने बस्तर हाट की थीम पर आधारित एक्सपीरियंस जोन एवं विभिन्न विभागीय स्टालों का अवलोकन किया। प्राधिकरण के  बैठक स्थल पर संभाग के सात जिलों बस्तर, कोण्डागांव, दंतेवाड़ा, कांकेर, नारायणपुर, सुकमा और बीजापुर की विकास योजनाओं और उपलब्धियों को स्टॉल के जरिए साझा किया गया। इन स्टालों में विकास और नवाचार की विस्तृत झलक दिखी।  
'बस्तर कॉफी' के सफर की दिखी झलक
बस्तर जिले के स्टाल में 'बस्तर कॉफी'  की प्रक्रिया और उसके प्रसार को रोचक ढंग से दिखाया  गया है। प्रदर्शनी में कॉफी उत्पादन, ताजा चेरी उत्पादन से लेकर कॉफी की धुलाई, भुनाई, पिसाई और पाउडर पैकेजिंग तक की पूरी प्रक्रिया का प्रदर्शन किया गया है। 'बस्तर कैफे' की पहल से स्थानीय स्तर पर रोजगार और आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा दिया गया है। बस्तर कॉफी ब्रांड को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पहचान दिलाने का प्रयास भी जारी है।
कला और नवाचार का संगम
कोण्डागांव जिले ने स्टाल के माध्यम से अपनी पारंपरिक शिल्पकला और आधुनिक विकास परियोजनाओं को सामने रखा है। झिटकू मिटकी आर्टिसन प्रोड्यूसर ने बेल मेटल कला से अयोध्या के श्री राम मंदिर के स्थापत्य को प्रदर्शित किया। इस दौरान जिले में हो रहे पर्यटन विकास, रोजगार के अवसर बढ़ाने गारमेंट फैक्ट्री, एनीमिया मुक्त कोण्डागांव अभियान स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ बनाने, 'मावा कोण्डानार' मोबाइल ऐप: पारदर्शी प्रशासन और नागरिक सुविधाओं को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध कराने की दिशा में पहल की जानकारी दी गई।
शिक्षा और बाल विकास में नवाचार
दंतेवाड़ा जिले ने शिक्षा और बाल कल्याण के क्षेत्र में किए गए नवाचारों को साझा किया। बाल मित्र कार्यक्रम के माध्यम से स्कूल से बाहर और अप्रवेशी बच्चों को मुख्य धारा से जोड़ने के लिए पहल शुरू की गई है । बाल मित्र पुस्तकालय एवं पंचायत के जरिए बच्चों को नेतृत्व और निर्णय लेने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। यह कार्यक्रम शिक्षा के साथ-साथ समग्र विकास के लिए भी अहम साबित हो रहा है।
लघु वनोपज से बढ़ती आजीविका
कांकेर जिले में लघुवनोपज आधारित परियोजनाओं और उद्यानिकी विकास को प्राथमिकता दी जा रही है। फ्रेश सीताफल परियोजना स्थानीय किसानों  सहित स्वसहायता समूह की दीदियों के लिए आय का प्रमुख स्रोत बनी है। पोषण और रोजगार, लघु धान के मछली पालन, कड़कनाथ मुर्गी पालन में रोजगार के नए अवसर और आजीविका संवर्धन की जानकारी दी गई है।
महिला सशक्तिकरण का उदाहरण
नारायणपुर जिले में महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रयास किए गए हैं। स्वसहायता समूहों की दीदियों ने हर्बल गुलाल, मशरूम उत्पादन, कड़कनाथ पालन और बटेर पालन जैसी गतिविधियों में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाई है। इन गतिविधियों से महिलाओं को आर्थिक स्वतंत्रता मिली है।पोषण आहार और एकीकृत कृषि, कृषि में नवीन तकनीकों के समावेश का प्रदर्शन किया गया है।
यातायात और आवासीय योजनाओं की प्रगति
सुकमा जिले के स्टाल में आधारभूत संरचना और ग्रामीण विकास पर जोर दिया गया है। हक्कुम मेल अंतर्गत यातायात सुविधा को बेहतर बनाने की दिशा में हो रहे कार्य, प्रधानमंत्री आवास योजना,आवासीय परियोजनाओं से सकारात्मक बदलाव,  लखपति दीदी योजना मरईगुड़ा (वन) पंचायत, महिला स्वसहायता समूहों को आर्थिक सशक्तिकरण में हो रहे सकारात्मक परिणामों को प्रदर्शित किया गया।
'नियद नेल्ला नार' योजना के सकारात्मक परिणाम
बीजापुर जिले में प्रदेश सरकार द्वारा माओवाद प्रभावित क्षेत्रों में संचालित 'नियद नेल्ला नार' योजना के माध्यम से समग्र विकास पर ध्यान केंद्रित किया गया है, जिसमें ग्रामीणों के लिए बेहतर शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता, रोजगार के नए अवसर प्रदान करने के लिए तकनीकी और स्थानीय संसाधनों का उपयोग, जिले के प्राकृतिक सौंदर्य को पर्यटन के माध्यम से दुनिया के पटल पर रखने के प्रयासों की जानकारी दी गई है।
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राज्यपाल रमेन डेका ने लेखा परीक्षा सप्ताह का किया शुभारंभ

  • कहा- सरकार व जनता के बीच विश्वास का एक सेतु है भारतीय लेखा परीक्षा विभाग
रायपुर। भारतीय लेखा एवं लेखा परीक्षा विभाग सरकार और जनता के बीच विश्वास का एक सेतु है, जो सुनिश्चित करता है कि हर संसाधन का सदुपयोग हो और हर निर्णय समाज के हित में हो। राज्यपाल श्री रमेन डेका ने सोमवार को प्रधान महालेखाकार कार्यालय में लेखा परीक्षा सप्ताह का शुभारंभ करते हुए यह बात कही। लेखा परीक्षा दिवस के अवसर पर 22 नवम्बर 2024 एक सप्ताह तक आयोजित किया जाएगा।
महालेखाकार कार्यालय के आवासीय परिसर स्थित सामुदायिक भवन में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि श्री डेका ने अपने उद्बोधन में कहा कि लेखा परीक्षा केवल सरकारी व्यय और राजस्व की जांच तक सीमित नहीं है; यह प्रशासनिक पारदर्शिता, वित्तीय अनुशासन, और जनसेवा में उत्तरदायित्व का एक सशक्त माध्यम है। भारतीय लोकतंत्र की जड़ों को मजबूत करने में इस विभाग की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है।
राज्यपाल श्री डेका ने कहा कि भारतीय लेखा एवं लेखा परीक्षा विभाग का इतिहास गौरवशाली रहा है। यह न केवल सरकारी कार्यों में वित्तीय अनुशासन लाने का कार्य करता है, बल्कि भ्रष्टाचार और अनियमितताओं को रोकने का महत्वपूर्ण दायित्व भी निभाता है। इस विभाग के अधिकारियों की निष्पक्षता और कर्मठता ने इसे एक सशक्त संस्थान के रूप में स्थापित किया है। श्री डेका ने कहा कि भारतीय प्रशासन और वित्तीय प्रबंधन में नियंत्रक और महालेखाकार (सीएजी) की महत्वपूर्ण भूमिका है। संविधान निर्माताओं ने कैग को वित्तीय नियंत्रण में स्वायत्त और स्वतंत्र संस्था के रूप में स्थापित किया है जिससे इसे लोक वित्त की निगरानी और पारदर्शिता सुनिश्चित करने में एक प्रमुख दर्जा प्राप्त है।
भारतीय प्रशासनिक ढांचे में प्रभावी वित्तीय नियंत्रण में  कैग की भूमिका की सराहना करते हुए राज्यपाल ने कहा कि कैग के निरीक्षण से सरकार की योजनाओं और कार्यक्रमों की समुचित निगरानी और पारदर्शिता बनी रहती है जिससे लोक कल्याण को लाभ पहुंचाने में मदद मिलती है।
राज्यपाल ने तेजी से बढ़ते हुए तकनीकी युग में लेखा परीक्षा की प्रक्रिया में भी नवाचार की आवश्यकता बताते हुए कहा कि डिजिटल इंडिया के तहत बढ़ती ई-गवर्नेंस और डिजिटलीकरण के चलते लेखा परीक्षकों को आधुनिक उपकरणों और तकनीकी दक्षताओं से लैस होना जरूरी है। इससे न केवल काम की गति तेज होगी, बल्कि पारदर्शिता भी बढ़ेगी।
उन्होंने  विभाग के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों से आह्वान किया कि वे इस प्रतिष्ठित संस्था की परंपराओं को बनाए रखते हुए निष्ठा और प्रतिबद्धता के साथ कार्य करें। उनकी मेहनत और ईमानदारी से ही जनता का भरोसा और मजबूत होगा।
कार्यक्रम में स्वागत भाषण प्रधान महालेखाकार श्री यशवंत कुमार ने दिया। कार्यक्रम के अंत में आभार प्रदर्शन महालेखाकार श्री मोहम्मद फैजान ने किया।
इस अवसर पर राज्यपाल श्री डेका ने सामुदायिक भवन परिसर में वृक्षारोपण किया। कार्यक्रम में महालेखाकार कार्यालय के सभी अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे। 
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राज्यपाल ने विंग कमांडर (सेवानिवृत्त) एमबी ओझा के निधन पर उन्हें दी श्रद्धांजलि

रायपुर। राज्यपाल श्री रमेन डेका सोमवार को विंग कमांडर (सेवानिवृत्त) श्री एमबी ओझा  के निधन पर शोक व्यक्त करने उनके मौलश्री विहार स्थित निवास पर गए और उनके चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। राज्यपाल ने शोक संतप्त परिजनों को ढांढस बंधाया।
उल्लेखनीय है की स्वर्गीय श्री ओझा ने 1971 के युद्ध में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और युद्ध में भारत की विजय के साक्षी भी रहे।  
उन्होंने अनेक महत्वपूर्ण मिशनों में सभी को अपने अद्भुत शौर्य एवं पराक्रम से परिचित कराया।
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राज्यपाल से वनवासी कल्याण आश्रम कोरबा के अध्यक्ष ने की भेंट

रायपुर। राज्यपाल श्री रमेन डेका से सोमवार को यहां राजभवन में वनवासी कल्याण आश्रम कोरबा अध्यक्ष व छत्तीसगढ़ जनजाति सलाहकार परिषद के सदस्य श्री रघुराज सिंह उइके एवं सदस्य श्री श्रवण यादव ने सौजन्य भेंट कर जनजाति समाज के उत्थान और विकास, शैक्षणिक विकास, सामाजिक गतिविधियों आदि के संबंध में चर्चा कर अवगत कराया।
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PM आवास योजना के लिए सर्वेक्षण शुरू, नए हितग्राहियों को भी अब मिलेंगे आवास

रायपुर। छत्तीसगढ़ में पिछले साल दिसम्बर में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में नई सरकार के गठन के बाद से शहरों में प्रधानमंत्री आवास योजना के कार्यों में तेजी आई है। दिसम्बर-2023 से अक्टूबर-2024 के बीच पिछले 11 महीनों में ही करीब 50 हजार आवासों के निर्माण पूर्ण किए गए हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हर गरीब के लिए आशियाने के सपने को पूरा करने का काम छत्तीसगढ़ में तेजी से हो रहा है। दिसम्बर-2023 में राज्य में नई सरकार के गठन के बाद प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के कार्यों में तेजी लाते हुए 49 हजार 834 आवासों का काम पूर्ण किया गया है। इनमें विभिन्न शहरों के हितग्राहियों द्वारा अपनी खुद की जमीन पर बनाए गए 44 हजार 419 और योजना के साथ भागीदारी में किफायती आवासीय परियोजनाओं के माध्यम से निर्मित 5415 आवास शामिल हैं।
उप मुख्यमंत्री तथा नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री अरुण साव ने बताया कि बीते 11 महीनों में योजना की भौतिक और वित्तीय प्रगति में अच्छी तेजी आई है। सभी नगरीय निकायों में बनाए जा रहे आवासों और निर्माण एजेंसियों के कार्यों की नियमित समीक्षा की जा रही है और उन्हें गरीबों के आशियाने के सपने को जल्द पूरा करने के लिए तेजी से काम पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि पिछले 11 महीनों के दौरान हर माह औसतन हितग्राहियों द्वारा अपनी खुद की भूमि में बनाए जा रहे 4002 मकानों के काम पूर्ण किए गए हैं, जबकि वर्ष 2018 से 2023 के बीच यह औसत केवल 1592 थी। योजना के साथ भागीदारी में बनाए जा रहे किफायती आवासीय परियोजनाओं के निर्माण और आबंटन में भी तेजी लाते हुए विगत 11 महीनों में 7348 परिवारों को आवास आबंटित कर 5855 हितग्राहियों को पूर्ण आवासों में व्यवस्थापित किया गया है।
उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) 2.0 के लिए भी प्रदेश में सर्वेक्षण शुरू हो गया है। इसके अंतर्गत ऐसे शहरी पात्र परिवार जिन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना के पहले चरण में आवास नहीं मिल पाए थे, उन्हें पक्का मकान उपलब्ध कराया जाएगा। प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) 2.0 में हितग्राहियों की सुविधा के लिए आवास हेतु आवेदन की प्रक्रिया का सरलीकरण किया गया है। आवास के आवेदन सरलतापूर्वक ऑनलाईन माध्यम से भारत सरकार के अधिकृत पोर्टल पर स्वयं हितग्राही द्वारा दर्ज किया जा सकता है। इसके साथ ही प्रदेश की सभी 189 अधिसूचित नगरीय निकायों में हेल्पडेस्क के माध्यम से भी आवेदन की प्रक्रिया संपादित की जा सकती है।
प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के अंतर्गत राज्य के विभिन्न नगरीय निकायों में कुल दो लाख 49 हजार 166 आवास स्वीकृत हैं। इनमें लाभार्थियों द्वारा अपनी खुद की भूमि पर बनाए जाने वाले दो लाख 11 हजार 069 और किफायती आवासीय परियोजनाओं के तहत बनने वाले 38 हजार 097 आवास शामिल हैं। शहरी गरीबों के स्वयं के पक्के मकान का सपना जल्द से जल्द पूरा करने के लिए नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग द्वारा तेजी से इन आवासों का निर्माण किया जा रहा है। योजना के तहत राज्य में अब तक कुल एक लाख 96 हजार 967 आवास पूर्ण किए जा चुके हैं, जिनमें से एक लाख 74 हजार 967 आवास हितग्राहियों द्वारा बनाए गए हैं। वहीं किफायती आवासीय परियोजनाओं के तहत 21 हजार 600 आवासों का निर्माण पूर्ण किया गया है। प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के अंतर्गत प्रदेश के नगरीय निकायों में अभी कुल 48 हजार 346 आवासों का काम प्रगति पर है, जिन्हें तेजी से पूरा किया जा रहा है।
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CM विष्णुदेव साय ने लाला लाजपत राय की पुण्यतिथि पर उन्हें किया नमन

रायपुर। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने पंजाब केसरी लाला लाजपत राय की 17 नवंबर को पुण्यतिथि पर उन्हें नमन करते हुए कहा कि लाला लाजपत राय ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि अमर सेनानी लाला लाजपत राय  के बलिदान ने स्वाधीनता आंदोलन को एक नई गति दी। स्वाधीनता आंदोलन में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने के साथ ही लाला जी ने हिन्दी भाषा के प्रचार प्रसार में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके ओजस्वी विचार आज भी हमें प्रेरित करते है और देश की सेवा करने के लिए प्रोत्साहित करते है। हम सभी को देश की तरक्की के लिए लाला लाजपत राय के आदर्शों को अपने जीवन में उतारने का संकल्प लेना चाहिए। हम सभी को उनके वक्तृत्व और कृतित्व से प्रेरणा लेकर मिलजुलकर देश की तरक्की के लिए काम करना चाहिए।
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पैसेंजर ट्रेन से टकराया बाघ, 7 घंटे आवाजाही ठप

  • गोबरवाही-डोंगरीबुजुर्ग स्टेशन के बीच हुआ हादसा
राजनांदगांव। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे महाराष्ट्र के नागपुर मंडल अंतर्गत गोबरवाही-डोंगरीबुजुर्ग स्टेशन के बीच तुमसर रोड-तिरोडी डेमू गाड़ी क्र. 07811 तुमसर-तिरौड़ी पैसेंजर से एक बाघ टकराकर घायल हो गया। इस दौरान बाघ को रेस्क्यू करने में 7 घंटे तक रेल यातायात बाधित रहा।
सुबह लगभग 5 हुई इस घटना के बाद वन विभाग को बाघ का रेस्क्यू करने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। इस रेस्क्यू अभियान में रेल और वन विभाग की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद बाघ का रेस्क्यू किया और उसे उपचार के लिए नागपुर भिजवाया।
पैसेंजर ट्रेन से बाघ के टकराकर घायल होने की सूचना पर वन विभाग भंडारा डिवीजन के डीसीएफ राहुल गवाई, एसीएफा रितेश भोंगाडे, आरएफओ नाकाडोंगरी अपेक्षा शेंडे, लेंडेझरी निरंजन वैदय वन विभाग की रेस्क्यू टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर सुबह लगभग 12 घायल बाघ को बेहोशी शॉट लगाया।
घायल बाघ का नागपुर में उपचार-
वन विभाग के चिकित्सक द्वारा बाघ को बेहोश करने के बाद रेल पथ की पुश ट्राली से उक्त घायल टाइगर को रेलवे स्टेशन डोंगरीबुजुर्ग लाया गया और फिर यहां से उसे गिरेवाड़ा नागपुर रेस्क्यू सेंटर ले जाया गया, जहां बाघ का प्रारंभिक उपचार किया गया।
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माड़ में नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षाबलों का बड़ा ऑपरेशन

  • मुठभेड़ में 5 नक्सली ढेर, दो जवान घायल
रायपुर। छत्तीसगढ़ के कांकेर और नारायणपुर जिलों के महाराष्ट्र सीमा से सटे अबूझमाड़ क्षेत्र में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच भीषण मुठभेड़ जारी है। यह मुठभेड़ शनिवार सुबह से चल रही है, जिसे महाराष्ट्र के सी-60 कमांडो और कांकेर-नारायणपुर पुलिस का संयुक्त ऑपरेशन माना जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक, इस मुठभेड़ में कई नक्सलियों के मारे जाने की सूचना है, और अब तक 5 नक्सलियों के शव बरामद किए जा चुके हैं। फिलहाल दोनों ओर से रुक-रुक कर फायरिंग जारी है। इस दौरान दो जवान घायल हो गए हैं।
सूत्रों के अनुसार, यह मुठभेड़ नक्सलियों के एक बड़े दल से हो रही है। सुरक्षाबलों को केंद्रीय कमेटी के सदस्य अभय के साथ नक्सलियों के एक बड़े जमावड़े की सूचना मिली थी, जिसके बाद इस ऑपरेशन को शुरू किया गया। मुठभेड़ की पुष्टि कांकेर एसपी आई के एलिसेला ने की है। घायल जवानों को जंगल से निकालने के लिए MI-17 हेलिकॉप्टर का उपयोग किया गया, और उन्हें एयरलिफ्ट कर रायपुर भेजा गया है।
इस ऑपरेशन में कांकेर और नारायणपुर जिलों के डीआरजी जवानों के साथ महाराष्ट्र की सी-60 कमांडो टीम भी शामिल है। बड़ी संख्या में जवानों को जंगलों में तैनात किया गया है, और नक्सलियों को चारों ओर से घेरने की कोशिश की जा रही है।
सुरक्षाबलों का कहना है कि मुठभेड़ अभी खत्म नहीं हुई है, और इलाके में तलाशी अभियान जारी है। इस मुठभेड़ में नक्सलियों को भारी नुकसान होने का अनुमान है। यह ऑपरेशन नक्सलियों के खिलाफ अब तक का सबसे बड़ा अभियान माना जा रहा है, और इसे लेकर सभी प्रमुख सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हैं।
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राज्यपाल रमेन डेका ने हमारा समर्पण चैरिटेबल ट्रस्ट के कार्यों को सराहा

रायपुर। राज्यपाल रमेन डेका ने राजधानी दिल्ली में गरीब महिलाओं एवं बच्चों के लिए कार्य कर रही संस्था हमारा समर्पण चैरिटेबल ट्रस्ट के द्वारिका स्थित संस्था का भ्रमण किया। उन्होंने संस्था के कार्यों की जानकारी ली। यह संस्था छोटे-मोटे रोजगार कर अपना जीवन यापन करने वाले गरीब परिवारों के महिलाओं एवं बच्चों के स्वास्थ्य की देखभाल एवं उनके व्यक्तित्व विकास, और उनको आत्मनिर्भर बनाने के लिए कार्य कर रही है। श्री डेका ने ट्रस्ट के कार्यों की सराहना की साथ ही छत्तीसगढ़ के आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र में भी स्वास्थ्य कैंप लगाने का अनुरोध किया। श्री डेका के अनुरोध पर छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले के आदिवासी बाहुल्य ग्रामों में उक्त संस्था द्वारा स्वास्थ्य शिविर का आयोजन आगामी माह में किया जाएगा। राज्यपाल ने उपस्थित बच्चों से बातचीत की और उनके साथ फोटो भी खींचवाई। इस अवसर पर हितग्राही महिलाएं, बच्चे और संस्था के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
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बिजली सुधारते वक्त ट्रांसफार्मर में चिपका युवक, हालत नाजुक

अंबिकापुर। हाई वोल्टेज ट्रांसफार्मर पर चढ़ा युवक करंट की चपेट में आने से गंभीर रूप से घायल हो गया. घायल युवक को इलाज के लिए अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज कॉलेज अस्पताल में भर्ती किया गया है.
लुण्ड्रा थाना क्षेत्र के ग्राम गेरसा में घटित घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. घायल युवक का नाम रघुवीर खलखो बताया जा रहा है. वीडियो में नजर आ रहा है कि बिजली सुधारने ट्रांसफार्मर पर चढ़ा युवक का चप्पल सुधारते समय गिर जाता है, जिससे लगने वाला करंट से युवक सीधे जमीन पर गिरता है.
बताया जा रहा है कि युवक मानसिक रूप से कमजोर है. इसके पहले भी वह ट्रांसफार्मर पर चढ़ चुका था, लेकिन गनीमत रही कि वह बच निकला. लेकिन अबकी बारकरंट की चपेट में आने से गंभीर रूप से घायल हो गया. सवाल यह भी है कि जो लोग उसके साथ थे, उन्होंने उसे रोकने की कोशिश क्यों नहीं की, केवल वीडियो बनाते रहे.
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PM मोदी को गाली देने वालों का खत्म होगा अस्तित्व : मंत्री रामविचार नेताम

रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर जनजातीय गौरव दिवस और अंतर्राष्ट्रीय आदिवासी लोक नृत्य महोत्सव आयोजन किया गया था। इस अवसर पर कई अलग-अलग कार्यक्रम हुए।
वहीं, कार्यक्रम के समापन के दौरान मंत्री रामविचार नेताम ने ऐसा बयान दे दिया है कि सियासी गलियारों में बवाल मचा हुआ है। रामविचार नेताम के बयान को लेकर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस का बयान सामने आने के बाद मंत्री रामविचार नेताम ने एक बार फिर पलटवार किया है।
अपने बयान को लेकर कांग्रेस की प्र​तिक्रिया आने के बाद रामविचार नेताम ने कहा है कि पीएम मोदी को गाली देंगे तो कांग्रेस का अस्तित्व खत्म होगा, कांग्रेस की मति भ्रष्ट हो गई है। मोदी सरकार में आदिवासियों को सबसे ज्यादा लाभ मिला है, जबकि कांग्रेस सरकार में योजनाएं कागजों तक सीमित रही। इससे पहले मंत्री नेताम के बयान को लेकर पीसीसी चीफ दीपक बैज ने कहा कि मोदी भाजपा के भगवान हो सकते हैं, आदिवासियों के नहीं हो सकते। उन्होंने कहा कि भाजपा आदिवासियों का विरोधी रही है। कभी फर्जी एऩकाउंटर में फंसाया, कभी जेल भेजा। उनका जल जंगल जमीन छीना है।
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CM विष्णुदेव साय ने राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर दी बधाई एवं शुभकामनाएं

रायपुर। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने राष्ट्रीय प्रेस दिवस 16 नवंबर के अवसर पर मीडिया जगत से जुड़े सभी लोगों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी है। श्री साय ने कहा है कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता हमारे लोकतंत्र की विशेषता और आधारशिला है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि निष्पक्ष प्रेस और निर्भीक पत्रकारिता स्वस्थ लोकतंत्र के लिए आवश्यक है। मीडिया नागरिकों को उनके अधिकार और दायित्व के प्रति सचेत कर देशहित व लोकहित के प्रति जागरूक करता  है। भारतीय प्रेस दिवस भारत जैसे जीवंत लोकतंत्र में स्वतंत्र और निष्पक्ष प्रेस के महत्व और योगदान को याद करने का दिन है। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि हम सभी लोग साथ मिलकर यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि  मीडिया हमारे लोकतंत्र में अपनी भूमिका का सम्यक निर्वहन करते हुए देश को प्रगति के पथ पर अग्रसर करने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे सके।
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