धान का कटोरा

हम संगठित होकर आगे बढ़ सकते हैं : मंत्री टंकराम वर्मा

  • वनांचल नगरी सांकरा में आयोजित हुआ जनजातीय गौरव दिवस का जिला स्तरीय कार्यक्रम
रायपुर। जनजातीय गौरव दिवस का जिला स्तरीय कार्यक्रम शुक्रवार को वनांचल नगरी विकासखण्ड के ग्राम सांकरा में आयोजित किया गया। राजस्व मंत्री श्री टंकराम वर्मा ने बतौर मुख्य अतिथि कहा कि हमको भगवान बिरसा मुंडा के जीवन से प्रेरणा मिलती है हम कितने दिन जीते हैं, कितने साल जीते हैं, मायने नहीं रखता, हम अपने जीवन को कैसे जीते हैं, यह मायने रखता है। भगवान बिरसा मुंडा ने केवल 25 साल की उम्र में ही अपने देशहित में बलिदान कर दिया। उन्होंने मातृभूमि की रक्षा, जल, जंगल और जमीन के लिए की। ऐसे महान पुरुष के जीवन से प्रेरणा लेकर के हम समाज, देश को संगठित करके आगे ले जा सकते हैं।
मंत्री श्री वर्मा ने कृषि विभाग की ओर से 15 हितग्राहियों को मसूर मिनीकिट वितरण, 9 हितग्राहियों को स्प्रेयर पंप वितरण, पशु चिकित्सा विभाग की ओर से 8 हितग्राहियों को चेक वितरण, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से 10 हितग्राहियों को पोषण कीट का वितरण, श्रम विभाग की ओर से 4 हितग्राहियों को राशि वितरित किया।
मंत्री श्री टंकराम वर्मा ने भगवान बिरसा मुंडा की 150 वीं जयंती के अवसर पर आदिवासी समाज सहित सभी को बधाई देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और  मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की पहल पर जनजातीय गौरव दिवस मनाया जा रहा है। इससे जनजातीय समुदाय को जागृत किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जनजातीय वीरों का छत्तीसगढ़ में बहुत बड़ा योगदान है। जब कभी भी हम आदिवासी की बात करते हैं, तो सबसे पहले भाव यही उठता है, कि आदिवासी बहुत ही सहज, सरल और उदार व्यक्ति और प्रकृति प्रेमी होते हैं। जनजाति जीवन शैली में भारत दर्शन और सनातन के मूल्य गुंजित होते हैं। उन्होंने कहा कि मुझे यह कहते हुए भी गर्व होता है कि हमारा आदिवासी समाज अनादि काल से आज तक अपने सादगी के लिए जाना जाता है। उतनी ही अपनी अस्मिता को बचाने और अपने मान सम्मान हेतु संघर्ष के लिए भी जागरूक होते हैं। इस अवसर पर उन्होंने विभिन्न विभागों के स्टॉलों का अवलोकन किया।
उन्होंने कहा कि हमें आदिवासी मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के रूप में मिला है। प्रदेश मे हम जनजातिय समुदाय को ऊपर उठाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। श्री वर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा पीएम जनमन योजना लागू कर विशेष पिछड़ी जनजाति को राष्ट्र के मुख्यधारा से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। इसके तहत इन वर्गों को आवास, शिक्षा, आत्मनिर्भरता के लिए कौशल विकास, स्व-रोजगार संबंधी अनेक योजनाएं संचालित की जा रहीं हैं। प्रभारी मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने भगवान बिरसा मुंडा की जयंती को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाकर उन्हें संगठित करने का प्रयास किया है। इस अवसर पर पूर्व सिहावा विधायक श्रीमती पिंकी शिवराज शाह और सर्व आदिवासी समाज के तहसील अध्यक्ष श्री उमेश देव ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया।
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जनजाति गौरव दिवस : कमार परिवारों का पक्के आवास का सपना हो रहा पूरा

  • राजस्व मंत्री ने भगवंतीन कमार को नए आवास में कराया गृह प्रवेश
रायपुर। छत्तीसगढ़ में पी.एम. जनमन योजना के तहत विशेष पिछड़ी जनजातियों तक तेजी से बुनियादी सुविधाएं पहुंच रही है। जनजाति गौरव दिवस के मौके पर नया घर मिलने पर विशेष पिछड़ी जनजाति वर्ग से ताल्लुक रखने वाली श्रीमती भगवंतीन कमार बहुत खुश है। आज उनका पक्के घर का सपना पूरा हुआ। राजस्व मंत्री श्री टंकराम वर्मा ने शुक्रवार को उन्हें गृह प्रवेश कराया।
जनजाति गौरव दिवस के मौके पर श्रीमती भगवंतीन कमार ने घास-फूस की झोपड़ी की जगह पक्का घर मिलने पर खुशी जाहिर करते हुए मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के प्रति आभार जताया। राजस्व मंत्री और जिले प्रभारी मंत्री श्री टंकराम वर्मा ने मसानडबरा के कमार बस्ती पहुंचे थे। उन्होंने वहां पी.एम. जनमन योजना के तहत बनाये जा रहे आवासों का निरीक्षण किया और अधिकारियों को जल्द आवास पूर्ण कराने के निर्देश दिये।
राजस्व मंत्री श्री टंकराम वर्मा ने वहां कमार परिवारों से भी चर्चा की और उनकी समस्याओं की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में जनजाति परिवारों को मुख्य धारा मे जोड़ने के लिए हर संभव प्रयास किये जा रहे है। पिछड़ी जनजातियों की बस्तियों में मूलभूत सुविधाओं के साथ-साथ विभिन्न योजनाओं का भी लाभ दिलाया जा रहा है। इस मौके पर विधायक श्रीमती पिंकी शिवराज शाह भी उपस्थित थी।
गौरतलब है कि विशेष जनजाति परिवारों को मुख्य धारा से जोड़ने के लिए चलाई जा रही पी.एम. जनमन में पक्का आवास, सड़क, बिजली, नल जैसी बुनियादी सुविधायें उपलब्ध कराई जा रही है। ग्राम मसानडबरा में पी.एम. जनमन योजना के तहत कमार परिवारों के लिए 31 आवासों की स्वीकृति दी गई है।
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अंतर्राज्यीय आदिवासी लोक नृत्य महोत्सव का हुआ समापन

  • विभिन्न राज्यों के जनजातीय नर्तक दलों ने शानदार प्रस्तुति से समा बांधा
रायपुर। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में दो दिवसीय जनजातीय गौरव दिवस एवं अंतर्राज्यीय आदिवासी लोक नृत्य महोत्सव के समापन समारोह में शामिल हुए। मुख्यमंत्री की उपस्थिति में विभिन्न राज्यों के लोक नर्तक दलों ने अपनी-अपनी प्रस्तुतियों से दर्शकों में उत्साह भर दिया। इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश, त्रिपुरा, मेघालय, मिजोरम, उत्तराखंड समेत छत्तीसगढ़ के जनजातीय एवं लोक कलाकारों ने प्रस्तुति दी।
त्रिपुरा से आए ब्रू रियांग जनजाति समुदाय के नर्तक दल ने परंपरागत लोकनृत्य होजागिरी की प्रस्तुति से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।  इस नृत्य में ब्रू रियांग जनजाति समुदाय की युवतियों ने सिर के ऊपर बोतल को संभालते हुए अद्भुत सामंजस्य के साथ प्रस्तुति दी। नृत्य के दौरान नर्तकों के कलात्मक प्रदर्शन को भी दर्शकों की खूब सराहना मिली।
इसके पूर्व हिमाचल प्रदेश के लोक कलाकारों ने मनमोहक कायांग नृत्य की प्रस्तुति दी, जो हिमाचल प्रदेश के सबसे लोकप्रिय नृत्यों में से एक है। इस नृत्य में नर्तक दल एक दूसरे की भुजाओं को बुनकर माला जैसा पैटर्न बनाया, धीर-धीरे कदमताल करते हुए प्रतीकात्मक रूप से माला की मोती जैसे बिखरते हुए फिर जुड़ते हुए पारंपरिक कपड़े पहने और गहनों से सुसज्जित नृत्य प्रस्तुत किया।
इसके बाद मेघालय के गारो नृत्य की प्रस्तुति हुई। गारो समुदाय के लोग इस नृत्य में फसल कटाई के बाद देवता मिसी सालजोंग की आराधना कर उन्हें धन, धान्य के लिए अपनी आस्था और निष्ठा व्यक्त करते हैं। इस नृत्य में लोक वाद्य के प्रयोग से उत्पन्न ध्वनि ने दर्शकों को रोमांचित कर दिया।
इसी क्रम में मिजोरम के मिजो और चरमा जनजाति समुदाय ने युद्ध कौशल, शौर्य, पराक्रम और युद्ध विजय के प्रतीक नृत्य मिजो प्रस्तुत किया। इस नृत्य के जरिए समुदाय ने वीर गाथा का जीवंत प्रदर्शन किया जिसमें यह बताया गया कि युद्ध के दौरान किस तरह समुदाय के वीर योद्धा ने गांव की रक्षा, जिसके बाद ग्रामीणों ने उत्साहपूर्वक उनका सम्मान किया। इसी तरह उत्तराखंड के जनजाति समुदाय ने हारुल नृत्य का प्रस्तुत किया जोकि  हाटी जनजाति का पारंपरिक नृत्य और लोकगीत की एक खास शैली है। हारुल नृत्य  जौनसार-बावर और चकराता क्षेत्र में किया जाता है। हारुल नृत्य में वीर पांडवों के साहस और वीरता, देवी-देवताओं की कहानियां, देवभूमि के इतिहास और जनजाति की संस्कृति से जुड़ी घटनाओं को बड़े ही रोचक ढंग से पेश किया गया। इसी क्रम में छत्तीसगढ़ के अलग-अलग जिलों से आए लोक कलाकारों ने भी छत्तीसगढ़ के प्रचलित लोकनृत्यों की प्रस्तुति दी।
उल्लेखनीय है कि महोत्सव के पहले दिन सिक्किम लिंबू जनजाति समुदाय द्वारा चाकोस तांगनाम नृत्य, गुजरात के लोक नर्तक दल ने सिद्धि गोमा नृत्य, अरुणाचल प्रदेश के कलाकारों ने गेह पदम ए ना न्यी, मध्यप्रदेश डिंडोरी के गोंड जनजाति ने सैला रीना, जम्मू कश्मीर से गुज्जर समुदाय ने गोजरी लोक नृत्य, छत्तीसगढ़ के माड़िया जनजाति ने गौर माड़िया नृत्य, उत्तराखंड के जनजातीय समुदाय द्वारा दिया बाती नृत्य, तेलंगाना के द्वारा मथुरी नृत्य, उत्तर प्रदेश के द्वारा कर्मा नृत्य, कर्नाटक के द्वारा सुगाली नृत्य, आंध्र प्रदेश के द्वारा ढीमसा नृत्य, दमन दीव द्वारा तारपा नृत्य तथा राजस्थान के जनजातीय कलाकारों द्वारा चकरी नृत्य की प्रस्तुति दी गई थी। इसके साथ ही छत्तीसगढ़ के सभी जिलों के जनजातीय कलाकारों द्वारा अलग-अलग तीज त्यौहारों के लोक नृत्यों की प्रस्तुति दी गई।
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जनजातीय गौरव दिवस बिरसा मुंडा के जीवन संघर्ष और सांस्कृतिक चेतना का प्रतीक : उप मुख्यमंत्री अरुण साव

  • खुड़िया में जिला स्तरीय जनजातीय गौरव दिवस का भव्य आयोजन
  • बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर उनके संघर्षों को किया गया याद
रायपुर। आदिवासी सांस्कृतिक परंपराओं और भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर उनके संघर्षों को स्मृतियों में संजोने के लिए शुक्रवार को मुंगेली जिले के लोरमी विकासखंड के ग्राम खुड़िया के शासकीय हाई स्कूल मैदान में जनजातीय गौरव दिवस मनाया गया। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने बिहार के जमुई से वर्चुअल माध्यम से कार्यक्रम को संबोधित किया और देशवासियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। खुड़िया में आयोजित जिला स्तरीय कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव शामिल हुए। उन्होंने भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर उन्हें नमन किया। उन्होंने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा जननायक थे। उन्होंने आदिवासी समुदाय को जल, जंगल व जमीन को बचाने के लिए जागरूक किया और उन्हें अपने हक की लड़ाई लड़ने की प्रेरणा दी। भगवान बिरसा मुंडा ने अन्याय और अत्याचार के खिलाफ लड़ाई लड़ी। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की पहल पर 15 नवम्बर को भगवान बिरसा मुंडा की जयंती को हर साल जनजाति गौरव देश के रूप में मनाया जाता है। श्री साव ने कहा कि आज खुड़िया क्षेत्र में 18 करोड़ की लागत से विभिन्न विकास कार्यों का भूमिपूजन और लोकार्पण हुआ है। इसके साथ ही खुड़िया में 538 आवास स्वीकृत हुआ है। इसके लिए सभी को बधाई और शुभकामनाएं देता हूं।
उप मुख्यमंत्री श्री साव ने कहा कि हमारी सरकार बनने के बाद आदिवासी समाज की बेहतरी के लिए लगातार कार्य हो रहे हैं। पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री अटल बिहारी बाजपेयी ने आदिवासियों के उत्थान के लिए अलग से विभाग बनाया। आदिवासी समाज के बच्चों को पढ़ाई के लिए जगह-जगह छात्रावास एवं एकलव्य विद्यालय खोले जा रहे हैं। हमारी सरकार आदिवासी समाज की बेहतरी के लिए लगातार योजना बनाकर कार्य कर रही है। आदिवासी समाज के भाई-बहनों की तरक्की और वनांचल के विकास के लिए हमारी सरकार समर्पित है और पूरी तत्परता से कार्य कर रही है। आज आदिवासी समाज की बेटी राष्ट्रपति के रूप में देश के सर्वाेच्च संवैधानिक पद पर बैठी हैं। यह सौभाग्य की बात है कि आज छत्तीसगढ़ में आदिवासी समाज का बेटा मुख्यमंत्री के रूप में कार्य कर रहे हैं। 'हमने बनाया है हम ही संवारेंगे' के मूल मंत्र के साथ आज छत्तीसगढ़ का सर्वांगीण विकास हो रहा है।
मुख्य अतिथि श्री साव ने स्टॉलों का किया अवलोकन-
मुख्य अतिथि उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने कार्यक्रम स्थल में विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टालों का अवलोकन किया और शासन द्वारा जनजाति एवं अन्य समुदायों को लाभान्वित करने विभिन्न योजनाओं की जानकारी ली। श्री साव ने महिला एवं बाल विकास विभाग के स्टॉल में बच्चों का  अन्नप्राशन कराया और महिलाओं एवं बच्चों को पौष्टिक आहार किट भी वितरित किए। समाज कल्याण विभाग के स्टाल में हितग्राही को ट्रायसायकल का वितरण किया। शासन की विभिन्न योजनाओं से जागरूक एवं लाभान्वित करने आदिवासी विकास, जिला पंचायत, वन, शिक्षा, श्रम, मछली पालन, पशुपालन, उद्यानिकी सहित 20 से अधिक विभागों ने स्टॉल लगाकर ग्रामीणों को शासन की विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी।
उत्कृष्ट कार्यों के लिए जनजातीय समाज प्रमुखों को मिला सम्मान-
श्री साव ने कार्यक्रम में आदिवासी समाज के प्रतिनिधियों से भेंट-मुलाकात की और 80 से अधिक जनजातीय समाज प्रमुखों को विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्यों के लिए सम्मानित किया। इनमें पूर्व जनपद सदस्य, समाज अध्यक्ष, शिक्षक, सेवानिवृत्त शिक्षक सहित समाज के अन्य प्रतिष्ठित नागरिक शामिल हैं।
स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और शहीदों के परिवारजनों को किया सम्मानित-
कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री श्री साव ने मुंगेली जिले के 15 स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और 6 वीर शहीदों के परिवारजनों का हालचाल जाना और उन्हें शाल व श्रीफल भेंटकर सम्मानित किया।
विकास कार्यों का किया गया लोकार्पण एवं शिलान्यास-
श्री साव ने कार्यक्रम में विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। इनमें 5 विकास कार्यों के लोकार्पण और 3 निर्माण कार्यों के शिलान्यास सहित 17 करोड़ 59 लाख 92 हजार रूपए के कार्य शामिल हैं। कार्यक्रम में जल संसाधन विभाग अंतर्गत 9 करोड़ 58 लाख 71 हजार रुपए, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना अंतर्गत 5 करोड़ 8 लाख 2 हजार रुपए के कार्यों का शिलान्यास और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग अंतर्गत 2 करोड़ 93 लाख 19 हजार रूपए का लोकार्पण किया गया।
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आदिवासी समाज के उत्थान के लिए काम कर रही है हमारी सरकार : मंत्री लखनलाल देवांगन

  • कोरबा में मनाया गया जनजातिय गौरव दिवस, शासन की योजनाओं से हितग्राहियों को किया गया लाभान्वित
  • समाज प्रमुखों, शहीदों के परिवारों, प्रतिभावान विद्यार्थियों, खिलाड़ियों और आदिवासी समाज के जनप्रतिनिधियों को किया गया सम्मानित
रायपुर। राष्ट्रीय जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर कोरबा जिले में जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन प्रदेश के उद्योग, वाणिज्य एवं श्रम मंत्री श्री लखनलाल देवांगन के मुख्य आतिथ्य में कलेक्टोरेट सभाकक्ष कोरबा में किया गया। कार्यक्रम में बिहार के जमुई से देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के संबोधन को वर्चुअल माध्यम से लाइव देखा व सुना गया। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने लगभग 6600 करोड़ रूपए के विकास परियोजनाओं का सौगात देते हुए भगवान बिरसामुण्डा की 150वीं जन्म जयंती वर्ष शुभारंभ की स्मृति में 150 रूपए का सिक्का और डाक टिकट भी जारी किया। इस अवसर पर मंत्री श्री देवांगन ने आदिवासी समाज प्रमुखों एवं आदिवासी समाज के प्रतिभावान विद्यार्थियों, खिलाड़ियों, प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों, समाज सेवी संगठनों, आदिवासी जनप्रतिनिधियों, अधिकारी-कर्मचारी संगठनों एवं आदिवासी समाज के शहीदों के परिजनों का शाल एवं श्रीफल से सम्मानित किया। उन्होंने शासन के विभिन्न योजनाओं से हितग्राहियों को लाभान्वित किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंत्री श्री देवांगन ने कहा कि आज आदिवासियों के सम्मान में पूरा देश जनजातीय गौरव दिवस मना रहा है। भगवान श्री विरसा मुंडा ने देश की स्वतंत्रता के लिये जो योगदान दिया है उसे भुलाया नहीं जा सकता। वे अपने कार्यों से अमर हो गये हैं। आज उनकी जयंती को गौरव दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज की अलग गौरव गाथा है। देश में अंग्रेजों के विरूद्ध आदिवासी समाज के योद्धाओं ने जमकर लड़ाई लड़ी। भगवान श्री बिरसामुंडा सहित मंगल पांण्डेय, तिलका मांझी, वीर नारायण सिंह, शंकर साह, राजाराम गोड़, गुंडाधूर आदि ने संघर्ष किया और देश की रक्षा के लिए बलिदान हो गये। उन्होंने देश की आजादी महत्वपूर्ण योगदान दिया। आज हम उनके योगदान से देश में सुरक्षित रह पा रहे हैं। मंत्री श्री देवांगन ने कहा कि देश के सर्वोच्च पद राष्ट्रपति के पद पर आदिवासी समाज की महिला है। उनके मार्गदर्शन में आदिवासी समाज का विकास हो रहा है। प्रदेश के मुख्यमंत्री भी आदिवासी समाज से हैं। उनके नेतृत्व में विगत 11 माह में छत्तीसगढ़ के विकास को लेकर निरंतर कार्य किये जा रहे हैं। प्रदेश में आदिवासी समाज के उत्थान की दिशा में योजनाएं बनाकर कार्य किया जा रहा है। मंत्री श्री देवांगन ने जिले में डीएमएफ से हो रहे विकास कार्यों का जिक्र करते हुए कहा कि यहां सड़क, पुल-पुलिया, स्कूल एवं आंगनबाड़ी भवन तथा स्वास्थ्य के क्षेत्र में कार्य किये जा रहें हैं। उन्होंने आदिवासी शक्तिपीठ परिसर में विकास हेतु 50 लाख की दी गई राशि के संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि इससे महत्वपूर्ण आवश्यकताओं की पूर्ति होगी
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती शिवकला कंवर ने कहा कि हम सभी को एक जुट होकर आदिवासी संस्कृति को संरक्षित रखना है। कलेक्टर श्री अजीत वसंत ने कहा कि भगवान श्री विरसा मुंडा ने प्रकृति, संस्कृति की रक्षा करते हुए अन्याय एवं अत्याचार के विरूद्ध ब्रिटिशों के खिलाफ आवाज उठाई। छत्तीसगढ़ के वीर नारायण सिंह, गुंडा धुर सहित अन्य स्वतंत्रता सग्राम सैनानियों ने आजादी के लिए अपना योगदान दिया। उन्होंने कहा कि शासन की योजनाओं का बेहतर क्रियान्वयन कर जरूरतमंद लोगों को लाभान्वित किया जा रहा है। जिले में पीएम जनमन अंतर्गत  आवासों का निर्माण, पेयजल एवं सड़क की व्यवस्था के साथ ही सुदूरवर्ती क्षेत्रों में रहने वाले विशेष पिछड़ी जनजाति परिवारों को लाभान्वित किया जा रहा है। कलेक्टर ने कहा कि समाज को सही दिशा में ले जाने वाले महान विभूतियों के आदर्शों पर चलकर जिले का विकास किया जा रहा है। कार्यक्रम में अतिथियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर विभिन्न विभागों द्वारा शासकीय योजनाओं पर आधारित स्टॉल लगाए गए और लोगों को योजनाओं की जानकारी दी। मंत्री श्री देवांगन ने स्टॉल का अवलोकन किया। जनसंपर्क विभाग द्वारा प्रदर्शनी के माध्यम से शासन की योजनाओं को बताया गया।
योजनाओं से हितग्राहियों को किया गया लाभान्वित-
जनजातीय गौरव दिवस कार्यक्रम में विभिन्न विभागों द्वारा हितग्राहियों को लाभान्वित किया गया। कृषि विभाग द्वारा 08 हितग्राहियों को स्प्रेयर एवं मसूर मिनी किट का वितरण किया गया। 05 हितग्राहियों श्यामलाल, बुधवारा बाई, सुखमतबाई बिरहोर, श्यामजी, सुमित्राबाई को पीएम जनमन अंतर्गत आवास योजना की सांकेतिक चाबी सौंपी गई।
आदिवासी समाज के विद्यार्थियों, खिलाड़ियों, समाज प्रमुखों आदि को किया गया सम्मानित-
कार्यक्रम में सर्व आदिवासी समाज, धनवार समाज, मुण्डा समाज, मंझवार, ,खैरवार, गोंड़, अगरिया, भारिया, बिंझवार, उरांव समाज प्रमुखों का शॉल एवं श्रीफल से सम्मान किया गया। इसी तरह आदिवासी समाज के निर्वाचित जनप्रतिनिधियों, जनजाति समाज हेतु उत्कृष्ट कार्य करने वाले स्वयं सेवी संगठनों, मेधावी छात्र-छात्राओं, खिलाड़ियों, प्रतियोगी परीक्षा में विभिन्न पदों पर चयनित उम्मीदवारों, कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारियों, सरहुल नृत्य में राज्य स्तर पर सम्मानित उरांव समाज के प्रतिभागियों को भी सम्मानित किया गया। जनजातीय गौरव दिवस में मेधावी छात्र के रूप में दिलेश कुमार, कुमारी जस्मिन्ता राठिया, कु. शुभलता, मोसेस वैभव एक्का, गुंजिता राठिया, सुनील कुमार, कु. चुनिषा, अनुराग सिंह राज, गामनी कंवर, कृतिका कंवर को सम्मानित किया गया।
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जशपुर के मुंडारी नर्तक दल के कलाकारों ने मुख्यमंत्री से की मुलाकात

  • हाथी प्रभावित इलाके से आए कलाकारों ने गांव में स्ट्रीट लाइट लगवाने का किया आग्रह, मुख्यमंत्री ने दी मंजूरी
रायपुर। राजधानी रायपुर में आयोजित दो दिवसीय जनजातीय गौरव दिवस में अपनी कला का प्रदर्शन करने आए जशपुर जिले के मुंडारी नृत्य दल के कलाकारों ने शुक्रवार रात यहां मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय से उनके निवास कार्यालय में मुलाकात की। उन्होंने मुख्यमंत्री को बताया कि राजधानी के मुख्य समारोह में अपनी कला का प्रदर्शन करके उनके दल के सदस्य काफी उत्साहित हैं। उन्होंने इस आयोजन के माध्यम से मिले अवसर के लिए मुख्यमंत्री के प्रति आभार प्रकट किया।
मुख्यमंत्री ने इन कलाकारों से इनके गांव का हालचाल भी पूछा, जिसके जवाब में दल के सदस्यों ने बताया कि वे लोग बादलखोल अभ्यारण्य के बगीचा विकासखंड की ग्राम पंचायत बछरांव के निवासी हैं। यहां मुड़ा, नगेशिया, पहाड़ी कोरवा और उरांव जनजाति के परिवार निवासरत हैं। यह क्षेत्र हाथी प्रभावित है। तीन हजार की आबादी वाले इस गांव में इन लोगों ने सात स्ट्रीट लाइट की मांग मुख्यमंत्री से की। मुख्यमंत्री ने उन्हें स्ट्रीट लाइट लगाने के लिए आश्वस्त किया। लोक कलाकारों के इस दल में प्रतिभा मुंडा, मीना मुंडा, शांता, विष्णु बरला, रामदयाल, सुनीता, अनुराधा, अमिता बरला, विष्णु मांझी और विश्वनाथ प्रधान आदि शामिल थे।
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जनजातीय गौरव दिवस पर बैगा, गुनिया, सिरहा को सम्मान निधि की सौगात

  • जनजातीय गांवों में धार्मिक व मांगलिक कार्य के लिए अखरा निर्माण विकास की योजना होगी शुरू
  • जनजातीय समुदाय के शहीदों की चिन्हित स्थलों पर लगेंगी प्रतिमाएं
  • जनजातीय विद्रोह के शहीदों एवं स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिजन हुए सम्मानित
रायपुर। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने शुक्रवार को साइंस कॉलेज मैदान में राज्य स्तरीय जनजातीय गौरव दिवस कार्यक्रम में अपने संबोधन में कहा कि जनजातीय समाज का इतिहास बहुत समृद्ध और गौरवशाली है। पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न स्व. श्री अटल बिहारी वाजपेयी और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने जनजातीय समुदाय के मान, सम्मान और गौरव को बढ़ाने का काम किया है। श्री अटल जी ने जनजातीय समुदाय के कल्याण के लिए पृथक से मंत्रालय बनाया और इस समुदाय के विकास को एक नई दिशा दी। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने जनजातीय समुदाय के उत्थान के लिए अनेक योजनाएं शुरू की है। प्रधानमंत्री जनमन योजना के तहत 24,000 करोड़ रूपए और धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के लिए 80,000 करोड़ रूपए का बजट प्रावधान किया है, जिसके चलते जनजातीय इलाकों में तेजी से बुनियादी सुविधाओं का विकास और जनजातियों की बेहतरी के काम हो रहे हैं।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 150 वीं जयंती वर्ष समारोह के अवसर पर छत्तीसगढ़ राज्य के जनजातीय समुदाय से ताल्लुक रखने वाले बैगा, गुनिया,  सिरहा लोगों के लिए मुख्यमंत्री सम्मान निधि दिए जाने की घोषणा की। इसके तहत उन्हें प्रति वर्ष 5 हजार रूपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने जनजातीय गांवों में धार्मिक एवं मांगलिक कार्य के लिए अखरा निर्माण विकास योजना शुरू करने और जनजातीय समुदाय के शहीदों की प्रतिमाएं चिन्हित स्थलों पर स्थापित किए जाने की घोषणा की। मुख्यमंत्री श्री साय ने समारोह में जनजातीय समुदाय के विभूतियों, राज्य में हुए जनजातीय विद्रोह के शहीदों एवं स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिजनों को सम्मानित किया। उन्होंने जनजातीय चित्रकला प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कृत किया। मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर वन अधिकार अधिनियम से संबंधित ‘एटलस‘, कैलेण्डर ‘शौर्यांजलि‘ तथा ‘हल्बा जनजातीय की वाचिक परंपराएं‘ विषय पर प्रकाशित पुस्तक का विमोचन किया। इनका प्रकाशन छत्तीसगढ़ आदिम जाति विकास विभाग द्वारा किया गया है
इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे राज्यसभा सांसद श्री अरूण सिंह ने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में राज्य में सभी वर्गाें के उत्थान और कल्याण के लिए किए जा रहे कार्याें की सराहना की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की लोकप्रियता और विनम्रता की सराहना पूरे देश में होती है। उन्होंने कहा कि रायपुर में आयोजित जनजातीय गौरव दिवस एवं अंतर्राज्यीय नृत्य महोत्सव समारोह में आकर ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत‘ का दर्शन हुआ है। राष्ट्रीय जनजातीय गौरव दिवस के इस विशेष आयोजन के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय को बधाई दी। उन्होंने इस मौके पर जनजातीय समुदाय के महापुरूषों को नमन करते हुए कहा कि वही देश और समाज जागृत रहता है, जो अपनी संस्कृति और अपने महापुरूषों को याद रखता है।
आदिम जाति विकास मंत्री श्री रामविचार नेताम ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने जनजातीय समुदाय के उत्थान के लिए चिंता की है। उन्होंने इस समुदाय के विकास के लिए कई योजनाएं संचालित की है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू किए गए धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान से छत्तीसगढ़ के साढे छह हजार गांवों और ग्रामीणों का समग्र विकास होगा। उन्होंने कहा कि पीएम जनमन योजना के माध्यम से जनजातीय समुदाय के लोगों का जीवन स्तर बेहतर हो रहा है।
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में आयोजित दो दिवसीय जनजातीय गौरव दिवस के कार्यक्रम में उपस्थित मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय, आदिम जाति कल्याण मंत्री श्री रामविचार नेताम, राज्यसभा सांसद श्री अरूण सिंह, विधायकगण, अन्य जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में उपस्थित जनसमुदाय ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के सम्बोधन को न सिर्फ सुना, बल्कि वर्चुअल रूप से उसका हिस्सा भी बना।  
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आज धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की जन्म जयंती के अवसर पर देश के दूर दराज के ग्रामीण क्षेत्रों के बुनियादी सुविधाओं के विकास एवं विस्तार वाली 6600 करोड़ की लागत वाली कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने देश के जनजातीय इलाकों और जनजाति समुदाय के कल्याण के लिए पांच गुना बजट खर्च कर रहे हैं। दस साल पहले इसका बजट मात्र 25,000 करोड़ रूपए हुआ करता था, जो अब बढ़कर 1,25,000 करोड़ रूपए हो गया है।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी आज बिहार के जमुई में धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 150 वीं जयंती वर्ष के शुभारंभ समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। जमुई में आयोजित इस कार्यक्रम का लाईव प्रसारण पूरे देश में हुआ। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि हमने इतिहास के एक बहुत बड़े अन्याय को दूर करने का एक ईमानदार प्रयास किया है। इतिहास में आदिवासी समाज के लोगों को वह स्थान नहीं मिला, जिसके वह अधिकारी थे। आदिवासी समाज वो है, जिसने राजकुमार  को मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान राम बना दिया। इस समाज ने देश की संस्कृति और परंपरा का मान बढ़ाया है। आज़ादी की लड़ाई में अंग्रेजों से लोहा लिया है। अपनी अस्मिता, संस्कृति, और स्वाधीनता के लिए जनजातीय समुदाय के हजारों नायकों ने अपने प्राण न्यौछावर किए। देश की आजादी की लड़ाई में हजारों आदिवासी भाइयो-बहनों को मौत के घाट उतार दिया गया था, उनके योगदानों को हम नहीं भुला सकते। हमने जनजातीय समुदाय के गौरव को बढ़ाने का काम किया है। पीएम जनमन के तहत जितने कार्य शुरू हुए हैं, उसका श्रेय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु जी को जाता है। जब वह झारखण्ड में थी, तब मुझसे अति पिछड़ी जनजातियों की चर्चा करती थी। हमने 24 हजार करोड़ रूपए से पीएम जनमन योजना की शुरुआत की, जिससे अति पिछड़ी जनजातियों के बस्तियों और गांवों का विकास हो रहा है। जनजातीय बाहुल्य जिलों को आकांक्षी जिला घोषित कर वहां का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित किया, आज वहां बदलाव दिख रहा है।
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत में देशवासियों को भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती वर्ष समारोह की बधाई दी। उन्होंने कहा कि आज कार्तिक पूर्णिमा, देव दीपावली और गुरुनानक जी का प्रकाश पर्व भी है। आज भगवान बिरसा मुंडा की जयन्ती भी है, राष्ट्रीय जनजातीय गौरव दिवस भी है। आदिवासी समाज सूर्य, वायु और पेड़-पौधों, पहाड़-पर्वत को पूजने वाला समाज है। उन्होंने कहा कि जिलों में बिरसा मुंडा जनजातीय उपवन बनाए जायेंगे। हम मिलकर देश के आदिवासी समाज के विचारों को देश की प्रगति का आधार बनायेंगे। उनकी परंपरा और उनके आदर्शों को अपनाएंगे।
इस अवसर पर विधायक सर्वश्री मोती लाल साहू, श्री अनुज शर्मा, श्री पुरंदर मिश्रा,  पूर्व मंत्री श्री महेश गागड़ा, पूर्व विधायक श्री उमेश कच्छप सहित अन्य जनप्रतिनिधि, जनजातीय समाज के पदाधिकारी, मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, प्रमुख सचिव श्री सोनमणि बोरा, आयुक्त श्री नरेन्द्र दुग्गा सहित अन्य अधिकारी एवं बड़ी संख्या में नागरिकण उपस्थित थे।
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गुरुनानक देव जी ने दिया समतामूलक समाज के निर्माण पर जोर : CM विष्णुदेव साय

  • मुख्यमंत्री गुरुनानक जयंती के अवसर पर आयोजित प्रकाशपर्व में हुए शामिल
रायपुर। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय शुक्रवार को राजधानी रायपुर के खालसा स्कूल प्रांगण में गुरुनानक जयंती के अवसर पर आयोजित प्रकाश पर्व में शामिल हुए। मुख्यमंत्री श्री साय ने कीर्तन दरबार में मत्था टेका और सभी छत्तीसगढ़ वासियों की सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना की।
मुख्यमंत्री श्री साय ने प्रकाश पर्व पर सभी को बधाई देते हुए कहा कि आज इस पवित्र दिन सिख समुदाय के अपने भाइयों-बहनों के बीच आकर मैं बहुत खुशी का अनुभव कर रहा हूँ। गुरु नानक देव जी का जीवन न केवल सिख समुदाय के लिए प्रेरक है अपितु सभी भारतीयों के लिए उनका जीवन प्रेरणादायी है। गुरु नानक जी के वचनों में सामाजिक एकता पर जोर दिया गया है। उन्होंने एक समतामूलक समाज के निर्माण पर जोर दिया। देश की आज़ादी में सिख समाज का बहुत बड़ा योगदान है। सिख समाज का इतिहास बहुत ही गौरवशाली और समृद्ध है। धर्म के प्रति समर्पण और सेवा की भावना सिख समाज की अभिन्न पहचान है। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि जब हम गुरु गोविंदसिंह जी का जीवन देखते हैं तो हमें पता चलता है कि उनके पुत्र साहेबजादे बाबा जोरावर सिंह जी और बाबा फतेह सिंह जी पर धर्म बदलने का दबाव आया। उन्होंने शहादत कबूल की लेकिन धर्म नहीं बदला। ऐसा इतिहास सिख समाज का रहा है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने साहेबजादों के शहादत दिवस 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस के रूप में मनाने का निश्चय किया और हर साल हम गर्व के साथ यह दिन मनाते हैं
इस अवसर पर विधायक श्री पुरन्दर मिश्रा, श्री संजय श्रीवास्तव, श्री भूपेंद्र सवन्नी, श्री मनमोहन चावला व गुरुद्वारा कमेटी के पदाधिकारियों सहित बड़ी संख्या में सिख समाज के लोग उपस्थित थे।
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जननायकों के अमूल्य योगदान पर आधारित शौर्याजंलि कैलेण्डर और एटलस का विमोचन

रायपुर। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने भगवान बिरसा मुंडा की जयंती और जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर साइंस कॉलेज मैदान में आयोजित कार्यक्रम में भारत के स्वतंत्रता संग्राम में जनजातीय जननायकों के अमूल्य योगदान पर आधारित शौर्याजंलि कैलेण्डर का विमोचन किया। मुख्यमंत्री ने वन अधिकारों की मान्यता से सम्बंधित एटलस पुस्तक का भी विमोचन किया।
भारत के स्वतंत्रता संग्राम में जनजातीय जननायकों ने अमूल्य योगदान देकर और मां भारती के चरणों में अपना सब कुछ न्यौछावर कर देश को आजाद कराया। आदिमजाति कल्याण विभाग द्वारा स्वतंत्रता संग्राम के ऐसे सेनानियों को नमन करने के साथ ही शौर्याजंलि कैलेण्डर के माध्यम से स्मरण के लिए यह कैलेण्डर प्रकाशित कराया है। विभाग द्वारा जनजातीय जननायकों को भगवान बिरसा मुंडा के 150 वीं जयंती और जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर उनके जन्म दिवस और बलिदान दिवस को स्मरण करते हुए नमन करने का प्रयास किया है।
जनजातीय जननायकों के अमूल्य योगदान पर आधारित शौर्याजंलि कैलेण्डर विमोचन के अवसर पर आदिवासी विकास विभाग के भार साधक मंत्री श्री राम विचार नेताम,  राज्यसभा सदस्य श्री अरुण सिंह, विधायक सर्व श्री पुरंदर मिश्रा, श्री अनुज शर्मा, श्री मोती लाल साहू, श्री विकास मरकाम, प्रमुख सचिव आदिवासी विकास श्री सोनमणि बोरा, संस्कृति विभाग के संचालक श्री विवेक आचार्य,  मुख्यमंत्री के सचिव श्री पी दयानन्द, आयुक्त श्री नरेंद्र दुग्गे, कमिश्नर रायपुर महादेव कावरे सहित आदिवासी समुदाय के लोग और बड़ी संख्या में कलाकार गण उपस्थित थे।
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हल्बा जनजाति की वाचिक परम्पराएं नामक पुस्तक का विमोचन

रायपुर। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने भगवान बिरसा मुंडा के जन्म दिन 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर साइंस कॉलेज मैदान में आयोजित कार्यक्रम में श्री दामेसाय बघेल द्वारा लिखित पुस्तक ’हल्बा जनजाति की वाचिक परम्पराएं’ का विमाचन किया। ’हल्बा जनजाति की वाचिक परम्पराएं’ में जनजातियों की प्राचीन जीवनशैली के संबंध में पुरखों की व्यवस्था, जन्म संस्कार, विवाह संस्कार, मृतक संस्कार का उल्लेख किया गया है। इसी प्रकार देव संस्कार का ताना-बाना, रीति-रिवाज, देवी-देवताओं के मान्यताएं, मौखिक कला साहित्य, संस्कृति, किवदंतियां, महान विभूतियों के योगदान जड़ी-बुटी के जानकार, ऐतिहासिक, पुरातात्विक धरोहर पर लेख को समाहित किया गया है।
हल्बा जनजाति की वाचिक परम्पराएं नामक पुस्तक के विमोचन के अवसर पर आदिवासी विकास विभाग के भार साधक मंत्री श्री राम विचार नेताम, राज्यसभा सदस्य श्री अरुण सिंह, विधायक सर्व श्री पुरंदर मिश्रा, श्री अनुज शर्मा, श्री मोती लाल साहू, श्री विकास मरकाम, प्रमुख सचिव आदिवासी विकास श्री सोनमणि बोरा, संस्कृति विभाग के संचालक श्री विवेक आचार्य,  मुख्यमंत्री के सचिव श्री पी दयानन्द, आयुक्त श्री नरेंद्र दुग्गे, कमिश्नर रायपुर महादेव कावरे सहित आदिवासी समुदाय के लोग और बड़ी संख्या में कलाकार गण उपस्थित थे।
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CM विष्णुदेव साय ने चित्रकला प्रतियोगिता के प्रतिभागियों को किया पुरस्कृत

रायपुर। धरती आबा वीर जल, जंगल, जमीन के रक्षक भगवान बिरसा मुंडा के जन्म दिन 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। इस अवसर पर 13 से 15 नवम्बर तक तीन दिवसीय राज्य स्तरीय जनजातीय चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन आदिम जाति अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान नवा रायपुर द्वारा साइंस कॉलेज मैदान में किया गया। इस प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय औेर तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने शुक्रवार को नगद राशि और प्रमाण पत्र प्रदान कर सम्मानित किया।
इस चित्रकला प्रतियोगिता के आयोजन का उद्देश्य बच्चों की रचनात्मक क्षमता का पता लगाने और अद्वितीय विचारों को प्रोत्साहित करना है। जब बच्चे ऐसी प्रतियोगिताओं में भाग लेते हैं, तो उन्हें विभिन्न प्रकार के विषयों और चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, जो उनकी कल्पना और रचनात्मकता को चुनौती देते हैं। नियमों या दिशा-निर्देशों से सीमित न होकर अपनी सोंच को चित्रकला के माध्यम से बच्चे अपनी कलात्मक क्षमताओं को विकसित कर सकते हैं और अपनी अनूठी शैली और अभिव्यक्ति की खोज कर सकते हैं। ड्राइंग प्रतियोगिताएँ बच्चों को अन्य युवा कलाकारों के साथ बातचीत करने, अपने विचार साझा करने और एक-दूसरे से सीखने का अवसर प्रदान करके सामाजिक कौशल को बढ़ावा दे सकती हैं। ऐसी प्रतियोगिताएँ समुदाय, टीमवर्क और सहयोग की भावना को भी बढ़ावा देता है, जो बच्चों को उनके सामाजिक कौशल विकसित करने में मदद कर सकती है।
धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 150 वीं जयंती पर तीन दिवसीय राज्य स्तर पर आयोजित जनजातीय चित्रकला प्रतियोगिता के लिए चार वर्ग में विभाजित कर प्रतियोगिता कराई गई। प्रथम वर्ग 12 से 18 वर्ष तक की आयु के प्रतिभागियों के लिए 13 नवंबर को आयोजित चित्र कला प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार कांकेर के श्री डेलियंश पद्दा को 10 हजार रूपए औैर प्रमाण पत्र प्रदान कर मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने सम्मानित किया। इसी प्रकार द्वितीय पुरस्कार सुकमा के श्री हरीश कुमार को 8 हजार रूपए और तृतीय पुरस्कार गरियाबंद के चन्द्र कुमारी नागेश को 5 हजार रूपए और प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया। इसी प्रकार 14 नवंबर को आयोजित 12 से 18 वर्ष तक की आयु के जनजातीय चित्रकला प्रतियोगिता के प्रतिभागियों में प्रथम पुरस्कार बालोद के दिव्यांशु को 10 हजार रूपए औैर प्रमाण पत्र प्रदान कर मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने सम्मानित किया। इसी प्रकार तृतीय पुरस्कार बीजापुर के श्री डालजीव कोरेटी को 5 हजार रूपए और प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया।
जनजातीय चित्रकला प्रतियोगिता के 18 से 30 वर्ष तक की आयु वर्ग के प्रतिभागियों में प्रथम पुरस्कार धमतरी के श्री अवध राम कंवर को 20 हजार रूपए औैर प्रमाण पत्र प्रदान कर मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने सम्मानित किया। इसी प्रकार द्वितीय पुरस्कार महासमुंद के श्री गुलशन ठाकुर को 15 हजार रूपए और तृतीय पुरस्कार दंतेवाडा के श्री पंकज कुमार नेताम को 10 हजार रूपए और प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया। 30 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के जनजातीय चित्रकला प्रतियोगिता के प्रतिभागियों में प्रथम पुरस्कार दुर्ग के हरीय कुमार गोंड को 20 हजार रूपए औैर प्रमाण पत्र प्रदान कर मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने सम्मानित किया। इसी प्रकार द्वितीय पुरस्कार सरगुजा के श्री भगत राम को 15 हजार रूपए और प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया और तृतीय पुरस्कार महासमुंद के श्री चुम्मन लाल कर्री को 10 हजार रूपए और प्रमाण पत्र से मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने सम्मानित किया।
इस अवसर पर आदिवासी विकास विभाग के भार साधक मंत्री श्री राम विचार नेताम,  राज्यसभा सदस्य श्री अरुण सिंह, विधायक सर्व श्री पुरंदर मिश्रा, श्री अनुज शर्मा, श्री मोती लाल साहू, श्री विकास मरकाम, प्रमुख सचिव आदिवासी विकास श्री सोन मणि बोरा, संस्कृति विभाग के संचालक श्री विवेक आचार्य,  मुख्यमंत्री के सचिव श्री पी दयानन्द, आयुक्त श्री नरेंद्र दुग्गे, कमिश्नर रायपुर महादेव कावरे सहित आदिवासी समुदाय के लोग और बड़ी संख्या में कलाकार उपस्थित थे।
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छत्तीसगढ़ की बेटी अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी पर फहराएगी तिरंगा

  • मुख्यमंत्री के कॉल ने निशा के लिये खोली किलिमंजारो फतह की राह, कहा- हम तुम्हारा सपना पूरा करेंगे
  • आर्थिक तंगी अब सपनों को पूरा करने में बाधा नहीं बनेगी
रायपुर। शुक्रवार अलसुबह बिलासपुर में रहने वाली निशा यादव के पास एक फोन आया और फोन पर एक सौम्य सी आवाज में किसी ने उससे कहा आपको किलिमंजारो चढ़ना है, आप खर्च की चिंता न करें। निशा चकित हुई और आश्चर्य से पूछा आप कौन हैं, सामने से आवाज आई बेटा मैं विष्णु देव साय बोल रहा हूं।
निशा ने आश्चर्यचकित भाव से कहा आप सच में मुख्यमंत्री में बोल रहे हैं। उसे यकीन नहीं हो रहा था, लेकिन जब मुख्यमंत्री ने पूरी बात बताई और कहा कि आप अपने लक्ष्य पर फोकस करें। छत्तीसगढ़ के हर एक बेटी का सपना पूरा करना हमारी जिम्मेदारी है। छत्तीसगढ़ सरकार आपके साथ खड़ी है। मुख्यमंत्री के स्नेहपूर्ण आश्वासन को सुनकर निशा की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। निशा को इस बात पर भी यकीन करना पड़ा मुश्किल हो रहा था कि बिना किसी आवेदन या आग्रह के मुख्यमंत्री ने उनका सपना पूरा करने की पहल की है। मुख्यमंत्री श्री साय ने निशा के साथ पर्वतारोहण के बारे विस्तार से बात की। निशा ने मुख्यमंत्री को यूरोप महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी माउंट एलब्रुस की चढ़ाई के दौरान आई चुनौतियों के बारे में बताया। उसने बताया कि पर्वत की यात्राएं रोमांच से भर देती हैं। पर्वतों की चोटी पर तिरंगा फहराना गर्व से भर देता है। निशा ने आगे बताया कि अब अफ्रीका महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी किलिमंजारो को फतह करना चाहती हैं और उनका अंतिम लक्ष्य माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा फहराने का है।
निशा ने नम आवाज में मुख्यमंत्री को आगे बताया कि मैं पिछले कई दिनों से सो नहीं पा रही थी। मेरे पिता ऑटो चालक हैं और मेरे सपने को पूरा कर पाना उनके लिए कठिन था।  मन में बड़ी दुविधा थी कि यह कैसे संभव हो पाएगा, मेरा सपना कैसे पूरा होगा । आज आप ने मेरी सारी चिंताओं को दूर कर दिया है।  मुख्यमंत्री जी मैं आपको बहुत धन्यवाद देती हूं।
निशा की आत्मविश्वास भरी इन बातों को सुनकर मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ को अपनी बेटियों पर गर्व है। हम चाहेंगे कि छत्तीसगढ़ की बेटी माउंट एवरेस्ट पर भी तिरंगा फहराए। उन्होंने कहा कि आर्थिक हालात से हौसले पस्त नहीं होते। उन्होंने निशा को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आपका आत्मविश्वास और जुनून जरूर आपको अपने लक्ष्य तक पहुंचाएगी।
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CM विष्णुदेव साय द्वारा धान खरीदी कार्य का शुभारंभ होने से भाठागांव बी के किसान हुए प्रसन्न

  • मुख्यमंत्री के हाथों सम्मानित होकर अभिभूत हुए किसान हरिराम और उत्तम
रायपुर। समर्थन मूल्य पर धान खरीदी योजना के अंतर्गत मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के द्वारा बालोद जिले के गुण्डरदेही विकासखण्ड के धान खरीदी केन्द्र भाठागांव बी में धान खरीदी के कार्य का विधिवत् शुभारंभ किया गया।  
धान खरीदी के पहले दिन मुख्यमंत्री श्री साय की उपस्थिति में संपन्न धान खरीदी के कार्य के शुभारंभ में शामिल होने का अवसर प्राप्त होने पर इस दौरान मौजूद कृषकों ने इस पल को अपने लिए अविस्मरणीय पल बताते हुए इसकी मुक्तकंठ से सराहना की। इस अवसर पर  धान की बिक्री करने हेतु धान खरीदी केन्द्र में पहुँचे ग्राम मोंगरी निवासी कृषक हरिराम साहू एवं ग्राम भाठागांव बी निवासी कृषक उत्तम निषाद मुख्यमंत्री के हाथों से सम्मानित होने पर बहुत ही अभिभूत हुए। इन दोनों किसानों ने इस पल को अपने जीवन का सबसे यादगार और रोमांचकारी क्षण बताया।
उन्होंने कहा कि अपने धान की बिक्री के लिए धान खरीदी केन्द्र में पहुँचने पर राज्य के मुखिया के हाथों से सम्मानित होना निश्चित रूप से हमारे लिए गौरव की बात है। यह क्षण उनके स्मृति पटल पर सदैव अंकित रहेगा। किसान हरिराम साहू ने बताया कि वे एक मध्यमवर्गीय किसान है। श्री साहू ने कहा कि राज्य शासन की समर्थन मूल्य पर धान खरीदी योजना उनके परिवार की खुशहाली के लिए बहुत बड़ा आर्थिक आधार है। उन्होंने बताया कि धान खरीदी केन्द्र में उन्होंने कुल 65 क्विंटल 20 किलो पतला धान की बिक्री की है। श्री साहू ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व वाले छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा प्रति क्विंटल 3100 रुपये की दर पर प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान खरीदी का निर्णय लिया गया है, जो बहुत ही सराहनीय एवं किसान हितैषी फैसला है। इसी प्रकार ग्राम भाठागांव बी के किसान श्री उत्तम निषाद ने कहा कि राज्य शासन के समर्थन मूल्य पर धान खरीदी योजना के अंतर्गत मिलने वाली राशि उनके परिवार के लिए मुश्किल वक्त का सहारा साबित होती है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने एक सच्चे अभिभावक की तरह राज्य की किसानों की वास्तविक जरूरतों को समझते हुए धान खरीदी के दर में जो वृद्धि की है, उससे उनके जैसे अनेक किसान लाभान्वित होंगे। श्री उत्तम निषाद ने कहा कि राज्य शासन के इस निर्णय से राज्य के किसान बहुत ही प्रसन्नचित होकर इस योजना की भूरी-भूरी सराहना कर रहे हैं। उन्होंने इस किसान हितैषी निर्णय के लिए मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय छत्तीसगढ़ सरकार को हृदय से धन्यवाद ज्ञापित करते हुए उनके प्रति आभार व्यक्त किया है।  धान खरीदी केन्द्र में धान बिक्री के लिए आने वाले किसानों के लिए छांव, बैठक, शुद्ध पेयजल, शौचालय आदि सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई है। इससे सभी किसान सुगमता से बिना किसी असुविधा के धान की बिक्री कर पा रहे हैं।
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रायपुर में ग्रामीण आवास पर 2 दिवसीय क्षेत्रीय कार्यशाला का हुआ आयोजन

  • कार्यशाला में छत्तीसगढ़ के साथ-साथ उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, बिहार, गुजरात और मध्य प्रदेश राज्य के प्रतिनिधियों ने लिया भाग
रायपुर। भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय और छत्तीसगढ़ सरकार के सहयोग से रायपुर में दो दिवसीय क्षेत्रीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। 13 और 14 नवंबर को आयोजित इस कार्यशाला का उद्देश्य ग्रामीण आवास के प्रभावी कार्यान्वयन और विभिन्न हितधारकों के बीच समन्वय को सुदृढ़ करना था।
कार्यक्रम में ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत सरकार के ग्रामीण आवास के उप महानिदेशक श्री गया प्रसाद, ग्रामीण आवास निदेशक श्री शक्तिकांत सिंह, एकीकृत वित्त प्रभाग (आईएफ़डी) के निदेशक श्री शैलेश कुमार, संयुक्त निदेशक श्री आशीष शिंदे और आईटी के संयुक्त निदेशक श्री अजय मोरे शामिल थे। उपस्थित अधिकारियों ने ग्रामीण आवास परियोजनाओं में नवाचार और सहयोग को बढ़ाने के लिए विभिन्न मुद्दों पर गहन चर्चा की।
इस कार्यशाला में छत्तीसगढ़ के साथ-साथ उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, बिहार, गुजरात और मध्य प्रदेश जैसे अन्य राज्यों के प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया। इस बहु-राज्यीय सहभागिता ने देशभर में ग्रामीण आवास लक्ष्यों को हासिल करने के लिए राज्यों के बीच ज्ञान-विनिमय और सहयोग के महत्व को रेखांकित किया।
13 नवंबर को छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में कार्यशाला का शुभारंभ हुआ, जहां विशेषज्ञों और अधिकारियों ने ग्रामीण आवास में सर्वोत्तम प्रक्रियाओं, समन्वय मॉडलों और तकनीकी समाधानों पर गहन विचार-विमर्श किया। इस अवसर पर प्रमुख सचिव श्रीमती निहारिका बारीक सिंह, संचालक प्रधानमंत्री आवास योजना श्री रजत बंसल सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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खालसा स्कूल प्रकाश पर्व में शामिल हुए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय

रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय खालसा स्कूल प्रकाश पर्व में शामिल हुए। गुरु नानक देव जी का 555वां प्रकाश पर्व आस्था और उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। सिख समाज ने गुरुद्वारों को आकर्षक विद्युत साज-सज्जा से रोशन किया गया।
गुरु नानक देव जी की जयंती को प्रकाश पर्व और गुरु पर्व के रूप में इसलिए मनाया जाता है, क्योंकि उन्होंने समाज में पहली अज्ञानता को दूर कर ज्ञान का दीप प्रज्वलित किया। गुरु नानक देव जी ने लोगों को यह सीख दी कि ईश्वर एक है और सभी के साथ प्रेम, भाईचारा और सद्भावना रखनी चाहिए। उनके द्वारा फैलाई गए ज्ञान के प्रकाश के कारण ही, इस पर्व को प्रकाश पर्व कहा जाता है।
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SECL खदान में हादसा : ग्रेडर मशीन की चपेट में आने से कर्मचारी की मौत

  • लोगों में भारी आक्रोश, मृतक के परिवार को मुआवजा और नौकरी देने कर रहे प्रदर्शन
कोरबा। एसईसीएल की कुसमुंडा कोल परियोजना में आज एक बड़ा हादसा हो गया, जहां एक कर्मचारी की मौत हो गई. इस घटना के बाद कर्मचारियों में भारी आक्रोश है. कर्मचारी मृतक के परिवार को उचित मुआवजा और नौकरी देने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं. हादसे की जानकारी संबंधित कंपनी के अधिकारियों को दी गई. वहीं सूचना मिलते ही कुसमुंडा पुलिस भी मौके पर पहुंची है.
बताया जा रहा है कि कुसमुंडा खदान के नीलकंठ फेस में भारी वाहन की चपेट में आने से एक ठेकाकर्मी की मौत हो गई. मृतक सर्वेश कुमार 42 वर्षीय सुल्तान गंज बिहार रहने वाला था. वह पिछले कुछ सालों से नीलकंठ कंपनी में काम कर रहा था. हादसे के बाद मौके पर तनाव की स्थिती निर्मित हो गई है. सहकर्मी हादसे के बाद आक्रोशित नजर आ रहे हैं.
बताया जा रहा है कि शुक्रवार की दोपहर लगभग एक बजे खदान में काम के दौरान यह हादसा हुआ है, जहां 42 वर्षीय सर्वेश कुमार ग्रेडर मशीन की चपेट में आ गया और घटना स्थल पर ही उसकी मौत हो गई. मृतक कंपनी के मेस में ही रहकर काम करता था. सुबह फर्स्ट शिफ्ट में काम करने गया हुआ था. कंपनी के अन्य कर्मचारी मृतक के परिवार को उचित मुआवजा और नौकरी देने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं. कर्मचारियों का कहना है कि उनकी मांगे जब तक पूरी नहीं होगी तब तक आगे की कार्यवाही नहीं शुरू करने देंगे. ऐसे में खदान में हड़ताल की स्थिति निर्मित हो रही है.
इस हादसे को लेकर कुसमुंडा थाना प्रभारी रूपक शर्मा ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची है. घटनाक्रम की जानकारी लेते हुए आगे की जांच की जा रही है. वहीं मृतक के परिजनों को इसकी सूचना दी गई है. आगे की कार्यवाही जारी है.
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प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सिलयारी को मिला NQAS सर्टिफिकेशन

रायपुर। प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार को लेकर लगातार बेहतर प्रयासों का सिलसिला जारी है। किसी कड़ी में राजधानी रायपुर के सिलियारी स्वास्थ्य केंद्र को राष्ट्रीय स्तर के मानक का उच्चतम अंक प्राप्त हुआ है। जिले को स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक और उपलब्धि प्राप्त हुई है जो स्वास्थ्य की दिशा में सुधार को दर्शाता है। सभी स्वास्थ्य केन्द्रो को राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप तैयार किया जा रहा है।
इसी कड़ी में रायपुर जिला कलेक्टर डॉक्टर गौरव कुमार सिंह के निर्देशन में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर मिथिलेश चौधरी तथा जिला कार्यक्रम प्रबंधक मनीष मेजर वार के मार्गदर्शन में, आयुष्मान आरोग्य मंदिर सह प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सिलयारी में, राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक टीम ने दिनांक 25 और 26 अक्टूबर 2024 को भ्रमण जांच किया था. टीम में डॉक्टर भानु कुमार धरावत ,डॉक्टर प्रबल कुमार पवार ने 88.15% राष्ट्रीय स्तर मानक सिलयारी पीएचसी को सर्टिफिकेट प्रदान किया। खंड चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर विकास तिवारी ,बीपीएम जुबेदा खान पीएचसी सिलियारी के प्रभारी डॉक्टर सोनम नायक ने सभी स्टाफ को बधाई दी एवं सीएमएचओ सर डीपीएम सर वह जिले के NQAS टीम को मार्गदर्शन व सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया।
क्या है NQAS-
राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानकों को सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधा के साथ-साथ वैश्विक सर्वोत्तम अभ्यास के लिए विशिष्ट आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए विकसित किया गया है इसकी शुरुआत 2017 में हुई है। NQAS वर्तमान में जिला अस्पतालों, सामुदायिक ग्रामीण और शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए उपलब्ध है। मानक मुख्य रूप से प्रदाताओं के लिए पूर्व निर्धारित मानकों के माध्यम से सुधार के लिए अपनी स्वयं की गुणवत्ता का आकलन करने और प्रमाणन के लिए अपनी सुविधाओं को लाने के लिए है।
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जिला स्तरीय जनजातीय गौरव दिवस का आयोजन, PM मोदी हुए शामिल

महासमुंद। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी आदिवासी जननायक भगवान बिरसा मुण्डा की जयंती के अवसर पर आज जिले में जनजातीय गौरव दिवस का आयोजन जिला पंचायत के सभाकक्ष में किया गया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बिहार राज्य के जमुई से वर्चुअली जुड़कर संबोधित किया। उन्होंने बिरसा मुंडा के स्वतंत्रता संग्राम में निभाई गई ऐतिहासिक भूमिका और उनकी प्रेरणादायक विरासत का उल्लेख करते हुए कहा कि भगवान बिरसा आज भी हमारे समाज में एक आस्था के प्रतीक बने हुए हैं। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने भगवान बिरसा मुंडा के सम्मान में एक स्मारक सिक्का और डाक टिकट भी जारी किया। साथ ही इस अवसर पर प्रधानमंत्री द्वारा 6,640 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी किया गया।
जिला पंचायत में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सांसद श्रीमती रूपकुमारी चौधरी ने मां सरस्वती के तैल्य चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर जिला स्तरीय कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर विधायक श्री योगेश्वर राजू सिन्हा, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती उषा पटेल, पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष श्री पवन पटेल, कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह एवं अन्य जनप्रतिनिधि गण मौजूद थे।
मुख्य अतिथि सांसद श्रीमती रूपकुमारी चौधरी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उपस्थित सभी लोगों को आदिवासी जननायक भगवान बिरसा मुंडा जी की जयंती के पावन अवसर की शुभकामनाएं और बधाई दी। उन्होंने कहा कि आज हम यहाँ जनजातीय गौरव दिवस के आयोजन में एकत्रित हुए हैं, जो हमारे आदिवासी समाज की महान परंपराओं, संस्कृति, और स्वाभिमान का प्रतीक है। भगवान बिरसा मुंडा, हमारे गौरवशाली इतिहास के उस नायक का नाम है, जिन्होंने न केवल अपने समाज के अधिकारों के लिए संघर्ष किया, बल्कि पूरे देश को स्वतंत्रता के संघर्ष में एक नई दिशा दी। उनके संघर्ष, उनकी वीरता, और उनकी अटूट संकल्पशक्ति ने हमें यह सिखाया कि यदि हमारा संकल्प मजबूत हो, तो कोई भी कठिनाई हमें रोक नहीं सकती। उन्होंने जल, जंगल, और जमीन की रक्षा के लिए अपने जीवन को समर्पित किया और आदिवासी समाज के लिए एक नई जागरूकता का संदेश दिया। अंत में उन्होंने कहा कि हम एकजुट होकर, उनके आदर्शों पर चलें और हमारे देश को और भी सशक्त, स्वाभिमानी और गौरवशाली बनाएं।
विधायक श्री योगेश्वर राजू ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा जी का संघर्ष सिर्फ सामाजिक और आर्थिक शोषण के खिलाफ नहीं था, बल्कि यह अपनी संस्कृति, अधिकारों और अस्तित्व की रक्षा के लिए एक महाक्रांति थी। उनकी विरासत हमें सिखाती है कि अपनी जड़ों से जुड़कर, आत्म-सम्मान के साथ आगे बढ़ना ही सच्ची प्रगति है। आज हम इस जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर उनकी प्रेरणादायक शिक्षाओं को याद करते हुए यह संकल्प लें कि हम सभी मिलकर उनके सपनों को साकार करेंगे। उन्होंने कहा कि हमारे देश के राष्ट्रपति और प्रदेश के मुख्यमंत्री जनजाति समुदाय से है जिससे हमें गर्व का एहसास होता है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में जनजाति समाज की उन्नति और समृद्धि के लिए निरंतर कार्य किया जा रहे हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को भगवान बिरसा मुंडा के इतिहास के अध्ययन करने का सुझाव दिया।
इस अवसर पर कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह ने बताया कि पिछले एक वर्ष में जिले में निवासरत विशेष पिछड़ी जनजाति समुदाय के विकास के लिए पीएम योजना के तहत 3025 हितग्राहियों का आधार कार्ड, 1887 का आयुष्मान कार्ड, 2102 का बैंक खाता, 3099 का राशन कार्ड एवं 1380 हितग्राहियों का सामाजिक प्रास्थिति प्रमाण पत्र बनाया गया है। आदिम जाति विकास विभाग द्वारा 08 पोस्ट मैट्रिक, 53 प्री-मैट्रिक तथा 22 आश्रम संचालित किया जा रहा है, जिसमें कुल 3955 छात्र-छात्राएं आवासीय सुविधा का लाभ लेकर अध्ययन कर रहें है। एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय भोरिंग में 418 जनजातीय छात्र-छात्राएं अध्ययनरत है। महासमुंद जिला जनजाति विकास के लिए संकल्पित है।
इस अवसर पर प्रतिभावान छात्र-छात्राओं को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया। जिसमें शिक्षा के क्षेत्र में योगिता ध्रुव, देविका ध्रुव, राम भोई, खेल के क्षेत्र में बबिलास मुर्मू, घासीराम कमार, योगराज दीवान, दीपक दीवान, लिखेश ठाकुर को प्रदान किया गया। इसी तरह वन पट्टाधिकारी 10 किसानों को मसूर मिनी किट का वितरण किया गया। सामुदायिक वन संसाधन अधिकार मान्यता पत्र ग्राम रंगामटिया के सरपंच टप्पू लाल बरिहा को, शत प्रतिशत विद्युतीकरण के लिए ग्राम धौराभाठा के सरपंच मन्नू लाल दीवान को तथा तीन हितग्राहियों को आयुष्मान कार्ड वितरण किया गया।
इससे पूर्व सांसद चौधरी ने जिला स्तरीय कार्यक्रम में विभागवार विभागीय गतिविधियों के लिए लगाए गए स्टॉल्स का अवलोकन किया। इस दौरान स्व सहायता समूह के स्टॉल का अवलोकन करते हुए स्व सहायता समूह की दीदियों से चर्चा की और उनके द्वारा तैयार किए गए सामग्रियों की सराहना की। स्वास्थ्य विभाग के स्टॉल पर उन्होंने आयुष्मान कार्ड का वितरण करते हुए हितग्राहियों से बातचीत की तथा मुख्य अतिथि ने स्कूल शिक्षा, महिला बाल विकास, कृषि विभाग, वन विभाग और पंचायत एवं ग्रामीण विकास, आदिम जाति विकास विभाग के स्टॉल का बारी-बारी से अवलोकन किया तथा विभागीय योजनाओं से अवगत होते हुए उन्होंने पात्र हितग्राहियों को योजनाओं से लाभान्वित करने अधिकारियों को निर्देश दिए।
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